/sootr/media/media_files/2025/07/27/jarjar-school-2025-07-27-19-46-29.png)
Photograph: (the sootr)
झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद राजस्थान सरकार अब हरकत में है। प्रदेश में अब न केवल जर्जर भवनों की गुणवत्ता जांच होगी, बल्कि जांच में खराब पाए जाने वाले भवनों को जमींदोज किया जाएगा। झालावाड़ हादसे में दो दिन पहले स्कूल भवन की छत गिरने से सात बच्चों की मौत हो गई थी और 28 घायल हो गए थे।
घटना के बाद मुख्यमंत्री ने दो दिन में ताबड़तोड़ जर्जर भवनों की स्थिति की समीक्षा कर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। अब शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने रविवार को जयपुर में दोनों विभागों के आला अधिकारियों की बैठक ली।
कलेक्टर के माध्यम से जर्जर भवनों का सर्वे
बैठक के बाद बताया गया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसको लेकर किए जाने वाले उपायों पर विचार किया गया। साथ ही भविष्य की योजना बनाने की निर्देश दिए गए। अब प्रदेश के सभी स्कूलों का जिला कलेक्टर के माध्यम से सर्वे कराया जाएगा। सर्वे में जो स्कूल भवन जर्जर पाए जाएंगे, उन्हें लाल रंग से क्रॉस का निशान लगाकर बंद किया जाएगा।
एआई की ली जाएगी मदद
जर्जर पाए गए भवनों को प्राथमिकता के आधार पर जमींदोज किया जाएगा। वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए कंटेनर लगाकर कक्षाएं संचालित की जाएंगी। जरूरत पड़ने पर नए भवनों में भी कंटेनर क्लास रूम लगाने का विचार किया जाएगा। सर्वे के अनुसार, सरकारी स्कूल के सभी जर्जर भवनों तथा मरम्मत योग्य भवनों का जीआईएस आधारित ऐप बनाया जाएगा। इसे शाला दर्पण से लिंक किया जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का प्रयोग कर भवन की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बजट प्रावधान किए जाएंगे।
150 करोड़ के प्रस्ताव मंजूर
आपदा प्रबंधन कोष से बरसात की स्थिति को देखते हुए आपदा राहत मद से 170 तहसीलों के 7500 स्कूलों में मरम्मत के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए के प्रस्ताव स्वीकृत किए जाएंगे। स्कूल भवनों के निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण के लिए समग्र शिक्षा में एक प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा। जिलों में होने वाले निर्माण की गुणवत्ता की जांच पीडब्ल्यूडी के गुणवत्ता जांच प्रयोगशालाओं से कराई जाएगी।
यह खबरें भी पढ़ें...
झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद जागी सरकार, जर्जर स्कूलों की अब प्राथमिकता से होगी मरम्मत
Rajasthan News | मासूम बच्चे म*र गए, पर इनकी राजनीति नहीं गई | अभी कई 'झालावाड़ हादसे' कतार में ?
झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद हरकत में सरकार, बनाई विशेषज्ञों की समिति, 5 दिन में देगी रिपोर्ट
झालावाड़ स्कूल हादसा: राजस्थान में 8,000 ऐसे स्कूल, जहां हो सकती है पिपलोदी जैसी घटना
अब ठेकेदार-अभियंताओं से वसूली
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता घटिया पाए जाने पर निर्माणकर्ता ठेकेदार सहित संबंधित अभियंता की जिम्मेदारी तय कर उनसे वसूली की जाएगी। साथ ही प्रदेश के निजी स्कूलों का भी सर्वे होगा। निजी स्कूलों में बच्चों को लाने एवं ले जाने वाले वाहनों की सुरक्षा जांच, वाहन फिटनेस तथा वाहन चालक की मेडिकल जांच सहित अन्य सुरक्षा मानकों की निगरानी की जाएगी।
पिंक टॉयलेट की गुणवत्ता जांचेंगे
मंत्री ने पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को प्रदेश के सभी विद्यालयों में बनाए गए पिंक टॉयलेट की गुणवत्ता की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पंचायत राज विभाग में कराए जा रहे सभी नवीन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिए गए। सार्वजनिक शौचालय का नियमित रखरखाव करने को भी अधिकारियों से कहा गया है।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧