राजस्थान के सरकारी टीचर्स को मिलेगी बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, जानें पूरी प्रोसेस
राजस्थान सरकार शिक्षकों के बच्चोें के लिए एक नई छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत करने जा रही है। इस छात्रवृत्ति योजना में शिक्षकों को बच्चों की शिक्षा के लिए तीन हजार से साढे़ सात हजार रुपए तक की राशि दी जाएगी। इस योजना का लाभ केवल एक बच्चे पर मिलेगा।
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए सरकार एक महत्वपूर्ण योजना प्रारंभ कर रही है। इस योजना में राज्य सरकार शासकीय शिक्षकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। यह योजना राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित की जा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए शिक्षकों को 18 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
योजना का उद्देश्य उच्च शिक्षा में सहायता देना
राजस्थान सरकार की इस नई योजना का उद्देश्य सरकारी शिक्षकों के बच्चों को उच्च शिक्षा में सहायता प्रदान करना है। राज्य सरकार ने यह योजना विशेष रूप से उन शिक्षकों के लिए शुरू की है जो पिछले 5 वर्षों से किसी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्था में कार्यरत हैं।
इस योजना के तहत शिक्षक के एक संतान को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा, जिससे उनके उच्च शिक्षा के खर्चे को थोड़ा कम किया जा सके। इस योजना से शिक्षकों पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम किया जा सकेगा।
इस योजना के अंतर्गत शिक्षक के बच्चों को 3000 रुपये से लेकर 7500 रुपये तक की छात्रवृत्ति प्राप्त हो सकती है, जो उनके पाठ्यक्रम के आधार पर निर्धारित होगी।
जाने क्या है छात्रवृत्ति के लिए शर्तें
इस योजना का लाभ केवल उन शिक्षकों को मिलेगा जो पिछले 5 सालों से किसी मान्यता प्राप्त शैक्षिक संस्थान में कार्यरत हैं।
शिक्षक को अजमेर बोर्ड द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में तीन बार परीक्षक का कार्य करना चाहिए।
शिक्षक की वार्षिक आय 14 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर शिक्षक की आय 14 लाख से अधिक है, तो उसे छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिलेगी।
यह छात्रवृत्ति केवल शिक्षक के एक संतान के लिए दी जाएगी।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए शिक्षक को 18 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। शिक्षकों को योजना के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना होगा, क्योंकि इस तिथि के बाद छात्रवृत्ति की राशि प्रदान नहीं की जाएगी।
शिक्षकों को प्रोत्साहन देने की योजना
राजस्थान सरकार की यह योजना शिक्षकों को प्रोत्साहित करने का एक कदम है, ताकि वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला सकें। यह योजना विशेष रूप से राजस्थान के शिक्षकों के लिए बनाई गई है और राज्य सरकार ने इसे उनके सामाजिक और आर्थिक कल्याण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना है।