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आज के दिन की कहानी: आज से 25 साल पहले, 3 नवंबर 2000 को, भारत सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पूरे देश के लिए Direct-to-Home (DTH) प्रसारण सेवा शुरू करने की घोषणा की। कहानी शुरू होती है 1990 के दशक से।
भारत में तब टीवी देखना एक बड़ी चीज थी, लेकिन इसकी पहुंच सीमित थी। उस समय घरों में केबल टीवी का राज था, जहां एक ही केबल ऑपरेटर अपने हिसाब से चैनल दिखाता था। अगर आप किसी छोटे शहर या गांव में रहते थे, तो अच्छी पिक्चर क्वालिटी और ढेर सारे चैनल तो बस सपना ही थे। फिर आया एक बड़ा बदलाव।
1990 के दशक के अंत में, कुछ विदेशी कंपनियां जैसे कि Star TV और Zee TV ने सैटेलाइट टीवी के माध्यम से अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी। लेकिन असली समस्या तब शुरू हुई जब विदेशी DTH कंपनियां, खासकर Star TV, अपनी DTH सर्विस भारत में लाना चाहती थीं।
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केबल माफिया और सुरक्षा की बहस
शुरुआत में, भारत सरकार ने DTH प्रसारण सेवा को लेकर कड़ा रुख अपनाया। 1997 में, सरकार ने DTH पर यह कहकर रोक लगा दी थी कि इससे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
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सरकार को डर था कि विदेशी सैटेलाइट्स का इस्तेमाल करके कोई भी अनचाहा कंटेंट सीधे भारतीय घरों तक पहुंचाया जा सकता है, जिसे कंट्रोल करना मुश्किल होगा। इसके अलावा, केबल ऑपरेटरों का एक 'केबल माफिया' भी था, जो इस नई टेक्नोलॉजी के खिलाफ था क्योंकि इससे उनका एकाधिकार खत्म हो जाता। लेकिन टेक्नोलॉजी को रोकना नामुमकिन था। लोगों में अच्छी क्वालिटी और ज्यादा चैनल देखने की जबरदस्त चाहत थी।
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03 नवंबर 2000: छतरी क्रांति की शुरुआत
3 नवंबर, साल 2000। यह वो ऐतिहासिक तारीख है, जब भारत सरकार ने सभी के लिए Direct-to-Home (DTH) प्रसारण सेवा को हरी झंडी दिखा दी। यह फैसला केवल एक तकनीकी बदलाव नहीं था, बल्कि भारतीय मनोरंजन उद्योग और मीडिया सेक्टर के लिए एक बड़ी क्रांति थी।
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DTH: मतलब क्या था
DTH (डायरेक्ट-टू-होम) का मतलब था कि अब टीवी चैनल देखने के लिए किसी केबल ऑपरेटर की जरूरत नहीं थी। अब कोई भी व्यक्ति अपने घर पर एक छोटा सा डिश एंटीना जिसे लोग प्यार से 'छोटी छतरी' कहने थे लगा सकता था।
यह छतरी सीधे सैटेलाइट से सिग्नल लेती थी। फिर एक सेट-टॉप बॉक्स के जरिए टीवी पर हाई-क्वालिटी पिक्चर और साउंड पहुंचाती थी। इस फैसले के बाद, सरकार ने कुछ नियम-कानून भी बनाए।
जैसे कि DTH सर्विस देने वाली कंपनी में 49% से ज्यादा विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment - FDI) नहीं हो सकता था। यह नियम देश की सुरक्षा और नियंत्रण को ध्यान में रखकर बनाया गया था।
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भारतीय टेलीविजन पर असर
DTH के शुरू होते ही भारतीय टेलीविजन की दुनिया पूरी तरह बदल गई:
पिक्चर क्वालिटी:
केबल की खराब और बारिश में कटने वाली पिक्चर क्वालिटी से छुटकारा मिला। DTH ने क्रिस्टल क्लियर डिजिटल क्वालिटी दी।
चैनलों की संख्या:
ग्राहकों को अब मुट्ठी भर चैनलों की जगह सैकड़ों चैनल देखने का विकल्प मिला।
पहुंच:
सबसे बड़ा फायदा दूर-दराज के गांवों को मिला। अब पहाड़ों और दुर्गम इलाकों में भी DTH आसानी से पहुंचाया जा सका, जहां केबल लाइन बिछाना मुश्किल था।
प्रतियोगिता:
इस सेक्टर में जी डिजिटल (Zee Digital) और बाद में डिश टीवी जैसी भारतीय कंपनियां आईं, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवा और कम दाम पर सुविधा मिलने लगी।
यह फैसला यह साबित करता है कि जब सरकार, तकनीकी विकास और जनता की सुविधा को प्राथमिकता देती है, तो देश में कितनी बड़ी क्रांति आ सकती है। DTH प्रसारण सेवा ने सचमुच में भारत के देखने का तरीका बदल दिया।
References (आधारभूत स्रोत):
- Ministry of Information and Broadcasting, Govt. of India Records (2000 DTH Policy)
 - The Hindu Archives on DTH policy approval, 2000.
 - Business Standard reports on Indian DTH Market evolution.
 - Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) Reports on Broadcasting Sector.
 
3 नवंबर की महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है और 3 नवंबर का दिन भी इतिहास (आज की यादगार घटनाएं) में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए दर्ज है।
इस दिन दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 3 नवंबर (आज की तारीख का इतिहास) को भारत और विश्व में घटी कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में, जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ा सकती हैं।
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विश्व इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं
1493: क्रिस्टोफर कोलंबस ने डोमिनिका द्वीप की खोज की थी।
1762: ब्रिटेन और स्पेन के बीच पेरिस की संधि पर हस्ताक्षर हुए।
1796: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जॉन एडम्स ने थॉमस जेफरसन को हराया और राष्ट्रपति बने।
1804: 'सेंट लुई की संधि' पर हस्ताक्षर किए गए, जो बाद में 1812 के युद्ध का एक कारण बनी।
1826: पेरिस स्टॉक एक्सचेंज 'पलाइस डे ला बोउर्से' पर खोला गया।
1868: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में यूलीसिस एस ग्रांट ने होरटियो सेमोर को हराया।
1903: पनामा को कोलंबिया से पूरी तरह आज़ादी मिली।
1906: एसओएस (SOS) को एक अंतर्राष्ट्रीय संकट संकेत (International Distress Signal) घोषित किया गया।
1918: पोलैंड ने रूस से अपनी स्वतंत्रता का ऐलान किया।
1928: तुर्की की भाषा में अरबी लिपि की जगह रोमन लिपि के इस्तेमाल की शुरुआत हुई।
1933: अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन का जन्म हुआ।
1948: शिकागो ट्रिब्यून ने गलती से 'डेवी डिफ़ेट्स ट्रूमैन' शीर्षक प्रकाशित किया, जबकि हैरी एस. ट्रूमैन राष्ट्रपति चुने गए थे।
1954: विशालकाय राक्षस पर बनी पहली गोदज़िला (Godzilla) फिल्म का प्रीमियर टोक्यो में हुआ।
1957: सोवियत संघ ने स्पुतनिक 2 अंतरिक्ष यान लॉन्च किया, जिसमें लाइका नाम का कुत्ता पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला पहला जीवित प्राणी बना।
1969: अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने वियतनाम युद्ध के खिलाफ विरोध न करने वाले अमेरिकियों को 'मूक बहुमत' कहा था।
1979: उत्तरी कैरोलिना में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कू क्लक्स क्लान और नाज़ी पार्टी के सदस्यों ने कम्युनिस्ट वर्कर्स पार्टी के पाँच सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी।
1996: मध्य अफ्रीकी गणराज्य के क्रूर तानाशाह जान बेडेल बोकासा का निधन हुआ।
2004: अमरीका के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश दूसरी बार राष्ट्रपति चुने गए।
2007: बढ़ती आतंकवादी हिंसा के कारण राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी।
2011: पाकिस्तान के तीन क्रिकेटर (सलमान बट्ट, मो. आसिफ और मो. आमिर) को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में जेल हुई।
भारत में महत्वपूर्ण घटनाएं
1948: भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण दिया।
1962: चीन के हमले के मद्देनजर भारत सरकार ने गोल्ड बॉन्ड स्कीम की घोषणा की थी।
2000: भारत सरकार द्वारा डायरेक्ट टू होम (DTH) प्रसारण सेवा सभी के लिए शुरू की गई।
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