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मध्यप्रदेश में चंबल से लेकर राजधानी तक सियासत और अफसरशाही की अजब- गजब खबरें निकलकर सामने आई हैं। लालाजी ने ठाकुरों के गढ़ में अपना दबदबा बना लिया है तो गुर्जर ने मंत्रीजी की टीम में बैठकर ही खेल कर दिया।
उधर, बड़े साहब फिर से हॉटसीट पर लौट आए हैं और अब ट्रांसफर-पोस्टिंग की आंधी चलने वाली है। शिकायतों की जांच हो या बंगले की खींचतान, हर जगह नए किस्से सामने आ रहे हैं। नेताजी पर बयानबाजी का बोझ है। अफसर लॉबी आर-पार की तैयारी में है औरराजधानी में राजनीति का रंग हर दिन गहरा होता जा रहा है।
उमड़ते घुमड़ते बादलों के बीच बारिश हो या न हो, लेकिन बोल हरि बोल पढ़ने के बाद आपको किस्सों का आनंद जरूर आएगा। बस सीधे नीचे उतर आइए...
ठाकुर साहब पर भारी पड़े 'लालाजी'
ब्राह्मणों और ठाकुरों से भरे चंबल में इन दिनों एक लालाजी भारी पड़ रहे हैं। पहले बड़े ठाकुर साहब ने उन पर तमाम आरोप लगाए थे। अब छोटे ठाकुर उन्हें हटाने को लेकर शिकवा शिकायतें कर रहे थे, लेकिन पांसा उल्टा पड़ गया और लालाजी भारी पड़ गए। अब अफसर लॉबी भी लालाजी को सपोर्ट कर रही है। नेताओं की ऐसी हरकतों पर दूसरे अफसर भी आर पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। उन्होंने लालाजी के पक्ष में डॉक्टर साहब से मिलकर अपनी बात रखी है। आपको बता दें कि लालाजी अपनी तेज-तर्रार वर्किंग स्टाइल के लिए पहचाने जाते हैं। छोटे ठाकुर उनके बंगले पर धौंस जमाने पहुंचे थे, लेकिन लालाजी ने ठाकुर साहब को उन्हीं की भाषा में जवाब दे दिया। इसके बाद ठाकुर साहब की भोपाल में पार्टी ने क्लास लगा दी।
गुर्जर ने मंत्री जी के साथ किया खेला
चंबल का पानी कुछ अलग ही है। यहां ऐसे- ऐसे किस्से सामने आते हैं, जो हर किसी को चौंका देते हैं। अब देखिए न पहले बंटी भैया ने एक मंत्री जी को करोड़ों रुपए का चूना लगा दिया था। अब एक गुर्जर साहब दूसरे मंत्री जी को निपटा गए हैं। इन्होंने बड़ा खेला कर दिया है। साहब मंत्री जी की टीम में ही थे, सो मंत्री जी न तो किसी से कुछ कह पा रहे हैं और न ही कार्रवाई करा पा रहे। कुल मिलाकर न उनसे उगलते बन रहा, न ही निगल पा रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मंत्री जी खेती बाड़ी से जुड़े हैं। आप अंदाजा आप खुद लगा लीजिए।
शिकायतकर्ता झूठा है...!
यूं तो खाकी पर दाग कोई नहीं बात नहीं है, लेकिन ठहरिए ये मसला थोड़ा अलग है। विंध्य अंचल के एक एसपी साहब बेजा वसूली कर रहे हैं। उन्होंने एक मामले में 50 लाख का 'चंदा' वसूल लिया। अब रकम बड़ी है, इसलिए शिकायत भी हुई। इस शिकायत से जो निष्कर्ष निकला है, उसे सुनकर आप हंसी नहीं रोक पाएंगे। जी हां, बड़े अफसरों ने पूरे केस को जाना समझा और अपनी रिपोर्ट बनाई। उन्होंने कहा कि एसपी ने 50 लाख नहीं लिए। शिकायतकर्ता ने झूठा आरोप लगाया है। एसपी साहब ने तो सिर्फ साढ़े 12 लाख लिए हैं। अब आप ही बताओ, कितनी सही जांच है? अरे भैया! बात 50 लाख या साढ़े 12 लाख की है या चंदा वसूलने की...अब बड़े साहब को कौन समझाए?
बड़े साहब की ताजपोशी...!
लो जी हॉटसीट फिर एक साल के लिए बड़े साहब की हो गई है। आखिरकार बड़े साहब अपने 'मिशन' में कामयाब हो ही गए हैं। दिल्ली दरबार के इस फरमान ने भोपाल के मंत्रालय में टेंशन बढ़ा दी है। अव्वल तो हॉटसीट पर बैठने की आस लगाए अफसरों के अरमानों पर पानी फिर गया, दूसरा जिन अधिकारियों को बड़े साहब फूटी आंख नहीं सुहाते, वे अब टेंशन में हैं। उन्होंने अपना बोरिया बिस्तर खोल लिया था, लेकिन अब वे फिर पोटली बांधने लगे हैं। तीसरा, इस पूरे मामले में एक साहब का प्रमोशन भी अटक गया। इस तरह दिल के अरमां आंसुओं में बह गए हैं।
कर लो लूप लाइन में जाने की तैयारी
सूबे में एक बार फिर ट्रांसफर पोस्टिंग की फाइल खुलने वाली है। बड़े साहब की ताजपोशी के बाद अब माना जा रहा है कि लंबे समय से अटकी ट्रांसफर लिस्ट से फिर धूल हटाई जाएगी। अबकी सूची में कई जिलों के कलेक्टर भी हैं। जैसा ही सबको बता है कि बड़े साहब ने सभी कलेक्टरों की ग्रेडिंग कराई है, बस वह उसी के हिसाब से कई अफसरों की छुट्टी होने वाली है। इसे लेकर कुछ अधिकारी भयंकर टेंशन में हैं। नई सूची में उन जिलों को पहले रखा गया है, जहां अफसरों की नेताओं से पटरी नहीं बैठ रही है। शिकवा शिकायतें ज्यादा हैं। गणेश उत्सव के तत्काल बाद नई लिस्ट आने की संभावना है। तो भैया अब कर लो लूप लाइन में जाने की तैयारी...।
निशाने पर नेताजी...
विपक्ष वाले बड़े नेताजी इन दिनों चौतरफा घिरे हुए हैं। एक तो जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद उन्हें अपनों का ही गुस्सा झेलना पड़ रहा है। एक जिले में अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर तो नेताजी को यहां तक कहना पड़ा कि उनकी ताजपोशी दिल्ली से हुई है। राहुल गांधी ने खुद जिलाध्यक्ष बनाया है। नेताजी कह रहे हैं कि उनकी इतनी हस्ती नहीं है कि वे जिला अध्यक्ष बना सकें। अब सत्ता पक्ष के लोग तंज कस रहे हैं कि ऐसा पद किस काम है कि आप जिलाध्यक्ष तक नहीं बना पा रहे। दूसरा, नेताजी के महिलाओं को लेकर दिए गए बयान ने पूरे देश में हंगामा मचा रखा है। सत्ता पक्ष हर दिन उनकी छिलछिलेदार कर रहा है।
एक मैडम दूसरी से परेशान
मध्यप्रदेश में एक मैडम इन दिनों दूसरी मैडम से परेशान हैं। दरअसल, पहले वाली आईएएस मैडम का तबादला भोपाल से दूर हो गया है, लेकिन वे बंगला छोड़ने को तैयार नहीं है। इसके इतर उन्हें अपनी नई पोस्टिंग वाली जगह नया बंगला भी मिल गया है, फिर भी वे राजधानी का बंगला खाली नहीं कर रही हैं। संपदा वाले तीन बार उन्हें ताकीद कर चुके हैं कि मैडम रहम करो...लेकिन आईएएस मैडम हैं कि अपनी पर अड़ी हैं। अब बात यह है कि दूसरी मैडम क्यों परेशान हैं...? तो जनाब इन्हीं दूसरी मैडम को आईएएस मैडम वाला बंगला अलॉट हुआ है। कागजों पर तो उन्हें बंगला मिल गया है, लेकिन हकीकत में आईएएस मैडम बंगले पर कब्जा जमाए हुए हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएएस मैडम भोपाल में पदस्थ रही हैं, हाल ही में उनका एक पुराना केस फिर खुल गया है, लिहाजा वे मीडिया की सुर्खियों में बनी हुई हैं।
Harish Divekar हरीश दिवेकरबोल हरि बोल | एमपी कांग्रेस जिलाध्यक्ष मध्यप्रदेश की सियासत
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