भारत में सरकारी कर्मचारियों के लिए वेतन आयोग एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला है। इस बार 8वें वेतन आयोग के गठन की बात हो रही है, जिससे लाखों कर्मचारियों को अपने वेतन में इजाफा होने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जिनके लिए यह वेतन आयोग लागू नहीं होगा।
इन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा फायदा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में कई विभागों और कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है। इन कर्मचारियों में पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) और ऑटोनॉमस बॉडी के कर्मचारी, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल हैं। इन कर्मचारियों की सैलरी और भत्ते अलग होते हैं और ये वेतन आयोग के दायरे में नहीं आते।
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8वें वेतन आयोग में कैसे बढ़ेगी सैलरी
8वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों की सैलरी हाइक मुख्य रूप से फिटमेंट फैक्टर और भत्तों पर निर्भर करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, फिटमेंट फैक्टर 1.92 से लेकर 2.86 तक हो सकता है। इसका मतलब है कि अगर आपकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, तो यह बढ़कर 51,000 रुपये हो सकती है। हालांकि, यह अभी पूरी तरह से तय नहीं हुआ है कि फिटमेंट फैक्टर क्या होगा।
फिटमेंट फैक्टर क्या है?
फिटमेंट फैक्टर एक प्रकार का मल्टीप्लायर होता है, जिसका उपयोग कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और पेंशन को संशोधित करने में किया जाता है। इसे मौजूदा सैलरी पर लागू किया जाता है और नए वेतन की गणना की जाती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 15,500 रुपये है और फिटमेंट फैक्टर 2.57 है, तो उसकी कुल सैलरी 39,835 रुपये हो जाएगी।
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8वें वेतन आयोग से बाहर रहने वाले कर्मचारी
- पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) कर्मचारी
- ऑटोनॉमस बॉडी के कर्मचारी
- हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज
- संविधानिक पदों पर नियुक्त कर्मचारी