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Jaipur.राजस्थान में लगभग 15 लाख बेरोजगार तृतीय श्रेणी शिक्षकों का एक बड़ा समूह अपनी भर्ती का इंतजार कर रहा है। जबकि राजस्थान सरकार ने 7,268 पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। इससे बेरोजगारों के बीच निराशा की भावना और बढ़ गई है।
बेरोजगारों की निराशा और चिंता
राजस्थान के बेरोजगार तृतीय श्रेणी शिक्षक हर महीने कोचिंग संस्थानों में दाखिला लेकर अपनी तैयारी कर रहे हैं और 8 से 10 हजार रुपए खर्च कर रहे हैं। लेकिन भर्ती प्रक्रिया के न शुरू होने से उनका धैर्य टूटने लगा है। इस मुद्दे को लेकर बेरोजगारों ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मुलाकात की और अपनी पीड़ा जाहिर की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन भी दिया था।
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संशोधित परिणाम और नए पदों का सृजन
राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड rsmssb ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2022 का संशोधित परिणाम जारी किया था, जिसके बाद शिक्षा विभाग में 700 से अधिक नए पद सृजित हुए थे। इसके आधार पर कुछ चयनित अभ्यर्थियों का पदस्थापन भी किया गया।
भर्ती की प्रक्रिया में देरी के कारण
भर्ती प्रक्रिया में देरी का एक मुख्य कारण पद बढ़ोतरी को लेकर चल रही उलझन है। बेरोजगारों द्वारा पदों की संख्या 20,000 तक करने की मांग की जा रही है और इस मामले में विभागीय राय के साथ वित्त विभाग की अनुमति का पेंच फंसा हुआ है। इसके अतिरिक्त, राजस्थान शिक्षा विभाग में हाल ही में हुई पदोन्नतियों से रिक्त पदों की संख्या बदल गई है, जो भर्ती की स्थिति को प्रभावित कर रही है।
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युवा वर्ग में बेचैनी
पिछले दो वर्षों से राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती के लिए कोई मुख्य परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। सरकार ने बजट में 7,268 पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन अब तक विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है, जिससे बेरोजगारों में निराशा का माहौल है। जयपुर में कोचिंग कर रहे गोविंद सिंह ने बताया कि भर्ती की स्थिति स्पष्ट नहीं होने से युवा वर्ग में बेचैनी है।
सरकार से बेरोजगारों की अपेक्षाएं
डॉ. हितेश शर्मा, कॅरियर काउंसलर का कहना है कि सरकार को रिक्त पदों के बराबर नई भर्ती करानी चाहिए, ताकि बेरोजगारों का नौकरी का सपना पूरा हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार को दिवाली से पहले पदों को बढ़ाकर भर्ती की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
FAQs (सामान्य प्रश्न)