राजस्थान में 8 घंटे तक बंद रहा इन स्टेशनों पर रेल यातायात, परेशान हुए हजारों यात्री

भारी बारिश के कारण बाधित रेलमार्ग को रेलवे ने साढ़े आठ घंटे में बहाल कर दिया, यात्रियों को बसों से उनके गंतव्यों तक सुरक्षित पहुंचाया गया। पाली मारवाड़, बोमादड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच रेल पटरियों के नीचे से मिट्टी बह जाने के कारण यातायात प्रभावित हुआ।

author-image
Sanjay Dhiman
New Update
relway treck damage

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

राजस्थान के उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंड़ल में रविवार-सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण रेल यातायात भी प्रभावित हुआ। बारिश के कारण लूनी-मारवाड जंक्शन रेल खंड़ के पाली मारवाड़, बोमादड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच रेल पटरियों के नीचे से मिट्टी बह जाने के कारण यातायात प्रभावित हुआ।

कई जगह रेल पटरियां भी क्षतिग्रस्त हो गई। इन क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत में रेलवे को आठ घंटे से अधिक का समय लगा। इस दौरान रेलवे ने यात्रियों की परेशानी को देखते हुए उन्हें बसों से उनके गंतव्यों तक पहुंचाया।  

रेलवे ने किया युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य

रेलवे प्रशासन ने पूरे मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया और युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित रेल खंड में मरम्मत कार्य को लगभग साढ़े आठ घंटे में पूरा किया गया। इस दौरान, प्रभावित रेल खंड पर कई ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया और कुछ ट्रेनों का मार्ग भी परिवर्तित किया गया।

रेल यातायात की सुचारू व्यवस्था के लिए रेलवे ने यात्री ट्रेनों को अलग-अलग मार्गों पर चलाने का निर्णय लिया। ट्रेनों की व्यवस्था को ठीक करने के बाद, रेलवे ने पाली मारवाड़-बोमादड़ा रेलवे मार्ग पर सुरक्षित ट्रायल भी किया। इस ट्रायल के सफल रहने के बाद ट्रेनों का संचालन फिर से बहाल किया गया।  

यह खबरें भी पढ़ें...

डिप्टी सीएम का कारनामा : दीया कुमारी ने अपने नाम करा ली बेशकीमती सरकारी जमीन; कोर्ट में सरकार की हार की पूरी इनसाइड स्टोरी

राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में फर्जीवाड़ा के बाद शुरू हुई मुंह चमकाने की कवायद

राजस्थान में बारिश बनी आफत, बाढ़ से हालात के बीच इन शहराें के स्कूलों में अवकाश घोषित

ट्रेनों को करना पड़ा टर्मिनेट, बस से भेजे यात्री

पानी और मिट्टी के कारण पटरियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण रेलवे ने कुछ ट्रेनों को टर्मिनेट कर दिया, इससे रेल यातायात प्रभावित हुआ। इन ट्रेनों में 14822 साबरमती-जोधपुर एक्सप्रेस, 20496 हड़पसर-जोधपुर और 11090 पुणे-भगत की कोठी एक्सप्रेस को मारवाड़ जंक्शन पर टर्मिनेट किया गया।

वहाँ फंसे यात्रियों को बसों से पाली और जोधपुर भेजा गया। रेलवे की इस व्यवस्था की यात्रियों ने सराहना की।  

ऐसे समझें बारिश में कैसे प्रभावित हुआ रेलवे यातायात

बारिश के कारण रेलमार्ग बाधित: उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल में भारी बारिश के कारण पाली मारवाड़-बोमादड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच रेल यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया था।

रेलवे प्रशासन की त्वरित कार्रवाई: रेलवे प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया और यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था की। 

आंशिक रूप से रद्द की गई ट्रेने: प्रभावित ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया, जैसे साबरमती-जोधपुर एक्सप्रेस और हड़पसर-जोधपुर। 

मरम्मत कार्य में 8 घंटे का समय: बारिश थमने के बाद मरम्मत कार्य लगभग 8 घंटे में पूरा किया गया, और रेलवे ने सुरक्षित ट्रायल किया, जो सफल रहा।

ट्रेन संचालन फिर से बहाल: ट्रायल सफल रहने के बाद ट्रेनों का संचालन 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से फिर से बहाल कर दिया गया और रेलमार्ग पूरी तरह से दुरुस्त हो गया।

 

साढे़ आठ घंटे में हुई मरम्मत

बारिश का दौर थमने के बाद रेलवे प्रशासन ने 12:40 बजे से मरम्मत कार्य प्रारंभ किया। लगभग 8 घंटे 25 मिनट की कड़ी मेहनत के बाद रेलवे ने मानसून रिजर्व ट्रेन से 10 किमी प्रति घंटा की गति से ट्रायल किया। इस ट्रायल के सफल होने के बाद, यात्री ट्रेन के लिए 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से संचालन की अनुमति दी गई।

रेलवे प्रशासन के अनुसार, अब पाली मारवाड़-बोमादड़ा रेलवे मार्ग पूरी तरह से दुरुस्त कर लिया गया है और सभी ट्रेनों का संचालन पूर्ववत बहाल कर दिया गया है।  

यह खबरें भी पढ़ें...

छात्र आत्महत्या: सुप्रीम कोर्ट सख्त, राजस्थान, दिल्ली और बंगाल पुलिस से मांगी रिपोर्ट

राजस्थान में पूर्व विधायक Gyandev Ahuja का आरोप-मंत्रियों ने किया 100 से 500 करोड़ का घोटाला

बारिश के दौरान होगी पटरियों की जांच

उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक, अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि बारिश के दौरान पटरियों की स्थिति की जांच की गई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए।

उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में रेलवे ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए और अधिक बेहतर योजना तैयार कर रहा है। पूरे मंड़ल की पटरियों की जांच करवाई जा रही है, ताकि यात्रियों की यात्रा बिना किसी परेशानी के सुचारू रूप से चल सके। 

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

राजस्थान बारिश ट्रेन रेलवे प्रशासन पाली उत्तर पश्चिम रेलवे रेल यातायात प्रभावित