मरने के बाद भी दो लोगों को जिंदगी दी, जीवन के असली मायने समझा गए जोधपुर के सेवा राम
राजस्थान के जोधपुर के सेवा राम ने सड़क दुर्घटना के बाद अपनी ब्रेन डेथ के बावजूद दो लोगों को अंगदान कर नई जिंदगी दी। उनका इंसानियत का जज्बा सभी के लिए प्रेरणा बन गया।
जोधपुर (Jodhpur) निवासी सेवा राम ने अपनी आखिरी सांस में इंसानियत का ऐसा उदाहरण पेश किया, जिसे शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। हाल ही में सड़क दुर्घटना का शिकार होने वाले सेवा राम ने अपनी ब्रेन डेथ के बाद दो लोगों को नई जिंदगी दी। यह घटना जीवन के असली मायनों को उजागर करती है।
29 जुलाई को जोधपुर में ट्यूशन पढ़ाने वाले सेवा राम अपने बेटे के लिए दवा लेकर घर लौट रहे थे, तभी झालामुंड के जिला मोती मार्केट रोड पर एक तेज रफ्तार बाइक ने उनके स्कूटर को टक्कर मार दी। इस हादसे में उनके सिर में गंभीर चोटें आईं और उनका एक पैर भी टूट गया। इसके बाद परिजन उन्हें तुरंत जोधपुर एम्स अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनका इलाज शुरू किया गया, लेकिन दो घंटे बाद वे कोमा में चले गए।
ब्रेन डेथ के बाद अंगदान का महत्वपूर्ण निर्णय
एम्स के डॉक्टरों ने सेवा राम के परिवार को बताया कि उनका ब्रेन डेड हो चुका है। हालांकि परिवार ने उम्मीद नहीं छोड़ी और चार-पांच दिन तक सेवा राम के होश में आने का इंतजार किया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने परिवार से अंगदान के बारे में चर्चा की और परिवार ने सहमति दे दी।
अंगदान से दो लोगों को नई जिंदगी मिली
सेवा राम की किडनी दान कर दी गई। एक किडनी को जयपुर भेजा गया, जबकि दूसरी किडनी एम्स में भर्ती एक मरीज को प्रत्यारोपित की गई। इस प्रकार सेवा राम ने अपनी मौत के बाद दो लोगों की जिंदगियां बचा लीं। यह घटना एक प्रेरणा बन गई है, जो हमें अंगदान के महत्व को समझाती है।
अंगदान जीवन बचाने का एक महत्वपूर्ण कार्य है। जब कोई व्यक्ति ब्रेन डेड होता है, तो उसके अंगों को दान करके कई लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। अंगदान का निर्णय न केवल परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है। क्या अब जीवन दान के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ेगी?
FAQ
1. अंगदान क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
अंगदान वह प्रक्रिया है जिसमें किसी ब्रेन डेड व्यक्ति के अंगों को दूसरे जरूरतमंद व्यक्तियों को प्रत्यारोपित किया जाता है। यह किसी की जिंदगी बचाने में मदद कर सकता है।
2. सेवा राम ने किस तरह से दो लोगों की जिंदगी बचाई?
सेवा राम के ब्रेन डेड होने के बाद, उनके परिवार ने अंगदान करने का निर्णय लिया और उनकी दोनों किडनियों को दान कर दो लोगों को नई जिंदगी दी।
3. क्या अंगदान से जुड़े कोई कानूनी प्रक्रियाएं हैं?
अंगदान के लिए परिवार की सहमति जरूरी होती है, और इसे कानूनी रूप से स्वीकार किया जाता है। अस्पताल द्वारा इसकी पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जाती है।