SMS हॉस्पिटल में आग : सरकार का बड़ा एक्शन, सुपरिटेंडेंट-ट्रॉमा सेंटर प्रभारी को हटाया, मृतक के परिवार को 10 लाख

जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में आग लगने से 8 मरीजों की मौत के बाद राजस्थान सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। अस्पताल के सुपरिटेंडेंट और ट्रॉमा सेंटर प्रभारी को हटाते हुए कई अन्य पर भी कार्रवाई की गई है।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. राजस्थान में जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल (SMS Hospital) के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने से 8 मरीजों की मौत के मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने एसएमएस अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. सुशील कुमार भाटी, ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ को पद से हटा दिया है। राज्य सरकार ने तय किया है कि मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी।

सरकार ने इसके साथ ही हॉस्पिटल के अधिशाषी अभियंता मुकेश सिंघल को निलंबित कर दिया है। सरकार ने हॉस्पिटल में फायर सेफ्टी का काम देख रही प्राइवेट एजेंसी एसके इलेक्ट्रिक कंपनी के निदेशकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने यह कदम एसएमएस अस्प्ताल में मरीजों और उनके अभिभावकों से फीडबैक मिलने के बाद उठाया है। माना जा रहा है कि इस हादसे के लिए उसकी अव्यवस्थाओं और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही जिम्मेदार है।

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मरीजों के आरोपों की होगी जांच

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी भी बना दी है। वह भी इस हादसे की जांच कर अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश करेगी। साथ ही मरीजों के परिजनों की ओर से लगाए आरोपों की जांच करेगी, जिसमें आग लगने के बाद वार्ड में भर्ती मरीजों को छोड़कर भागे डॉक्टर और वार्ड स्टाफ के कृत्यों की पड़ताल करेगी। 

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आगे भी हो सकता है एक्शन

मुख्यमंत्री शर्मा के हादसे को लेकर कड़े रुख को देखते हुए लगता है कि इस मामले को लेकर आगे भी दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर बड़ा एक्शन हो सकता है। राज्य सरकार ने राजस्थान के सवाई मानसिंह अस्पताल में अधीक्षक का कार्यभार डॉ. मृणाल जोशी एवं ट्रॉमा सेंटर के अधीक्षक का कार्यभार डॉ. बीएल यादव को दिया है। 

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मुख्यमंत्री ने दिखाया था सख्त रुख

आग लगने के बाद देर रात मुख्यमंत्री शर्मा एसएसमएस अस्पताल पहुंचे थे। वहां उन्होंने परिजनों से बात की थी। इसमें आग के कारण और मरीजों की हुई मौत और हादसे के दौरान डॉक्टर व दूसरे स्टॉफ के रवैये को लेकर सख्त नाराजगी दिखाई थी। साथ ही फायर फाइटिंग सिस्टम होने के बावजूद अलार्म नहीं बजने और काम नहीं करने पर भी मुख्यमंत्री ने असंतोष जाहिर करते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। 

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विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी कमेटी

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद छ​ह सदस्यीय जांच कमेटी का गठन हो गया है। यह कमेटी चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान की अध्यक्षता में आग लगने के कारण, आग लगने पर उस पर काबू पाने में अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था, ट्रॉमा सेंटर व अस्पताल में अग्निशमन की व्यवस्था, मरीजों की सुरक्षा और ​भविष्य में ऐसी आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए विस्तृत रिपोर्ट देगी।

पीएम मोदी ने जताई संवेदना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रॉमा सेंटर अग्निकांड पर गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने लिखा कि राजस्थान के जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में आग लगने से हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना। ईश्वर करे कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व दूसरे मंत्रियों ने भी संवेदना जताई है।

सीएम को दिल्ली दौरा रद्द करना पड़ा

हादसे के कारण मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दिल्ली दौरा भी रद्द हो गया। मुख्यमंत्री सोमवार को दिल्ली जाने वाले थे, जहां राजस्थान की विकास योजनाओं व कार्यक्रमों को लेकर केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात होनी थी। रविवार रात हो हुए हादसे के बाद हॉस्पिटल पहुंचे और देर रात तक वहां रहे। हादसे से मुख्यमंत्री काफी व्यथित दिखे और उन्होंने दिल्ली जाने के तय कार्यक्रम रद्द कर दिए। हादसे को लेकर वे काफी गम्भीर दिखे और हादसे में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई, घायलों के उचित इलाज और मृतकों के पोस्टमार्टम समेत शवों को गंतव्य तक पहुंचाने के निर्देश दिए।

विपक्ष ने उठाई न्यायिक जांच की मांग

हादसे की सूचना मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली समेत अन्य कांग्रेस नेता पहुंचे और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार अग्निकांड की न्यायिक जांच करवाए। सरकार यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कहीं भी ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो सके। उधर, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि अग्निकांड को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही सामने आने पर कठोर कार्रवाई होगी। घटना अत्यंत दुखद और हृदय को व्यथित करने वाली है।

FAQ

1. एसएमएस हॉस्पिटल में आग लगने से कितने लोग प्रभावित हुए थे?
एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
2. राजस्थान सरकार ने इस हादसे के बाद क्या कदम उठाए?
राजस्थान सरकार ने एसएमएस हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट और ट्रॉमा सेंटर प्रभारी को हटा दिया है। इसके अलावा, फायर सेफ्टी एजेंसी के निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
3. इस हादसे की जांच कौन कर रहा है?
मुख्यमंत्री ने इस हादसे की जांच के लिए एक 6 सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है, जिसका नेतृत्व चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान करेंगे।

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