/sootr/media/media_files/2025/12/12/congress-2025-12-12-14-15-40.jpg)
Photograph: (congress)
Jaipur. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में संगठन सृजन अभियान के तहत नई नियुक्तियों का दौर चल रहा है। संगठन के 50 जिलों में से 45 जिलों के नए जिला अध्यक्ष घोषित किए जा चुके हैं, जबकि जयपुर सहित 5 जिलों में अध्यक्षों के नाम का ऐलान अभी बाकी है। इन बदलावों के बीच प्रदेश कांग्रेस में भी एक बड़ा बदलाव संभव है, क्योंकि पार्टी अब प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी नए नेता को सौंपने की योजना बना रही है।
संगठन सृजन अभियान : औपचारिक दिखा चयन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष वे ही बने, जिन पर वरिष्ठ नेताओं का हाथ रहा
डोटासरा का कार्यकाल और पार्टी की स्थिति
गोविंद सिंह डोटासरा को जुलाई, 2020 में राजस्थान कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। इस समय कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह के कारण स्थिति जटिल थी। सचिन पायलट और उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिसके कारण पार्टी में भारी संघर्ष चल रहा था।
...और हार गई कांग्रेस
उस समय पायलट को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटा दिया गया और डोटासरा को यह जिम्मेदारी दी गई थी। डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिली और पार्टी सत्ता में वापसी करने में विफल रही। बावजूद इसके, पार्टी हाईकमान ने उनसे इस्तीफा नहीं लिया। अब पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति करने की योजना बना रही है।
संगठन सृजन अभियान : कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट सौंपी, राहुल गांधी की टीम कर रही आंतरिक जांच
क्या बदलाव लाएगा नया प्रदेशाध्यक्ष?
प्रदेशाध्यक्ष के बदलाव से राजस्थान कांग्रेस में कई बड़े बदलाव हो सकते हैं। नए नेता के नेतृत्व में पार्टी की दिशा और चुनावी रणनीतियों में बदलाव संभव है। अगर नया अध्यक्ष पार्टी के आंतरिक विवादों को सुलझाने और चुनावी जीत की ओर पार्टी को अग्रसर करने में सफल रहता है, तो यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए ये 4 नेता सबसे आगे
राजस्थान कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए 4 प्रमुख नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें से कुछ नेताओं ने लंबे समय तक पार्टी के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और उनकी कार्यशैली को लेकर पार्टी में सकारात्मक विचार हैं।
1. सचिन पायलट : पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और राजस्थान के उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट का नाम भी नए प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में है। उनके नेतृत्व में पार्टी के चुनावी प्रदर्शन पर विचार किया जा रहा है। उनके बारे में यह चर्चा चल रही है कि क्या उन्हें फिर से पार्टी की कमान सौंपने का समय आ गया है।
2. टीकाराम जूली : टीकाराम जूली, जो वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम कर रहे हैं, उनके नाम पर भी विचार किया जा रहा है। जूली की छवि एक मजबूत दलित नेता की रही है और उन्होंने विधानसभा में सरकार को चुनौती देने में अहम भूमिका निभाई है। अगर पार्टी को दलित समुदाय का समर्थन प्राप्त करने की जरूरत महसूस होती है, तो जूली सबसे मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।
3. हरीश चौधरी : पश्चिमी राजस्थान के कद्दावर नेता हरीश चौधरी का नाम भी प्रदेशाध्यक्ष के लिए सामने आया है। हरीश चौधरी ने राज्य में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया है और पंजाब के प्रभारी के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई है। उनकी कड़ी मेहनत और संगठन के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें पार्टी में एक प्रभावशाली नेता बना दिया है।
4. भंवर जितेंद्र सिंह : पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह का नाम भी चर्चा में है। उनका राजनीतिक अनुभव और पार्टी में लंबे समय से सक्रिय रहना उन्हें इस पद के लिए एक योग्य उम्मीदवार बनाता है।
कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान : अजमेर से कोटा तक फिर सामने आई गुटबाजी
मुख्य बिंदु
- राजस्थान कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए प्रमुख उम्मीदवारों में सचिन पायलट, टीकाराम जूली, हरीश चौधरी और भंवर जितेंद्र सिंह का नाम सामने आ रहा है।
- गोविंद सिंह डोटासरा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, क्योंकि उनकी नेतृत्व में पार्टी को विधानसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली और अब पार्टी आगामी चुनावों के लिए नए नेतृत्व की ओर बढ़ने की योजना बना रही है।
- नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति से कांग्रेस पार्टी को नए नेतृत्व के तहत चुनावी रणनीतियों में बदलाव, आंतरिक विवादों को सुलझाने और पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us