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आज हम जिस महान शख्सियत की बात करेंगे उनका नाम है मौलाना अबुल कलाम आजाद। यह नाम सिर्फ एक राजनेता का नहीं, बल्कि आजाद भारत में शिक्षा की नींव रखने वाले एक दूरदर्शी वास्तुकार का है। जब 1947 में भारत आजाद हुआ, तो देश के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती सामने थी।
यह चुनौती थी एक कलेक्टिव एजुकेशन सिस्टम बनाना जो सदियों की गुलामी और गरीबी से जूझ रहे देश को ज्ञान-विज्ञान की रोशनी से भर दे। इसकी जिम्मेदारी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मौलाना आजाद को सौंपी। वह भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।
मौलाना आजाद खुद एक महान विद्वान, कवि और लेखक थे। वह जानते थे कि किसी भी देश की तरक्की का रास्ता उसकी क्लासरूम से होकर गुजरता है। उनका सपना था कि भारत का हर बच्चा, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या लिंग का हो, समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करे।
इस योगदान को सम्मान देने के लिए ही 11 सितंबर 2008 को MHRD ने यह घोषणा की कि 11 नवंबर को हर साल राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
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मौलाना आजाद की शिक्षा में विरासत
मौलाना आजाद का योगदान केवल भाषणों तक सीमित नहीं था। उन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया। उन्होंने ऐसी संस्थाओं की नींव रखी जो आज भी भारतीय शिक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं।
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उच्च शिक्षा के स्तंभ
आजाद का सबसे बड़ा योगदान उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रहा। उन्होंने देश में वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए:
आईआईटी (IITs) की स्थापना:
उन्होंने भारत के पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), आईआईटी खड़गपुर की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यूजीसी (UGC):
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की स्थापना 1956 में हुई थी। इसका उद्देश्य देश में उच्च शिक्षा के मानकों को बनाए रखना और विश्वविद्यालयों को अनुदान देना था।
कला और संस्कृति:
शिक्षा को केवल विज्ञान तक सीमित न रखते हुए, उन्होंने कला और संस्कृति के विकास के लिए भी काम किया। उन्होंने संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, और ललित कला अकादमी जैसी राष्ट्रीय अकादमियों की स्थापना की।
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प्राइमरी शिक्षा पर जोर
मौलाना आजाद ने हमेशा प्राइमरी शिक्षा को जरूरी और फ्री बनाने की वकालत की। उनका मानना था कि जब तक गांव-गांव तक स्कूल नहीं पहुंचेंगे, तब तक देश की तरक्की संभव नहीं है।
उन्होंने 'एडल्ट एजुकेशन' यानी प्रौढ़ शिक्षा पर भी बल दिया। ताकि जो लोग अपनी जवानी में शिक्षा से वंचित रह गए, वे भी ज्ञान ले सकें।
उन्होंने शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और सेकुलरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास किया।
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आजाद की हेरिटेज से NEP 2020 तक
मौलाना आजाद ने जिस शिक्षा प्रणाली की नींव रखी थी, वह समय के साथ बदली है। भारत की शिक्षा प्रणाली (Indian Education System) अब 21वीं सदी की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े बदलावों से गुजर रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020)।
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नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020)
NEP 2020 (राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)), मौलाना आजाद की समावेशी शिक्षा की भावना को आगे बढ़ाती है, लेकिन एक आधुनिक तरीके से:
10+2 से 5+3+3+4 पैटर्न:
पुराने स्कूली शिक्षा के पैटर्न को बदलकर नया 5+3+3+4 ढांचा लाया गया है, जो बच्चों के शुरुआती वर्षों पर ध्यान केंद्रित करता है।
बहुविषयक दृष्टिकोण (Multidisciplinary Approach):
अब छात्रों को विषयों को चुनने में ज्यादा लचीलापन दिया गया है। विज्ञान, कला और वाणिज्य के बीच की कठोर सीमाएं कम की गई हैं। ये आजाद के समग्र शिक्षा के विचार के करीब है।
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व्यावसायिक शिक्षा (Vocational Education):
स्कूल स्तर से ही कोडिंग, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास पर जोर दिया जा रहा है। ताकि छात्र केवल डिग्री लेकर न निकलें, बल्कि रोजगार के लिए तैयार हों।
मातृभाषा में शिक्षा:
NEP 2020 में कक्षा 5 तक मातृभाषा या स्थानीय भाषा में शिक्षा देने पर बल दिया गया है। ये मौलाना आजाद की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी शिक्षा की वकालत को मजबूत करता है।
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डिजिटलीकरण और पहुंच
आज की शिक्षा प्रणाली में टेक्नोलॉजी का बहुत बड़ा रोल है। ऑनलाइन शिक्षा (Online Education), स्वयं (SWAYAM) जैसे प्लेटफॉर्म और डिजिटल लाइब्रेरी ने शिक्षा को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का काम किया है। इससे आजाद का 'सबके लिए शिक्षा' का सपना तेजी से साकार होता दिख रहा है।
तो राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हमें याद दिलाता है कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करना नहीं है। बल्कि देश के भविष्य को सशक्त बनाने का सबसे पावरफुल टूल है।
References:
- Ministry of Education (MoE), India – Official Notifications and NEP 2020 Documents
- Archived Speeches and Biographical Works on Maulana Abul Kalam Azad
- UGC India – About and History
- Press Information Bureau (PIB) India – Releases on National Education Day
11 नवम्बर की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और 11 नवम्बर का दिन भी इतिहास (आज की यादगार घटनाएं) में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है।
इस दिन दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 11 नवम्बर (आज की तारीख का इतिहास) को भारत और विश्व में घटी कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में, जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ा सकती हैं।
विश्व इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं
1208: ओत्तो वान विटल्सबाश को जर्मनी का राजा चुना गया।
1620: मई फूल कॉम्पैक्ट (Mayflower Compact), प्लायमाउथ कॉलोनी का पहला शासी दस्तावेज़, 41 यात्रियों द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
1675: जर्मन पॉलीमैथ गॉटफ्रेड लीबनिज ने पहली बार अभिन्न कलन (Integral Calculus) का उपयोग किया।
1752: थेरेशियन मिशेलिटी अकादमी वियना में खोली गयी।
1765: आधुनिक फोटोग्राफी के जनक, फ्रांसीसी रसायनशास्त्री नैस्फ़र नेपेस (Nicéphore Niépce) का जन्म हुआ।
1778: अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना ने न्यूयॉर्क में चेरी घाटी के गाँव पर हमला किया, जिसमें 14 सैनिक और 30 नागरिक मारे गए।
1790: क्रायसांथेममों को चीन से इंग्लैंड में पेश किया गया।
1839: वर्जीनिया सैन्य संस्थान (VMI), अमेरिका का सबसे पुराना राजकीय सैन्य कॉलेज, स्थापित किया गया।
1852: वेस्टमिंस्टर का नया पैलेस लंदन में खोला गया।
1880: ऑस्ट्रेलियाई बैंक लुटेरे नेड केली को मेलबोर्न में फांसी दी गयी।
1889: वाशिंगटन को अमेरिका का 42वां प्रांत घोषित किया गया।
1918: प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुआ जब जर्मनी और मित्र राष्ट्रों के बीच युद्धविराम पर हस्ताक्षर किए गए।
1918: Józef Pilsudski को पोलिशफोर्स का कमांडर नियुक्त किया गया, जिससे पोलैंड की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त हुआ।
1930: एल्बर्ट आइंस्टीन को 'आइंस्टीन रेफ्रीजरेटर' के अविष्कार का पेटेंट दिया गया।
1938: इज़्मत इनोऊ तुर्की के दूसरे राष्ट्रपति बने।
1942: द्वितीय विश्व युद्ध: मित्र राष्ट्रों ने अल अलमीन के दूसरे युद्ध में एक्सिस को हराया, जिससे उत्तरी अफ्रीकी अभियान में मोड़ आया।
1953: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में पहली बार 'पोलियो वायरस' की पहचान हुई और उसका चित्र लिया गया।
1965: प्रधान मंत्री इयान स्मिथ के नेतृत्व में दक्षिणी रोडेशिया, यूनाइटेड किंगडम से एकतरफा स्वतंत्र होकर रोडेशिया बन गया।
1975: ऑस्ट्रेलिया में संवैधानिक संकट के दौरान, गवर्नर-जनरल जॉन केर ने प्रधान मंत्री गफ व्हिटलाम की सरकार को बर्खास्त कर दिया।
1985: एड्स थीम पर आधारित पहली टीवी फिल्म 'एन अर्ली फ्रोस्ट' अमेरिका में प्रदर्शित की गई।
1992: चर्च ऑफ इंग्लैंड ने महिलाओं को पुजारी बनने की अनुमति देने के लिए मतदान किया।
1999: ब्रिटिश हाउस ऑफ लॉर्ड्स एक्ट को शाही स्वीकृति मिली, जिससे अधिकांश वंशानुगत साथियों को हटा दिया गया।
2000: ऑस्ट्रिया स्थित एल्पाइन सुरंग में एक केबल कार में आग लगने से 155 लोगों की मौत हुई।
2005: सऊदी अरब को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया।
2008: मिस्र के प्राचीन प्रमुख जही हॉवास ने लगभग 4300 साल पुराने रानी सेशेत के पिरामिड की खोज की घोषणा की।
2013: सोमालिया के पुंटलैंड क्षेत्र में आये भीषण चक्रवाती तूफान की चपेट में आने से 100 लोग मारे गये।
2014: पाकिस्तान के सख्खर प्रांत में एक बस दुर्घटना में 58 लोग मारे गये।
भारत में महत्वपूर्ण घटनाएं
1778: आईरोक्वाइस भारतीयों ने न्यूयॉर्क में चेरी घाटी नरसंहार में 40 लोगो को मार डाला।
1675: गुरु गोबिंद सिंह सिखों के गुरु नियुक्त हुए।
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