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Photograph: (the sootr)
Balotara. राजस्थान के बालोतरा के बायतू स्थित सोहड़ा गांव में रमेश मेघवाल का शव 37 दिन के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार घर पहुंचा। रमेश की मौत सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी और शव को लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे।
शव के गांव पहुंचने पर मृतक की मां तीजो देवी और पिता की आंखों में आंसू थे। उनके बेटे का शव एक महीने से ज्यादा समय बाद उनके सामने था। इस दुखद अवसर पर गांव में भारी भीड़ जुटी और पूरा माहौल गमगीन हो गया।
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सऊदी अरब से शव लाने के प्रयास
रमेश की मौत के बाद शव के स्वदेश लौटने में कानूनी अड़चनें सामने आई थीं। परिवार ने कई प्रयासों के बाद विदेश मंत्रालय से संपर्क किया। अंत में राजस्थान हाई कोर्ट ने सऊदी अरब के दूतावास को नोटिस भेजा और शव को भारत भेजने के आदेश दिए। इसके बाद 17 दिसंबर को शव मेडिकल जांच के बाद भारत को सुपुर्द किया गया।
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पोस्टमार्टम को लेकर भी जटिलताएं
शव को दिल्ली और जयपुर होते हुए जोधपुर भेजा गया, जहां परिजनों ने जोधपुर एम्स में पोस्टमार्टम के लिए आवेदन दिया। हालांकि वहां कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके चलते शव को बालोतरा अस्पताल लाया गया, जहां परिजनों की मांग पर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई।
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कानूनी और प्रशासनिक पहल
राजस्थान हाई कोर्ट ने इस मामले में अहम भूमिका निभाई। कोर्ट ने सऊदी अरब सरकार और दूतावास से मामले की त्वरित सुनवाई और शव की वापसी सुनिश्चित करने का आदेश दिया। कोर्ट का दखल ही था कि शव 37 दिन बाद परिवार के पास पहुंच पाया।
सऊदी अरब से 37 दिन बाद घर लौटी लाश
मृतक का नाम : रमेश मेघवाल
मृत्यु की स्थिति : संदिग्ध परिस्थितियों में सऊदी अरब में
शव की वापसी : 37 दिन बाद, राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश से
पोस्टमार्टम : जोधपुर एम्स में नहीं हुआ, बालोतरा अस्पताल में किया गया
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मां से किया वादा अधूरा रहेगा
मां तीजो देवी ने बताया कि बेटे की मौत से तीन दिन पहले उनकी आखिरी बार बात हुई थी। इस बातचीत में बेटे ने मां को भरोसा दिलाया था कि वह डेढ़ साल में अच्छे पैसे कमा कर अपनी बहन की शादी का कर्ज चुकता करेगा और फिर अपनी और छोटे भाई की शादी भी करेगा। उनका दिल टूट गया है, क्योंकि बेटा वादों को पूरा नहीं कर सका।
मुख्य बिंदु
- रमेश की मौत के बाद मेडिकल रिपोर्ट और कानूनी पेचीदगियों के चलते शव की वापसी में देरी हुई थी। इसके बाद परिवार ने विदेश मंत्रालय से मदद ली और राजस्थान हाई कोर्ट ने दखल दिया, जिसके बाद शव की वापसी संभव हो सकी।
- राजस्थान हाई कोर्ट ने सऊदी अरब के दूतावास को नोटिस भेजा और शव की वापसी सुनिश्चित करने के लिए आदेश दिया। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद शव भारत भेजा गया।
- परिजनों द्वारा जोधपुर एम्स में पोस्टमार्टम के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन वहां कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद शव को बालोतरा अस्पताल लाकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई।
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