नीरजा मोदी स्कूल मामले में भजनलाल सरकार एक्शन मोड पर, करवा रही है मान्यता-एनओसी की जांच

नीरजा मोदी स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा के कूदकर जान देने के मामले में राजस्थान के शिक्षा मंत्री के तीखे तेवर। स्कूल प्रबंधन के जांच में सहयोग नहीं करने पर चेताया। जांच बाधित करने वाले परिणाम भुगतेंगे। स्कूल की एनओसी और मान्यता की जांच होगी।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. राजस्थान के जयपुर के मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा अमायरा के चौथी मंजिल से कूदने का मामला अब राजस्थान सरकार के पाले में है। सरकार मामले की जांच करवा रही है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश पर शिक्षा विभाग की एक टीम स्कूल पहुंची थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उस जांच टीम को कोई तवज्जो नहीं दी। 

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स्कूल प्रबंधन भुगतेगा गंभीर परिणाम

न तो प्राचार्या मिलने आई और जांच टीम मिलने गई तो गेट पर ताला लगा दिया। स्कूल प्रबंधन से इस असहयोग के चलते सरकार भी एक्शन मोड पर आ गई है। शिक्षा मंत्री दिलावर ने स्कूल की मान्यता और एनओसी की जांच करवाने का बयान दिया है।

यह भी कहा है कि अगर स्कूल प्रबंधन ने जांच में सहयोग नहीं किया, तो देखने लायक कार्रवाई होगी। दिलावर ने कहा कि जांच टीम में शामिल अधिकारियों को स्कूल प्रबंधन ने जांच करने से रोकने की कोशिश की। इसके गंभीर परिणाम स्कूल प्रबंधन को भुगतने पड़ेंगे। 

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स्कूल को दस्तावेज देने को कहा

स्कूल को किस नियम के तहत एनओसी और मान्यता मिली है, उसकी सरकार जांच करवा रही है। नामी निजी स्कूल में ऐसा हादसा होना आश्चर्यजनक है। सरकार मामले के हर पहलू की गहराई से जांच करवा रही है, ताकि हकीकत का पता चल सके। शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद शिक्षा विभाग ने एनओसी और मान्यता संबंधित दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। स्कूल को नोटिस देकर दस्तावेज देने को कहा है। 

दो स्तरों पर हो रही है जांच

शिक्षा विभाग और सीबीएसई दोनों स्तर पर जांच करवाई जा रही है। दोनों की संयुक्त जांच कर जल्द ही शिक्षा मंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। रिपोर्ट के आधार पर स्कूल प्रबंधन, प्राचार्य और अन्य जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय की जाएगी। सरकार का मानना है कि इस मामले में लापरवाही को नजीर के रूप में लिया जाएगा, ताकि भविष्य में कोई भी संस्थान लापरवाही या नियम उल्लंघन करने से पहले सौ बार सोचे।

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शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूलों को चेताया

स्कूल में छात्रा की मौत के मामले के बाद दिलावर ने कहा है कि निजी स्कूलों में सुरक्षा संबंधित कई मसले हैं। यह मामला सिर्फ नीरजा मोदी स्कूल तक सीमित नहीं है। राजस्थान के सभी निजी स्कूलों को शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुरूप ही संचालन करना होगा।

अगर किसी भी निजी स्कूल ने नियमों की अनदेखी की या विभागीय दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया, तो उसके खिलाफ नियमों के तहत सख्त कार्रवाई होगी। सरकार किसी भी स्तर पर अनियमितताओं या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।

हो सकती है मान्यता रद्द

छात्रा के कूदने के मामले में शिक्षा विभाग की जांच टीम स्कूल पहुंची तो स्कूल की प्रिंसिपल पूनम दवे मौके पर थीं। उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की। पूरा दिन बीत जाने के बाद भी अपना पक्ष रखने के लिए सामने नहीं आईं। दिलावर के आदेश पर 6 अधिकारियों का दल शनिवार दोपहर करीब 3 बजे स्कूल पहुंचा था। स्कूल प्रबंधन से कोई उनसे मिलने नहीं आया। जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) रामनिवास शर्मा ने चपरासी कल्पेश से प्रिंसिपल तक विभाग की टीम के आने की सूचना देने को कहा। 

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सूचना के बाद भी कोई नहीं आया

सूचना के बाद भी न तो वह आया और ना ही प्राचार्या आई। स्कूल प्रबंधन के व्यवहार को देखते हुए रामनिवास शर्मा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने जांच में सहयोग नहीं किया। ऐसे में स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करेंगे। मान्यता रद्द की जाएगी। पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। स्कूल प्रबंधन ने जांच में सहयोग नहीं किया तो सरकार स्कूल की मान्यता रद्द कर सकती है। वैसे भी विभाग ने जांच शुरू कर दी है।

सुसाइड केस की कर रही है पुलिस जांच

चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा शनिवार को स्कूल की चौथी मंजिल की छत से कूद गई थी। गिरने के बाद उसे मेट्रो मास अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। छात्रा ने कूदकर जान क्यों दी, इस बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है। साथ ही स्कूल टीचर्स, प्रिंसिपल, स्टाफ और बच्चों से पूछताछ कर रही है। 

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अभिभावकों के भी लेंगे बयान

फिलहाल अभिभावकों से बात नहीं की गई है। पुलिस उनके भी बयान लेगी। ऐसी कौनसी बात थी, जिससे अमायरा इतनी हर्ट हुई कि उसने छत से कूदकर अपनी जान दे दी। किसी ने उसे कूदने के लिए उकसाने की कोशिश तो नहीं की या किसी तरह के वह तनाव में थी। ऐसे सभी पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है।

स्कूल प्रबंधन-टीचर्स पर एफआईआर

बच्ची के पिता ने पुलिस को शिकायत दी है। शिकायत में बताया है कि बच्ची के छत से कूदने के बारे में स्कूल प्रबंधन से पूछा गया, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। न ही घटना स्थल दिखाया। मेरी बच्ची की मौत स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, जिसमें स्कूल प्रबंधन और टीचरों की भूमिका संदिग्ध है। 

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स्कूल जाने से पहले स्वस्थ

पिता का कहना है कि मेरी बच्ची जब स्कूल गई, तब सामान्य थी। स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उच्च स्तरीय जांच कर न्याय दिलवाएं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए हैं। एफएसएल से जांच करवाई गई है। छात्रा का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार होगा।

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