/sootr/media/media_files/2025/08/25/ghana-2025-08-25-17-30-41.jpg)
Photograph: (the sootr)
राजस्थान के भरतपुर स्थित प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) एक बार फिर प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हो गया है। इस बार यहां लगभग 200 पेंटेड स्टार्क का झुंड पहुंच चुका है और इनकी नेस्टिंग प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। साथ ही करीब 700 कार्मोरेंट भी यहां पहुंचे हैं, जो घना पक्षी विहार की रौनक को और बढ़ा रहे हैं। पक्षी प्रेमी, पर्यटक और फोटोग्राफर इस दृश्य से रोमांचित हैं।
पावरकट के बाद घनघनाती रही फोन की घंटी, कर्मचारी लेता रहा खर्राटे
पेंटेड स्टार्क की खूबसूरत रंगत
पेंटेड स्टार्क को अपनी खूबसूरत रंगत के कारण जीवित पेंटिंग भी कहा जाता है। इसका शरीर सफेद होता है, लेकिन इसके पंखों पर गुलाबी आभा, काले धारियां और लंबी पीली चोंच इसे बहुत आकर्षक बनाती हैं। यह पक्षी तालाबों और झीलों में मछलियां, मेंढक और छोटे जलीय जीव खाकर जीवन-यापन करता है। शिकार करते वक्त यह अपनी लंबी चोंच को पानी में डालकर धीरे-धीरे आगे बढ़ता है और जैसे ही शिकार उसके संपर्क में आता है, तुरंत उसे पकड़ लेता है।
11 राज्यों में बारिश का अलर्ट, गिरेंगे ओले, रहेगा घना कोहरा, जानें मौसम का हाल
नेस्टिंग और प्रजनन चक्र
पेंटेड स्टार्क सामाजिक पक्षी होते हैं और बड़े झुंड में रहना पसंद करते हैं। ये आमतौर पर ऊंचे पेड़ों पर घोंसले बनाते हैं। मादा स्टार्क सामान्यतः 2 से 5 अंडे देती है और इन अंडों का ऊष्मायन लगभग एक माह तक रहता है। बच्चे घोंसले में ही रहते हैं और धीरे-धीरे उड़ान भरने योग्य बनते हैं। यह प्रजनन चक्र बारिश और पर्याप्त जल पर निर्भर करता है, जो पेंटेड स्टार्क के जीवन चक्र के लिए महत्वपूर्ण है।
Weather Update : छाने लगा घना कोहरा... पड़ने लगी कंपकंपाती ठंड
उद्यान का पारिस्थितिकी तंत्र और अन्य पक्षी
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सिर्फ पेंटेड स्टार्क ही नहीं, बल्कि 700 कार्मोरेंट के साथ-साथ ईग्रेट, आइबिस और स्पूनबिल जैसे कई अन्य पक्षी भी दिखाई दे रहे हैं। यह संकेत है कि उद्यान का पारिस्थितिकी तंत्र पक्षियों के लिए बेहद अनुकूल है। हालांकि बर्ड फ्लू जैसी बीमारियां इन पक्षियों की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती हैं।
बर्ड फ्लू और सतर्कता
पिछले वर्ष बर्ड फ्लू की चपेट में आने से 40 पेंटेड स्टार्क के बच्चे काल का ग्रास बन गए थे। इस वर्ष विभाग पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत सैंपलिंग की जाएगी। वन विभाग की टीमें निगरानी कर रही हैं, ताकि कोई भी संक्रमण न फैले।
FAQ
- thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧