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भारतीय मार्केट में आज 6 जनवरी 2025 को शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। बीएसई सेंसेक्स दिन के कारोबार के समय 1290 लुढ़क गया है। वहीं निफ्टी 400 अंकों गिरकर 23,600 पर पहुंच गया है। इस गिरावट की वजह भारत में HMPV के मामलों का सामने आना है। आने वाले समय में आगामी तिमाही नतीजों के चलते निवेशकों की ओर से जमकर मुनाफावसूली देखने को मिली थी। शेयर मार्केट निवेशकों के बीच में डर का संकेत देने वाला इंडेक्स, इंडिया VIX आज 13 उछल गया। सारे सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में बिजनेस कर रहे थे। निफ्टी मेटल इंडेक्स 2.66 फीसदी लुढ़क गया है। वहीं निफ्टी बैंक इंडेक्स 3.35 फीसदी और निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.68 फीसदी नीचे आ गया है।
शेयर बाजार में गिरावट के कारण...
1. HMPV वायरस के मामलेJIT
चीन से फैलने वाले HMPV वायरस के भारत में दो मामलों की पुष्टि हुई है। कर्नाटका में दो बच्चों में यह वायरस पाया गया, जिससे निवेशकों को चौका दिया है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि दोनों बच्चे ठीक हो रहे हैं और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। फिर भी, वायरस के फैलने की खबर ने बाजार को प्रभावित किया है।
मंत्रालय ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि HMPV वायरस सहित कई देशों में फैल रहा है और कई देशों में इससे संबंधित सांस से जुड़े मामले भी आए हैं लेकिन घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत इससे निपटने के लिए तैयार है।
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2. तीसरी तिमाही के नतीजों का इंतजार
दिसंबर तिमाही के वित्तीय नतीजों का अनुमान अभी बाकी है, और निवेशक इस पर पहले सतर्क हैं। इसके साथ ही केंद्रीय बजट 2025-26 और भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी बैठक को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। इन असमंजसों के बीच में बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
3. कमजोर ग्लोबल संकेत
आज के कारोबार में एशियाई बाजारों में 1.4% तक की गिरावट आई। अमेरिकी डॉलर की मजबूती, बॉंड यील्ड में बढ़ोतरी और क्रूड तेल की कीमतों में उछाल ने ग्लोबल मार्केट पर दबाव डाला। क्रूड तेल की कीमतें अक्टूबर 2024 के बाद अपने सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं हैं, जिससे भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
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4. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारतीय शेयर बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं। जनवरी में अब तक उन्होंने 4,285 करोड़ रुपये की बिकवाली की है, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
5. कमजोर तकनीकी संकेत
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, निफ्टी के लिए 23,960 से 23,860 का स्तर एक महत्वपूर्ण सपोर्ट जोन है। अगर निफ्टी 23,860 स्तर से नीचे गिरता है, तो यह 23,750 तक गिर सकता है। तकनीकी चार्ट पर भी बाजार कमजोर संकेत दे रहे हैं, जिससे निवेशक अधिक सतर्क हो गए हैं।
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