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Photograph: (the sootr)
Jaipur. ऑस्ट्रेलिया की संसद में शुक्रवार को जय-जय परशुराम की गूंज सुनाई दी। मौका था विप्र फाउंडेशन प्रवर्तित इस्पेक के ऑस्ट्रेलिया चैप्टर की स्थापना और शपथ ग्रहण समारोह का। यह समारोह ऑस्ट्रेलिया की मेलबर्न सिटी स्थित पार्लियामेंट ऑफ विक्टोरिया के क्वीन्स हॉल में आयोजित किया गया था। समारोह में फाउंडेशन के राजस्थान के कई प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
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सभी ने किया उद्घोष
ऑस्ट्रेलिया चैप्टर के स्थापना समारोह की खास बात यह थी कि अधिकांश वक्ताओं ने अपने भाषण में न केवल भगवान परशुराम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला, बल्कि अंत में जय-जय परशुराम का उद्घोष भी किया। इस दौरान सबके मंगलकामना वाली विप्र प्रार्थना के स्वर भी सुनाई दिए। बांसुरी की मधुर धुन पर भारत के राष्ट्रगान की शानदार प्रस्तुति के समय तो पूरा हॉल गूंज उठा।
दोनों देशों के प्रतिनिधि
इस्पेक ऑस्ट्रेलिया चैप्टर अध्यक्ष चंदर शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में भारत से इस्पेक के राष्ट्रीय प्रभारी प्यारेलाल शर्मा मौजूद थे, जबकि समारोह को विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा और इस्पेक की चेयरपर्सन डॉ. हर्षा त्रिवेदी ने वर्चुअल संबोधित किया। समारोह में ऑस्ट्रेलिया के तीन सांसद मिस्टर जो मैक्रैक्न, स्टीव मैकगी व डॉ. रेनी हीथ भी मौजूद रहे।
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समारोह में ये भी रहे मौजूद
समारोह में मेयर प्रदीप तिवारी, काउंसलर शिवाली चैटली बेंडिगो अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह का सफल संचालन डॉ. रितेश चुघ ने किया। समारोह में एचपी भारद्वाज, मनीषा शर्मा, जसलीन बजाज, आजाद शर्मा, दीपक कालिया, तरुण शर्मा, दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष कुलवंत राय जोशी, बांसुरी वादक पंडित नरेश शर्मा भी उपस्थित थे।
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आगे भी जारी रहेगा क्रम
इस अवसर कई प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी। गौरतलब है कि जर्मनी, नेपाल और जापान के बाद ऑस्ट्रेलिया चौथा देश है, जहां विप्र फाउंडेशन की इस्पेक शाखा स्थापित हुई है। फाउंडेशन के कर्ता-धर्ताओं का कहना है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में आगे भी फाउंडेशन की स्थापना का यह क्रम जारी रहेगा।
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