राजस्थान में एचपीवी टीकाकरण अभियान : सरकारी स्कूलों में 9-14 वर्ष की बालिकाओं को मुफ्त लगेगा टीका

राजस्थान में जयपुर कैंसर रिलीफ सोसायटी की पहल पर सरकारी स्कूलों में 9 से 14 वर्ष की छात्राओं को निःशुल्क एचपीवी टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम के लिए है।

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Gyan Chand Patni
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महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा (Cervical Cancer) कैंसर की रोकथाम के लिए राजस्थान शिक्षा विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब तक कैंसर की रोकथाम को लेकर जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन अब जयपुर कैंसर रिलीफ सोसायटी की पहल पर सरकार ने 9 से 14 वर्ष की छात्राओं के लिए निःशुल्क HPV टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने का फैसला किया है। इस अभियान का उद्देश्य किशोरावस्था से ही गर्भाशय ग्रीवा कैंसर को रोकना और छात्राओं के बीच इसके प्रति जागरूकता फैलाना है।  

राजस्थान में मुफ्त लगेगा एचपीवी टीका 

राजस्थान सरकार ने निर्णय लिया है कि अब 9 से 14 वर्ष की छात्राओं को सरकारी स्कूलों में एचपीवी टीके लगाए जाएंगे। इस पहल को जयपुर कैंसर रिलीफ सोसायटी संचालित करेगी। सोसायटी की सचिव सीमा सेठी ने बताया कि इस टीकाकरण कार्यक्रम को 6 महीने के अंतराल में 2 डोज के रूप में लागू किया जाएगा और यह पूरी प्रक्रिया छात्रों के अभिभावकों की सहमति से की जाएगी। टीका विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारत सरकार से प्रमाणित है, और यह गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम के सबसे प्रभावी उपायों में से एक माना जाता है।

एक प्रभावी कदम कैंसर से बचाव के लिए

एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) टीका महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और कुछ अन्य प्रकार के कैंसर से बचाव करता है। इस टीके को 2000 के दशक में पेश किया गया था और तब से इसके प्रभावी और सुरक्षित होने के कई शोध हुए हैं। यह टीका उन हानिकारक वायरस से बचाव करता है, जो इस प्रकार के कैंसर का कारण बन सकते हैं। इसका बाजार मूल्य ₹1,400 प्रति डोज है, लेकिन इस अभियान के तहत यह पूरी तरह से मुफ्त मिलेगा।

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टीकाकरण के लिए जरूरी अनुमति और सुरक्षा

Cervical Cancer Vaccine की प्रक्रिया में छात्रों के अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी। यह टीकाकरण प्रशिक्षित चिकित्सकीय टीम द्वारा किया जाएगा, और स्वास्थ्य विभाग इस अभियान में सहयोग करेगा। राजस्थान के विभिन्न स्कूलों में इस अभियान को जल्द ही लागू किया जाएगा, जिसमें किशनगढ़ सहित पूरे प्रदेश के स्कूल शामिल होंगे। सरकार ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों में इस कार्यक्रम के लिए आवश्यक तैयारी करें।

एचपीवी टीका क्या सुरक्षित है 

एचपीवी टीका बहुत ही सुरक्षित माना जाता है, और अब तक इसके द्वारा कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं पाए गए हैं। यह टीका 2000 के दशक में लॉन्च होने के बाद से अब तक लाखों लोगों पर लागू किया गया है और इसके प्रभाव की पुष्टि की जा चुकी है। हालांकि, कुछ लोगों में सामान्य प्रतिकूल प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जैसे कि हल्की सिरदर्द, जी मिचलाना, चक्कर आना, और इंजेक्शन स्थल पर सूजन।

डॉक्टर से सलाह लें

हालांकि ये प्रतिक्रियाएं सामान्य होती हैं, कुछ मामलों में बहुत गंभीर एलर्जी भी हो सकती है, जिसे एनाफिलेक्सिस कहा जाता है। जो लोग किसी अन्य टीके से एलर्जी रखते हैं, उन्हें इस टीके से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के बारे में  जागरूकता

गर्भाशय ग्रीवा कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक है, और यह उन महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है, जो एचपीवी वायरस से संक्रमित होती हैं। यह वायरस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड है और लंबे समय तक शरीर में रहने के बाद यह कैंसर का कारण बन सकता है। एचपीवी टीका इस वायरस से बचाव करता है, और यदि समय पर टीका लगवाया जाए तो यह गर्भाशय ग्रीवा कैंसर को 90% तक रोक सकता है।

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टीका लगाने के लाभ और असर

एचपीवी टीका लगाने से महिला को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, जननांग कैंसर और कुछ प्रकार के गले के कैंसर से बचाव होता है। यह एक सुरक्षित तरीका है, जो जीवन भर की सुरक्षा प्रदान करता है। इस टीकाकरण अभियान के तहत शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर पूरे राज्य में जागरूकता फैलाने और टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक योजना बनाई है।

FAQ

1. एचपीवी टीकाकरण अभियान में कौन-कौन सी छात्राओं को शामिल किया जाएगा?
एचपीवी टीकाकरण अभियान में 9 से 14 वर्ष की छात्राओं को शामिल किया जाएगा।
2. एचपीवी टीके के दुष्प्रभाव क्या हैं?
एचपीवी टीके के सामान्य दुष्प्रभाव में सिरदर्द, जी मिचलाना, चक्कर आना और इंजेक्शन स्थल पर सूजन हो सकते हैं।
3.एचपीवी टीका कब और कैसे दिया जाएगा?
एचपीवी टीका 6 महीने के अंतराल में दो डोज के रूप में दिया जाएगा और यह प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा।
4. क्या एचपीवी टीका गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव कर सकता है?
जी हां, एचपीवी टीका गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के सबसे प्रभावी बचाव उपायों में से एक है।
5. एचपीवी टीकाकरण के लिए क्या अनुमति आवश्यक है?
एचपीवी टीकाकरण के लिए अभिभावकों की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी और यह टीकाकरण केवल परिजनों की सहमति से किया जाएगा।

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