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Photograph: (the sootr)
Jhalawar. राजस्थान की अंता विधानसभा सीट से पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा झालावाड़ जिला कारागार के टॉयलेट में फिसलने से घायल हो गए। स्पाइन में लगी चोट के चलते उन्हें कोटा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां उनकी एमआरआई और अन्य जांचें की गईं।
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बीमारी की गंभीरता का पता चलेगा
झालावाड़ जिले के जिला कारागार में कंवरलाल सजा काट रहे हैं। बुधवार शाम को वे कारागार के टॉयलेट में गए थे, जहां पैर फिसलने से उन्हें चोट लगी। इसके बाद उन्हें कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सा जांच के बाद उन्हें गंभीर स्थिति में कोटा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। गुरुवार को उनकी एमआरआई व अन्य जांचें की गईं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी की गंभीरता का पता चल पाएगा।
कोटा मेडिकल कॉलेज भेजा
अस्पताल चौकी प्रभारी भीम सिंह ने बताया कि कंवरलाल को बुधवार शाम जिला कारागृह से इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। जेल प्रशासन के अनुसार टॉयलेट में पैर फिसलने के कारण उन्हें चोट लगी थी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. संजय पोरवाल और ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. हरीश जैन ने उनका मेडिकल चेकअप कर जांच की। प्रारंभिक जांच में स्पाइन के L4 तथा L5 में चोट मिली है, जिससे चलने और खड़े होने में कठिनाई हो रही है। उन्हें इलाज के लिए कोटा मेडिकल कॉलेज भेजा है।
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तीन साल की सजा भुगत रहे कंवरलाल
मीणा पर जिले में पंचायत चुनाव के दौरान एसडीएम को पिस्टल से धमकाने, मारपीट व राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ था। मामले में सेशन न्यायालय, राजस्थान हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट तक चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मीणा की तीन साल की सजा का फैसला बरकरार रखा था।
मीणा को कोर्ट में सरेंडर कर सजा पूरी करने का आदेश दिया गया था। 21 मई को मनोहरथाना कोर्ट में उन्होंने सरेंडर किया था। इसके बाद से ही मीणा जिला कारागार में अपनी सजा पूरी कर रहे हैं।
पहले भी गए थे अस्पताल
कंवरलाल को कारागार से दूसरी बार जिला अस्पताल लाया गया है। गत दिनों उन्हें घबराहट की शिकायत के बाद जिला अस्पताल भेजा गया था, जहां स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान पूर्व विधायक की सोनोग्राफी, डेंटल तथा मेडिसिन से संबंधित जांचें करवाई गई थीं। इसके बाद पूर्व विधायक को जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया गया था।
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राज्यपाल के पास अटकी है दया याचिका
सुप्रीम कोर्ट में मीणा द्वारा लगाई गई सजा याचिका खारिज होने के बाद विधायक को सजा भुगतने जेल जाना पड़ा था। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विपक्ष के भारी दबाव के बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता को समाप्त कर दिया था। अपनी सजा माफी के लिए मीणा ने राज्यपाल के समक्ष दया याचिका लगाई हुई है। इस पर फैसला आना बाकी है।
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अंता सीट पर हो रहा है उपचुनाव
कंवरलाल की विधायकी रद्द होने के बाद अंता सीट पर उपचुनाव हो रहा है। 11 नवंबर को मतदान है और 14 को मतगणना है। भाजपा ने मोरपाल सुमन को, तो कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस से निष्कासित नरेश मीणा और भाजपा के बागी निर्दलीय रामपाल मेघवाल ने निर्दलीय पर्चा भरा है। इस सीट पर 21 नामांकन दाखिल हुए हैं।
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