प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हर महीने दो बार मनाया जाता है, एक शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और दूसरा कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर। इस व्रत का महत्व विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को होता है, जिन्हें भौमा प्रदोष व्रत कहा जाता है।