कजाकिस्तान में जिंदगी की जंग लड़ रहे MBBS स्टूडेंट राहुल को जयपुर लाए, SMS में शुरू हुआ इलाज

कजाकिस्तान में राजस्थान के जयपुर के एमबीबीएस स्टूडेंट राहुल को एयर एंबुलेंस में लाए, सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया। सामाजिक संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों के प्रयास लाए रंग।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
rahul ghosalya

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

कजाकिस्तान में जिंदगी की जंग लड़ रहे राजस्थान के जयपुर ग्रामीण के एमबीबीएस स्टूडेंट राहुल घोसल्या को जयपुर लाया है। सोमवार को शाम एयर एंबुलेंस से जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे राहुल को मेडिकल और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम की निगरानी में एसएमएस हॉस्पिटल में मेडिकल आईसीयू फर्स्ट के वार्ड में भर्ती किया है। 

राजस्थान मौसम अपडेट : दीपावली निकलने के साथ सर्दी बढ़ने के संकेत, गिरेगा तापमान, जाड़ा पकड़ेगा जोर

माहेश्वरी की देखरेख में ट्रीटमेंट शुरू

एयरपोर्ट पर सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत, डॉ. अनिल, शाहपुरा से भाजपा नेता उपेन यादव सहित जयपुर प्रशासन की टीम तैनात रही। एसएमएस हॉस्पिटल से विशेष क्रिटिकल एम्बुलेंस और डॉक्टरों की टीम भी एयरपोर्ट भेजी गई। एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचने पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी की देखरेख में ट्रीटमेंट शुरू किया गया। 

प्रतिशोध..! TheSootr ने दीया कुमारी की खबरें दिखाईं तो ले गई राजस्थान पुलिस

4 डॉक्टर्स की टीम

एसएमएस प्रशासन ने राहुल के इलाज के लिए 4 डॉक्टर्स की टीम बनाई है। इसमें न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. दिनेश खंडेलवाल, एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से डॉ. निहार शर्मा, जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट के जीएल धायल, इमरजेंसी मेडिसिन के एचओडी डॉ. सतीश मीणा एवं अतिरिक्त अधीक्षक नरेंद्र सिंह चौहान को शामिल किया है। 

RAJASTHAN Top News : राजस्थान की बड़ी खबरें

जयपुर के नयाबास गांव का राहुल

जयपुर के नयाबास गांव का रहने वाला राहुल साल 2021 से कजाकिस्तान से एमबीबीएस कर रहा था। इसी महीने 8 अक्टूबर को राहुल को ब्रेन हेमरेज हो गया, तब से वो वहां के हॉस्पिटल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। राहुल का जीवन बच सके और उसे बेहतर इलाज मिले, इसके लिए उसके माता-पिता ने सोशल मीडिया के जरिए भारत और राज्य सरकार से सहयोग मांगा था। उन्होंने केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार के मंत्रियों को एयर लिफ्ट करके राहुल को भारत लाने की गुहार लगाई थी। 

दीपावली पर प्रदेश को क्रिकेट का तोहफा, रणजी मुकाबले में राजस्थान ने छत्तीसगढ़ को 9 विकेट से हराया

आखिर रंग लाई कोशिश

राहुल को इंडिया लाने के लिए बीते कई दिनों से उसका परिवार और कई सामाजिक संस्थाएं कोशिश कर रही थीं। राहुल 8 अक्टूबर को कॉलेज की लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान उसे उल्टियां हुईं और चक्कर आने लगे। राहुल वापस हॉस्टल रूम पर आ गया और कुछ दवाएं ली। 

जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो राहुल के दोस्तों ने उसे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में ही एडमिट करा दिया। परिवार के सदस्यों ने राहुल के दोस्तों से बातचीत के आधार पर बताया था कि अगले 30 घंटों तक वह होश में था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। 

राजस्थान के 7 विश्वविद्यालयों को मिल गए नए कुलगुरु, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने जारी किए आदेश

इन संस्थाओं का मिला सहयोग

राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) ने राहुल को भारत लाने में सहयोग किया। अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने बताया कि उनकी राहुल के परिजनों से बात हुई और उसके बाद उन्होंने भारतीय दूतावास से संपर्क कर राहुल की शिफ्टिंग का प्रयास किया। 

विदेश मंत्रालय, इंडियन कम्युनिटी वेलफेयर फंड, राना और जनसहयोग से कोशिशें कामयाब रहीं। इस मामले में जयपुर जिला कलेक्टर से भी चर्चा हुई। जयपुर पहुंचने के बाद एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज की व्यवस्था भी कर दी गई।

एसएमएस हॉस्पिटल राहुल घोसल्या जयपुर राजस्थान
Advertisment