/sootr/media/media_files/2025/12/27/namo-bharat-rapid-rail-2025-12-27-17-33-37.jpg)
Photograph: (the sootr)
Alwar. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और राजस्थान के अलवर के बीच यात्रा अब और भी आसान होने वाली है। नमो भारत रैपिड रेल के जरिए यह दूरी मात्र 117 मिनट में तय की जा सकेगी। इस रेल मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे होगी, जिससे यात्रा समय में काफी कमी आएगी।
15 साल बाद शुरू होगा मध्य प्रदेश बस सेवा का सफर, राजस्थान, उत्तराखंड सहित छह राज्यों तक 389 रूट तय
आरआरटीएस का निर्माण
नमो भारत रैपिड रेल के लिए दिल्ली और अलवर के बीच एक नया रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) तैयार किया जा रहा है। इस परियोजना का हिस्सा दिल्ली-अलवर कॉरिडोर 2027 में शुरू होगा। यह परियोजना न केवल यात्रा को तेज बनाएगी, बल्कि यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक अनुभव भी सुनिश्चित करेगी।
मुख्य सचिव का निरीक्षण
राजस्थान के मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित पांचवीं मुख्य सचिव कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया और नमो भारत रैपिड रेल का सफर भी किया। श्रीनिवास के साथ अन्य राज्यों के मुख्य सचिव भी थे। उन्होंने अशोक विहार स्टेशन से दुहाई तक के 27 किलोमीटर के सफर को रैपिड रेल की 160 किलोमीटर की रफ्तार से तय किया और सिम्युलेशन ऑपरेशंस का भी निरीक्षण किया।
37 हजार करोड़ का निवेश
नमो भारत रेल कॉरिडोर को बनाने में लगभग 37,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर मानेसर, रेवाड़ी होते हुए अलवर तक पहुंचेगा। इसका निर्माण केंद्र सरकार, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सरकारों की संयुक्त कंपनी नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन द्वारा किया जा रहा है।
कॉरिडोर में 22 स्टेशन, 5 भूमिगत
इस 164 किलोमीटर लंबे रैपिड रेल ट्रैक पर 22 स्टेशन होंगे, जिनमें से पांच भूमिगत स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर से रोजाना लगभग 8.5 लाख यात्रियों के सफर करने की उम्मीद है, जो इसे अत्यधिक व्यस्त और प्रभावी बनाएंगे।
NEWS STRIKE : अगले चुनाव तक रिटायर हो जाएगी बीजेपी नेताओं की पूरी खेप; मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के ये नेता होंगे रिटायर?
चार चरणों में होगा कार्य
फेज 1 : सराय काले खां से गुड़गांव और धारूहेड़ा (70.72 किलोमीटर)
फेज 2 : धारूहेड़ा से एसएनबी (36 किलोमीटर)
फेज 3 : एसएनबी से बहरोड़-सोतानाला (35 किलोमीटर)
फेज 4 : एसएनबी से अलवर (58 किलोमीटर)
राजस्थान में 5 IAS के तबादले, दिल्ली से लौटे सिद्धार्थ महाजन को मिली बड़ी जिम्मेदारी, देखिए सूची
नमो भारत एक नई शुरुआत
इस रेल परियोजना से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि यह यात्रियों के लिए एक नए और तेज अनुभव की शुरुआत भी होगी। खासतौर पर दिल्ली और अलवर के बीच यात्रा करने वाले लोग इस रेल को एक बड़ी सुविधा के रूप में देखेंगे। आने वाले वर्षों में यह रेल परियोजना राजस्थान और दिल्ली के बीच संपर्क को मजबूत बनाने में मदद करेगी।
खास बातें
- नमो भारत रैपिड रेल 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी और दिल्ली से अलवर तक का सफर 117 मिनट में पूरा होगा।
- नमो भारत रेल कॉरिडोर में कुल 22 स्टेशन होंगे, जिनमें से पांच भूमिगत स्टेशन होंगे। यह सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे।
- नमो भारत रेल परियोजना पर लगभग 37,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। केंद्र और राज्यों की हिस्सेदारी से परियोजना पूरी की जाएगी।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us