फिर उजागर हुई राजस्थान बीजेपी की फूट, MLA नौक्षम ने मंत्री बेढ़म को सीएम के सामने घेरा

राजस्थान बीजेपी में फूट एक बार फिर उजागर हो गई है। कामां से युवा विधायक नौक्षम चौधरी और मंत्री जवाहर बेढ़म के बीच सीएम के सामने बैठक में तनातनी, सरकार पर भी बयान।

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Amit Baijnath Garg
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bedham and nauksham

Photograph: (the sootr)

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सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति में भरतपुर लोकसभा क्षेत्र की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म और कामां विधायक नौक्षम चौधरी के बीच अचानक तकरार हो गई।

यह विवाद नौक्षम के हाल ही में दिए गए एक बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने बिना किसी का नाम लिए सरकार के एक मंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।

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मंत्री और विधायक के बीच तकरार

बैठक के दौरान गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने सीधे कहा कि नौक्षम चौधरी मेरे खिलाफ बोल रही हैं। इसका मतलब है कि वह सरकार के खिलाफ भी बोल रही हैं। इस पर नौक्षम ने पलटवार करते हुए कहा कि वह स्वयं भी सरकार का हिस्सा हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कामां में प्रधान कौन बनता है, यह निर्णय संगठन तय करेगा, ना कि कोई एक मंत्री।

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सीपी जोशी ने शांत कराया मामला

विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने इस नाजुक स्थिति को संभाला और दोनों को शांत कराया। इसके बाद नौक्षम चौधरी ने संगठन की बैठक का हवाला देते हुए कोई और टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

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नौक्षम ने साधा था बेढ़म पर निशाना

नौक्षम ने पंचायत समिति कामां के प्रधान चुनाव को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस की एक पूर्व मंत्री और भाजपा के एक वर्तमान मंत्री ने पार्टी के खिलाफ काम किया। यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा गया और राजस्थान बीजेपी में आपसी मतभेदों को उजागर कर दिया।

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सियासी विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह विवाद केवल व्यक्तिगत मतभेद नहीं है, बल्कि बीजेपी के भीतर नेतृत्व और युवा नेताओं के बीच सत्ता संघर्ष का संकेत है। ऐसे मामलों में पार्टी की एकजुटता पर सवाल उठते हैं और संगठन के भीतर तालमेल बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। विश्लेषकों का कहना है कि यदि पार्टी नेतृत्व ने तुरंत मध्यस्थता नहीं की, तो यह विवाद आगे चलकर बड़े स्तर पर सार्वजनिक हो सकता है। युवा नेताओं और वरिष्ठ मंत्रियों के बीच संतुलन बनाए रखना भविष्य के चुनाव और संगठन की स्थिरता के लिए जरूरी है।

FAQ

Q1: राजस्थान बीजेपी में नौक्षम चौधरी और मंत्री जवाहर बेढ़म के बीच विवाद क्यों हुआ?
विवाद नौक्षम चौधरी के एक बयान से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने बिना नाम लिए सरकार के एक मंत्री पर सवाल उठाए। मंत्री जवाहर बेढ़म ने इसे सरकार के खिलाफ बयान मानकर विरोध जताया।
Q2: सीपी जोशी ने इस विवाद में क्या भूमिका निभाई?
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने दोनों पक्षों को समझाया और शांत कराया, ताकि विवाद और बढ़े नहीं और संगठन की बैठक सुचारू रूप से चल सके।
Q3: क्या यह विवाद बीजेपी के संगठन में स्थायी असर डाल सकता है?
हां, राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यदि युवा विधायक और वरिष्ठ मंत्री के बीच मतभेद सार्वजनिक रहते हैं, तो यह संगठन की स्थिरता और चुनाव रणनीति पर असर डाल सकता है।

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