/sootr/media/media_files/2025/09/04/chavani-raj-2025-09-04-18-20-32.jpg)
राजस्थान के जैसलमेर शहर से लगभग 70 किलोमीटर दूर फतेहगढ़ उपखंड के डांगरी गांव में किसान खेत सिंह की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। खेत सिंह ने हिरण का शिकार कर रहे कुछ लोगों को रोका था। इन बदमाशों ने खेत सिंह पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस हत्याकांड के विरोध में धरने पर बैठे लोग गुरुवार को उग्र हो गए और स्थिति पूरी तरह से बेकाबू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की और कई घरों में आग लगा दी। हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
किसान खेतसिंह के बेटे ने पूरी घटना. pic.twitter.com/JpZRD3WPnr
— Dinesh Bohra (@dineshbohrabmr) September 4, 2025
400 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 400 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
डांगरी खेतसिंह प्रकरण में सुनीता भाटी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। pic.twitter.com/4DTxx25OsR
— Dinesh Bohra (@dineshbohrabmr) September 4, 2025
ये खबरें भी पढ़ें
राजस्थान में पाकिस्तान सीमा पर संदिग्ध गिरफ्तार, दुश्मन मुल्क में करना चाहता था यह काम
राजस्थान हाई कोर्ट से नरेश मीणा को मिली जमानत, एक महीने बाद जेल से आएंगे बाहर
पुलिस ने संभाला मोर्चा
जैसलमेर के डांगरी गांव में किसान की हत्या के बाद तनाव फैलना चिंताजनक है। जैसलमेर पुलिस हालात संभालने की कोशिश कर रही है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में जवानों को तैनात किया है।
बुधवार को पूरे दिन बाजार बंद रहे, और शाम के समय कुछ लोगों ने टायर-ट्यूब की दुकान में आग लगा दी, जिससे तीन अन्य दुकानों को भी नुकसान हुआ। देर रात गांव में खड़े एक डंपर को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने पूरे गांव को नियंत्रित कर लिया और स्थिति को शांत रखने की कोशिश की।
राजस्थान में जंगलराज अपने चरम पर है। जैसलमेर में एक व्यक्ति की महज इसलिए हत्या हो जाना क्योंकि उसने कुछ लोगों को शिकार करने से रोका था बता रहा है कि अब आम आदमी किस कदर असुरक्षित है और गुंडाराज कितना हावी हो चुका है। हालातों से बेखबर प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रम जी रहे हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 4, 2025
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/09/04/chavani-2-2025-09-04-18-25-23.jpg)
हत्याकांड के बाद बढ़ता आक्रोश
हत्याकांड के बाद डांगरी गांव में ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर धरना शुरू किया। इस बीच प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में आग लगा दी, जिससे गांव में और भी तनाव बढ़ गया।
लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े गए
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने भारी बल तैनात किया। पहले पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, लेकिन जब भीड़ शांत नहीं हुई तो लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इसके बावजूद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है और स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है।
पुलिस ने आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और वाहन भी जब्त कर दिया है। पुलिस पर भरोसा रखें। अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ये खबरें भी पढ़ें
राजस्थान विधानसभा में अध्यक्ष से उलझे कांग्रेस विधायक, दो बजे तक स्थगित
राजस्थान : क्या भाजपा विधायक की पुत्री फर्जी दिव्यांग बन तहसीलदार बनी, जांच शुरू
आखिर क्या है हत्या का कारण
यह हत्या 2 सितंबर की रात को हुई थी, जब खेत में सो रहे किसान खेत सिंह (50) पर धारदार हथियार से हमला किया गया। घायल किसान पूरी रात डांगरी गांव के खेत में पड़ा रहा और सुबह के समय उसे फतेहगढ़ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। यहां से उसे बाड़मेर रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
क्या है पूरा मामलाराजस्थान के जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ उपखंड के डांगरी गांव में 2 सितंबर की रात किसान खेत सिंह (50) की हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि उन्होंने हिरण का शिकार करने से रोकने की कोशिश की थी, जिसके चलते कुछ शिकारियों ने उन पर धारदार हथियार से हमला किया। घायल किसान पूरी रात खेत में पड़ा रहा, और अगले दिन उसे फतेहगढ़ सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद उसे बाड़मेर रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप टायर-ट्यूब की दुकान में आग लगा दी, जिससे पास की अन्य दुकानों को भी नुकसान पहुंचा। तनाव बढ़ते देख प्रशासन ने पूरे गांव में 400 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए और पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल दिया। पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू कर दी। गांव में शांति बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग और घरों में रहने की अपील की गई। | |
ग्रामीणों ने बाजार में आगजनी की
जैसलमेर के डांगरी गांव में किसान की हत्या के बाद कर्फ्यू जैसे हालात हैं। खेत सिंह ने हिरण का शिकार कर रहे कुछ लोगों को रोका था। इन बदमाशों ने ही खेत सिंह पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बाजार में आगजनी की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बैरिकेडिंग की और ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/09/04/jaisalmer-3-2025-09-04-13-41-04.jpg)
शिकारियों के हौसले बुलंद
जैसलमेर में हिरण का शिकार करने का विरोध करने पर हत्या से साफ है कि शिकारियों के हौसले बुलंद हैं। कई जागरूक लोग हैं जो शिकार रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन वन विभाग की चुप्पी के कारण शिकारियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती है। लोग बार-बार वन विभाग को सूचित करते हैं, लेकिन कोई कारवाई नहीं होती।
खेत सिंह के परिवार में एक बेटी और तीन बेटे थे। वह सुमेल नगर गांव के निवासी थे, और वर्तमान में वह अपने खेत में काम कर रहे थे। यह क्षेत्र पहले से ही शिकारियों के लिए जाना जाता है, और कई बार वन विभाग को शिकार की सूचनाएं दी गई हैं, लेकिन कार्रवाई न होने के कारण शिकारियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢
🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧