SMS हॉस्पिटल : मिट्टी में मिल रही साख, पार्किंग घोटाले में 1 करोड़ की अवैध वसूली का खुलासा

राजस्थान के सबसे बड़े एसएमएस हॉस्पिटल में पार्किंग घोटाले की परतें खुली। यहां 1 करोड़ की अवैध वसूली हुई। इस मामले में पूर्व अधीक्षक को नोटिस जारी किया गया। भ्रष्टाचार के आरोप अस्पताल की प्रतिष्ठा पर धब्बा लगा रहे हैं।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. राजस्थान के जयपुर का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एसएमएस हॉस्पिटल पिछले कुछ महीनों से विभिन्न घोटालों और विवादों के कारण सुर्खियों में है। इस बार एक और घोटाला सामने आया है, जो अस्पताल की पार्किंग से संबंधित है। जहां एक ओर यह अस्पताल उत्तर भारत में बेहतरीन इलाज के लिए जाना जाता है, वहीं कुछ भ्रष्टाचार के आरोप अस्पताल की प्रतिष्ठा पर धब्बा लगा रहे हैं।

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11 माह में 30 लाख की कमी

सवाई मानसिंह अस्पताल में तीन भूमिगत पार्किंग स्थल हैं, जहां से अस्पताल प्रशासन को साल भर में लगभग 80 लाख रुपए की आय होती है। यह पार्किंग का संचालन ठेके पर दिया जाता है और प्राप्त राशि राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी के खाते में जमा होती है। 

भ्रष्टाचार के संकेत

हालांकि इस साल अस्पताल प्रशासन को केवल 50 लाख रुपए ही प्राप्त हुए, जबकि पिछले साल 80 लाख रुपए मिले थे। इस 30 लाख रुपए की कमी ने भ्रष्टाचार के संकेत दिए हैं। जांच के दौरान यह पता चला कि इस साल पार्किंग का ठेका ही नहीं दिया गया था।

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बिना टेंडर के पार्किंग का संचालन

जांच में यह सामने आया कि अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बिना टेंडर के एक निजी व्यक्ति को पार्किंग संचालन का जिम्मा दे दिया था। इस व्यक्ति के खाते में पार्किंग से प्राप्त राशि जमा होती रही। यही नहीं, नर्सिंग अधिकारियों और सुरक्षा गार्डों की ड्यूटी भी इसी निजी व्यक्ति के लिए लगाई गई थी। इस खुलासे के बाद जांच कमेटी ने डॉ. भाटी को नोटिस जारी किया और उनसे जवाब तलब किया।

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एसएमएस हॉस्पिटल में पार्किंग घोटाला

अस्पताल में तीन भूमिगत पार्किंग हैं। मुख्य भवन का बेसमेंट, धन्वंतरि आउटडोर का बेसमेंट और ट्रोमा सेंटर का बेसमेंट। 2024 में पार्किंग का टेंडर होने पर अस्पताल प्रशासन को 80 लाख की आय हुई थी। इस साल बिना टेंडर के ही पार्किंग की वसूली जारी रही, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि अवैध वसूली का घोटाला हुआ। जांच कमेटी के चेयरमैन डॉ. दीपक माथुर ने अनुमान जताया कि घोटाले की राशि एक करोड़ से ज्यादा हो सकती है।

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कड़ी कार्रवाई की जाएगी

जांच कमेटी ने पूर्व अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है। यह स्पष्ट होना बाकी है कि डॉ. भाटी ने किस आधार पर बिना टेंडर के एक निजी व्यक्ति को पार्किंग की जिम्मेदारी दी। इस मामले में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है।

एसएमएस हॉस्पिटल : मिट्टी में मिल रही साख, पार्किंग घोटाले में 1 करोड़ की अवैध वसूली का खुलासा

मुख्य बिंदु

  • यह घोटाला SMS अस्पताल की पार्किंग से संबंधित है, जहां बिना टेंडर के निजी व्यक्ति को पार्किंग संचालन का जिम्मा दिया गया और अवैध वसूली की गई।
  • जांच में यह सामने आया कि पिछले साल अस्पताल को 80 लाख रुपए की आय हुई थी, जबकि इस साल केवल 50 लाख रुपए जमा हुए यानी 30 लाख रुपए की कमी हुई है।
  • इस घोटाले में अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बिना टेंडर के एक निजी व्यक्ति को पार्किंग संचालन का जिम्मा सौंपा था। उन्हें नोटिस दिया गया है।
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