/sootr/media/media_files/2025/12/09/rajasthan-police-2025-12-09-17-47-23.jpg)
Photograph: (the sootr)
Kota. राजस्थान में पुलिस की तस्वीरों में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। भजनलाल सरकार में पुलिसकर्मियों की तस्वीरों में एक बदलाव आया है। अब पुलिसकर्मियों के चेहरे नहीं, उनकी पीठ दिखाई जाएगी। दरअसल पुलिस की गिरफ्तारियों में अब तक जहां पकड़े गए अपराधियों के चेहरे मीडिया में दिखाए जाते थे। अब उनकी बजाय पुलिसकर्मियों की पीठ दिखाई जा रही है।
जयपुर में कल होगा प्रवासी राजस्थान दिवस, विकास और निवेश पर होगी चर्चा, जानिए पूरा कार्यक्रम
पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में बदलाव
राजस्थान पुलिस के इस नए नियम के बारे में डीजीपी राजीव शर्मा ने हाल ही में आदेश जारी किया। कोटा सिटी एसपी तेजस्विनी गौतम ने मीडिया से कहा कि वे इस आदेश का पालन कर रहे हैं। लेकिन इस आदेश के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह कदम पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है।
जनगणना को लेकर राजस्थान सरकार की सख्त चेतावनी, काम से मना करने पर लगेगा 1 हजार का जुर्माना
पुलिसकर्मियों की पहचान से खतरा
यह माना जा रहा है कि यदि पुलिसकर्मियों के चेहरे मीडिया में दिखेंगे, तो उनके पहचान की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इससे अपराधी पुलिसकर्मियों या उनके परिवारों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। विशेषकर जब अपराधियों के परिवार उन्हें प्रलोभन या लालच दे सकते हैं, तो पुलिसकर्मियों का पहचानना आसान हो जाता है।
वसुंधरा राजे दिल्ली जाएंगी या रहेंगी राजस्थान में, आखिर क्यों नहीं हो रहा फैसला, जानिए पूरी स्टोरी
गिरफ्तार आरोपियों के चेहरे सामने
हाल ही में कोटा रेलवे कॉलोनी पुलिस ने एक वृद्धा को ठगने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने वृद्धा को सोने के टॉप्स के बदले रुपए देने का प्रलोभन दिया था। जब पुलिस ने मीडिया में गिरफ्तार आरोपियों के बारे में जानकारी दी, तो देखा गया कि पुलिसकर्मियों ने अपनी पीठ करके फोटो खिंचवाई। जबकि पकड़े गए आरोपियों के चेहरे सामने थे। यह घटना राजस्थान पुलिस के नए नियम को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
कूनो से राजस्थान के लिए निकले दो चीते, एक की हाईवे पर दर्दनाक मौत, दूसरे लापता की तलाश जारी
पुलिसकर्मियों की सुरक्षा की पहल
राजस्थान पुलिस द्वारा यह कदम पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है। जब पुलिसकर्मियों की पहचान मीडिया में दिखाई जाती है, तो अपराधी उन्हें या उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों के परिवारों को भी खतरा हो सकता है। खासकर जब अपराधी प्रलोभन देकर पुलिसकर्मियों को निशाना बना सकते हैं।
जयपुर में कल होगा प्रवासी राजस्थान दिवस, विकास और निवेश पर होगी चर्चा, जानिए पूरा कार्यक्रम
मुख्य बिंदु
फोटो में आएगी पीठ: राजस्थान पुलिस का नया नियम पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। अब पुलिसकर्मियों के चेहरे की बजाय उनकी पीठ दिखाए जाने का नियम लागू किया गया है।
चेहरा नहीं दिखेगा: यह नियम केवल पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए है और इससे अपराधियों को कोई विशेष परेशानी नहीं होगी। अपराधियों के चेहरे पहले की तरह दिखाए जाएंगे।
पुलिसकर्मी की सुरक्षा: पुलिसकर्मियों को चेहरे नहीं दिखाने का मुख्य कारण उनकी पहचान की सुरक्षा है, ताकि अपराधी या उनके परिजन उन्हें नुकसान न पहुंचा सकें।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us