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Photograph: (the sootr)
Balotara. राजस्थान की वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का बालोतरा दौरा विवादों में घिर गया है। दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की, क्योंकि उन्हें पूर्व सीएम के आगमन की सूचना समय पर नहीं दी गई। यह घटना भाजपा संगठन की असंवेदनशीलता को उजागर करती है और सवाल उठाती है कि क्या पार्टी राजे की चुनावी अहमियत को नजरअंदाज कर रही है।
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कार्यकर्ताओं की नाराजगी का कारण
राजे गुरुवार को एक दिवसीय बालोतरा दौरे पर पहुंचीं। इस दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें अपनी शिकायतें सुनाईं। कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्हें पूर्व सीएम के आगमन की कोई सूचना नहीं दी गई, जिससे वे खुद ही कार्यक्रम में पहुंचे। यह शिकायत पार्टी की ओर से सूचना के प्रसार में लापरवाही की ओर इशारा करती है।
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राजे का सवाल और विधायक का जवाब
दौरे के दौरान वसुंधरा राजे ने पचपदरा विधायक अरुण चौधरी से पूछा कि कार्यकर्ताओं को सूचना क्यों नहीं दी गई। इस पर विधायक ने बताया कि सूचना तो जिम्मेदार अधिकारियों को भेजी गई थी। उन्हें यह सूचना मंडल अध्यक्ष के माध्यम से पहुंचानी थी। बावजूद इसके कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं दी गई, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ गई।
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कार्यकर्ताओं की टिप्पणी और राजे की प्रतिक्रिया
इस विवाद के दौरान कार्यकर्ता जगदीश दर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं की केवल चुनावों के दौरान जरूरत पड़ती है, बाकी समय वे पूरी तरह से नजरअंदाज रहते हैं। राजे ने इस पर शांत रहने की सलाह दी और कहा कि उनके सभी कार्यक्रमों की जानकारी सबसे पहले जिलाध्यक्ष को भेजी जाती है, जो फिर उसे मंडल अध्यक्ष को पहुंचाते हैं। हालांकि कार्यकर्ताओं ने दोहराया कि उन्हें कोई सूचना नहीं मिली।
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राजे का राजेश्वर भगवान मंदिर दौरा
राजे का बालोतरा दौरा मुख्य रूप से नव निर्मित संत राजेश्वर भगवान मंदिर में आयोजित प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने के लिए था। उन्होंने मंदिर परिसर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया और एक रथ पर सवार होकर शोभायात्रा में भाग लिया। इस यात्रा में बैंड-बाजा, ढोल-थाली, हाथी, घोड़े और ऊंट आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अलावा, उन्होंने समाज को एकजुट रहने और सांस्कृतिक आयोजनों को महत्वपूर्ण बताया।
भाजपा में वसुंधरा राजे की भूमिका
राजे की राजस्थान भाजपा में एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वह दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और पार्टी की प्रमुख नेताओं में उनकी अहमियत बरकरार है। बावजूद इसके, उनके बालोतरा दौरे से पार्टी संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष की झलक दिखाई देती है, जो आगामी चुनावों के लिए पार्टी के भीतर एक गंभीर चिंता का विषय हो सकता है।
बालोतरा दौरे के मुख्य पहलू
कार्यकर्ताओं की नाराजगी : कार्यक्रम की सूचना समय पर नहीं मिलने पर कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताई।
वसुंधरा राजे की प्रतिक्रिया : राजे ने कार्यकर्ताओं को शांत रहने की सलाह दी और पार्टी की जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया।
धार्मिक कार्यक्रम : वसुंधरा ने संत राजेश्वर भगवान मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लिया और समाज को एकजुट रहने की बात की।
शोभायात्रा : विशाल जल यात्रा और वरघोड़ा में हजारों लोग शामिल हुए और वसुंधरा राजे ने मार्ग में लोगों का अभिवादन किया।
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