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Photograph: (the sootr)
Jaipur. ईमेल पर बम होने की धमकी देने के मामले थम नहीं रहे हैं। कुछ दिनों पहले सेशन कोर्ट में बम होने की धमकी मिली थी। शुक्रवार को फिर एक धमकी ईमेल पर मिली है।
राजस्थान हाई कोर्ट की जयपुर खंडपीठ में एक धमकी भरे ईमेल के मिलने से हड़कंप मच गया। रजिस्ट्रार-प्रशासन के ईमेल पते पर भेजी गई सूचना में हाई कोर्ट के जजों और स्टाफ के नामों का उल्लेख था और मेल में हाई कोर्ट को निशाना बनाने की बात लिखी गई थी।
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पुलिस जांच में जुटी
प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से अदालत भवन को खाली करवा दिया और सभी सुनवाई तत्काल रोक दीं। मेल में कथित रूप से यह भी लिखा गया था कि हाई कोर्ट के जयपुर खंडपीठ को उड़ाने के अलावा कोई चारा नहीं है। सबको जल्दी से खाली कराओ। हम तो बस संपत्ति का नुकसान चाहते हैं।
इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई, जिस पर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए। चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। पुलिस धमकी की वैधता और स्रोत का पता लगाने में जुटी है।
तमिलनाडु की घटनाओं का जिक्र
रजिस्ट्रार कार्यालय को भेजे गए मेल में तमिलनाडु की कुछ घटनाओं और मीडिया से जुड़े गंभीर आरोपों का भी जिक्र किया गया था। मेल में पाकिस्तान कोऑर्डिनेशन, कुछ एक्स हैंडल और मीडिया से संबंधित नामों का हवाला देते हुए गंभीर और आपराधिक प्रकृति के दावे किए गए हैं। साथ ही कुछ एक्स हैंडल्स और अन्य संदर्भों का भी उल्लेख था।
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हर एंगल से हो रही जांच
पुलिस और इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा मेल की शिनाख्त, भेजने वाले के आईपी-एड्रेस और संबंधित सोशल मीडिया हैंडल्स की पड़ताल की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां यह भी देख रही हैं कि मेल में प्रयुक्त भाषा और संदर्भ किस स्तर की साजिश को इंगित करते हैं और क्या यह कोई वास्तविक खतरनाक योजना है या किसी तरह का भड़काऊ संदेश है।
कोर्ट से बाहर आए वकील
धमकी की ईमेल मिलने के बाद कोर्ट परिसर में पुलिस और सुरक्षा बलों ने तलाशी ली। सभी एंट्री-प्वाइंट्स पर जवानों ने हर किसी की चैकिंग की। चारों तरफ पुलिस ही पुलिस दिखी। पुलिस की सूचना पर कोर्ट और चैंबर से वकील भी बाहर आ गए। जज भी सुरक्षा के चलते कोर्ट में नहीं बैठे। तलाशी के लिए अदालत भवन खाली करवा दिया गया। वहीं अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर यकीन न करें और आधिकारिक सूचनाओं का ही इंतजार करें।
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परिसर खाली कराया, हर जगह तलाशी
सूचना पर पुलिस ने बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड से तलाशी ली। जानकारी मिलने पर पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया गया। हाई कोर्ट परिसर को खाली करवाकर चप्पे-चप्पे की सघन तलाशी ली गई। इस दौरान एम्बुलेंस और दमकल वाहन बुलाए गए। सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर तैनात किया।
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नहीं मिली संदिग्ध वस्तु
हाई कोर्ट परिसर में कड़ी जांच के बाद भी पूरे परिसर में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। बम ब्लास्ट की धमकी मिलने के मामलों में जांच के लिए एसओपी तय की गई है। जिस मेल आईडी से धमकी भरा ईमेल आया है, उसके आईपी एड्रेस के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पहले भी धमकी के मामले
जयपुर में कई संस्थानों, स्कूल, कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इससे पहले कई बार अलग-अलग कोर्ट परिसर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। कई निजी अस्पतालों और स्कूलों को भी कई बार बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिलने के मामले सामने आ चुके हैं। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को भी बम से उड़ाने के धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं। हालांकि तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
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दहल चुका है जयपुर शहर
जयपुर शहर में 13 मई, 2008 को सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे, जिसमें 72 लोगों की मौत हो गई थी। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। ये धमाके हनुमान मंदिरों के बाहर हुए। मंगलवार के दिन बम धमाके किए गए। इस बम विस्फोट की यादें आज भी लोगों के जेहन में हैं। इन धमाकों को याद कर आज भी लोग सिहर उठते हैं।
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