/sootr/media/media_files/2025/11/17/nia-2025-11-17-10-56-36.jpg)
Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और मादक पदार्थ मंगवाने वाले और यह सामग्री अन्य राज्यों में सप्लाई करने तस्कर के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने चार्जशीट पेश कर दी है। एनआईए ने नशे और हथियारों के तस्कर विशाल पचार के खिलाफ जयपुर की एनआईए की विशेष कोर्ट में चार्जशीट दायर की है।
पाक से मंगाता था खेप
चार्जशीट में बताया गया है कि तस्कर विशाल पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और नशे की खेप मंगवाकर सप्लाई करता था। इसके लिए उसने इन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन और खुफिया रास्तों का इस्तेमाल किया। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था। तस्कर के बारे में जानकारी मिलने पर एनआईए ने उस पर निगरानी रखी।
राजस्थान सहित तीन राज्यों में नेटवर्क
एनआईए ने बताया गया है कि नशे और हथियार तस्करी गिरोह के मास्टरमाइंड विशाल पचार के खिलाफ यूएपीए, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और बीएनएस की अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी ने राजस्थान के साथ ही हरियाणा और पंजाब में भी अपना नेटवर्क बना रखा था, जिसके जरिए वह प्रतिबंधित हथियार और नशे की सप्लाई करता था।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल में भर्ती प्रक्रिया 26 नवंबर से शुरू, जल्दी करें आवेदन
हाई पावर ड्रोन से गिराए जाते पैकेट्स
एनआईए की पड़ताल में सामने आया है कि नशे और हथियारों के पैकेट्स राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में हाई पावर ड्रोन के जरिए गिराए जाते थे। यहां से इस गिरोह के लोग इन पैकेट्स को हासिल करते और आगे पहुंचाते थे। पड़ताल में यह भी सामने आया कि इस गिरोह के बदमाश खुद भी इन हथियारों का इस्तेमाल पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों के खिलाफ इस्तेमाल करते थे।
गिरोह को लेकर जांच और अनुसंधान जारी
इस गिरोह की जानकारी सामने आने पर राजस्थान पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। बाद में जांच एनआईए ने अपने हाथ में ली। इसके बाद एनआईए ने पश्चिमी राजस्थान में पिछले दिनों कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। इस मामले में अब तक की जांच के आधार पर एनआईए ने कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका को लेकर एनआईए की पड़ताल और अग्रिम अनुसंधान जारी है।
सरकारी नौकरी: राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2025 का रिजल्ट जारी, ऐसे करें चेक
बॉर्डर पर स्थापित होंगे एंटी ड्रोन सिस्टम
राजस्थान में नशे की तस्करी पर प्रभावी रूप से लगाम लगाने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) गठित की गई है। इसे हाल ही में जयपुर के जगतपुरा इलाके में एएनटीएफ के नए भवन का डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने उद्घाटन किया था। इस समस्या पर प्रभावी रूप से लगाम लगाने के लिए प्रदेश में सीमावर्ती इलाकों में एंटी ड्रोन सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। सिस्टम स्थापित करने के लिए पुलिस भी संसाधन जुटा रही है।
काम को बखूबी अंजाम दिया जा सके
राजस्थान नारकोटिक्स ड्रग्स से प्रभावित राज्यों में से एक है। प्रदेश में एक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा भी है। राजस्थान में ड्रग्स के खिलाफ निरंतर प्रभावी कार्रवाई हो, इसलिए केंद्र सरकार के निर्देश पर एएनटीएफ का गठन किया गया है, जिसे आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित किया जा रहा है, ताकि इस काम को बखूबी अंजाम दिया जा सके।
एएनटीएफ की 18 चौकियां स्थापित होंगी
प्रदेश में एएनटीएफ की 18 चौकियां स्थापित होनी हैं, जिनमें से 10 चौकियां संचालित की जा चुकी हैं। ड्रोन के जरिए सीमा पार से तस्करी की जो चुनौती सामने आई है, उससे निपटने के किए एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए जाएंगे।
सीमा पार से राजस्थान में पैकेट गिराए जाते हैं और यहां से आगे दूसरे राज्यों में भेजे जाते हैं। इसी तरह कई बार दूसरे राज्यों में पैकेट गिराकर भी कहीं ओर भेजे जाते हैं। एएनटीएफ नशे की सामग्री के आवागमन पर प्रभावी अंकुश लगाने के कार्य कर रही है।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us