थप्पड़ कांड आरोपी Naresh Meena की रिहाई के पीछे की क्या है कहानी? सरकार पर बन रहा था दबाव!

राजस्थान के टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट से उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे नरेश मीणा (naresh meena) को SDM अमित चौधरी थप्पड़कांड के बाद आगजनी मामले में जमानत मिली है।

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Santosh Kumar pandey
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राजस्थान (Rajasthan) के टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट से उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे नरेश मीणा (naresh meena) को SDM अमित चौधरी थप्पड़ कांड (समरावता थप्पड़ कांड) के बाद हुई आगजनी मामले में आठ महीने के बाद जमानत मिल गई है। अब जल्द वह जेल से बाहर आएंगे। टोंक जिले की समरावता गाँव में उपचुनाव के दौरान रात में 13 नवंबर 2024 को आगजनी हुई थी। जिसे लेकर टोंक के नगरफोर्ट थाने में मामला दर्ज किया गया था। आज उसी मामले में राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) में सुनवाई हुई है। जहां से नरेश को राहत मिली है। नरेश मीणा को रिहाई मिलने के बाद उनके वकील फतेहराम मीणा का कहना है कि नरेश मीणा सोमवार को जेल से बाहर आ जाएगा। जस्टिस प्रवीऱ भटनागर की एकलपीठ ने आदेश दिए। वकील फतेहराम मीणा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब जमानत के लिए प्रक्रिया शुरू होगी। ये तीसरी बार जमानत मिली है।

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युवाओं ने दी थी सरकार को चेतावनी 

नरेश मीणा की रिहाई के लिए आठ जुलाई को मीणा समाज के युवा नेताओं ने जयपुर में एक बैठक की थी। जिसके बाद कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में छात्र नेता मनोज मीणा ने कहा था कि भजनलाल सरकार ने नरेश मीणा के परिवार और समाज के साथ घोर विश्वासघात किया है। उसी क्रम में NSUI के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राकेश मीणा ने कहा कि हम लोगों ने अपने कई वरिष्ठ नेताओं को नरेश मीणा के मामले को बताया है। जिसपर आगे कार्रवाई होगी। वहीं, विजू जेफ, हीरालाल मीणा ने भी नरेश की रिहाई के लिए आवाज बुलुंद की थी। इस बैठक के बाद भजनलाल सरकार को चेतवानी दी गई थी कि अगर 11 जुलाई को नरेश मीणा की रिहाई नहीं होती है तो 20 जुलाई को विधानसभा का घेराव किया जाएगा।

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नरेश की रिहाई न होने का दबाव 

एक तरफ जहां नरेश मीणा की रिहाई के लिए सरकार पर दबाव बनाया जा रहा था। वही, प्रशासनिक हल्के में नरेश मीणा के रिहाई न होने का माहौल बना हुआ था। अब राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद (RAS Association) के अध्यक्ष महावीर खराड़ी का कहना है कि कोर्ट के फैसले का हम अध्ययन करेंगे। उसके बाद हमारी कार्यकारिणी की बैठक में जो निर्णय होगा उसपर काम किया जाएगा। 

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अंता उपचुनाव का असर? 

नरेश मीणा के गृह जिले बारां की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की अभी पूरी संभावना है। अंता विधानसभा क्षेत्र में मीणा और माली जातियों के सबसे अधिक वोट हैं। इसलिए नरेश के जेल में रहने की नाराजगी भाजपा को झेलनी पड़ सकती थी। सूत्रों का कहना है कि अंता विधानसभा सीट पर भाजपा कोई नुकसान नहीं चाह रही है। इसलिए, नरेश की रिहाई का दबाव बन रहा था। 

कई नेताओं ने बनाया दबाव? 

नरेश मीणा के जेल में जाने के बाद हाड़ौती में प्रह्लाद गुंजल, ओमप्रकाश हुड़ला ने भी सरकार भी खूब दबाव बनाये थे। पिछले कुछ दिनों से इसपर मामला बेहद दबाव पूर्व बना हुआ था। 

FAQ

1. नरेश मीणा को कब और क्यों जमानत मिली?
उत्तर: नरेश मीणा को समरावता थप्पड़कांड मामले में आठ महीने बाद राजस्थान हाईकोर्ट से राहत मिली है। उन्हें जमानत मिली और जल्द जेल से रिहाई होगी।
2. समरावता थप्पड़कांड क्या है?
उत्तर: समरावता थप्पड़कांड 13 नवंबर 2024 को टोंक जिले के समरावता गाँव में उपचुनाव के दौरान हुई आगजनी और हिंसा से जुड़ा मामला है, जिसमें नरेश मीणा का नाम था।
3. नरेश मीणा की रिहाई के लिए मीणा समाज ने क्या कदम उठाए?
उत्तर: मीणा समाज के नेताओं ने जयपुर में बैठक की और सरकार को चेतावनी दी कि अगर 11 जुलाई तक नरेश मीणा की रिहाई नहीं होती, तो 20 जुलाई को विधानसभा का घेराव किया जाएगा।


 

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