भारतीय रेलवे में बड़े बदलाव... अब नए इंजन, तेज रफ्तार और बिना पानी के शौचालय

भारतीय रेलवे ने बड़े बदलावों की योजना बनाई है, जिसमें नई इंजन, बढ़ी हुई स्पीड, और बिना पानी के शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इन बदलावों से चालकों को आरामदायक यात्रा और मरम्मत की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी।

author-image
Jitendra Shrivastava
New Update
thesootr

indian-railway-modern Photograph: (thesootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

भारतीय रेलवे (Indian Railway) अपने इंजन और ट्रेन की सुविधाओं में बड़े बदलाव करने जा रहा है। अगले कुछ वर्षों में यात्री ट्रेनों में नई तकनीक के इंजन लगाए जाएंगे, जो छोटे आकार में होंगे, लेकिन उनकी क्षमता और ताकत पहले से अधिक होगी। इन नए इंजनों में कुछ आधुनिक सुविधाएं भी शामिल होंगी, जैसे बिना पानी के शौचालय और आरामदायक सीटें। इन बदलावों से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी, चालकों को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा, और मरम्मत की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी।

12 पहिए के इंजन: छोटा, लेकिन ताकतवर

भारतीय रेलवे की योजना के तहत 16 पहियों वाले पुराने इंजनों की जगह अब 12 पहिए वाले छोटे इंजन लगाए जाएंगे। ये इंजन आकार में छोटे होंगे, लेकिन इनकी ताकत और क्षमता कम नहीं होगी। इन इंजनों में 2,000 हार्स पावर की क्षमता होगी और ये यात्रियों के लिए अधिक तेज और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, इनकी मरम्मत भी आसान होगी, जो वर्तमान में काफी जटिल प्रक्रिया मानी जाती है।

ये खबरें भी पढ़ें...

वंदे भारत एक्सप्रेस से कश्मीर यात्रा मात्र 3 घंटे में, पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

मौत का कुआंः खंडवा में कुएं की सफाई के दौरान बड़ा हादसा, 8 की मौत

ऐसे काम करेगा नया इंजन...

  • पहिए: अब इंजन में 12 पहिए होंगे, जबकि पहले 16 या 20 पहिए होते थे।
  • शक्ति: इन नए इंजनों में 12,000 हार्स पावर की शक्ति होगी, जो ट्रेनों को तेज गति से चलाने में सक्षम बनाएगी।
  • सुविधाएं: ट्रेन के इंजनों में बिना पानी के शौचालय होंगे, जो हवा के दबाव से साफ होंगे और गंदगी एक बॉक्स में गिरेगी।

रेलवे इंजनों में सुधार: आरामदायक सफर

नई इंजन तकनीक न केवल ट्रेन की रफ्तार बढ़ाएगी, बल्कि चालकों के लिए भी आरामदायक सफर सुनिश्चित करेगी। चालकों को अब आधुनिक और आरामदायक सीटें मिलेंगी, साथ ही हवा के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं। इन सुधारों से ट्रेन चलाने का अनुभव और भी सहज होगा।

भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया मोड़

भारतीय रेलवे ने पहली बार 1925 में एशिया की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन चलायी थी। इसके बाद से रेलवे में तकनीकी नवाचार होते रहे हैं। अब 12 पहिए वाले ये नए इंजन रेलवे की गति को और तेज करने के साथ-साथ यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे।

ये खबरें भी पढ़ें...

RSS के पूर्व सर कार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी के बड़े भाई अरविंद जोशी का निधन, सीएम मोहन ने दी श्रद्धांजलि

सरिता लिंग बदलकर बनी शरद, शादी के बाद बने पिता, पत्नी ने दिया बच्चे को जन्म

टॉयलेट सुविधाएं: बिना पानी का शौचालय

भारतीय रेलवे के नए इंजन में एक महत्वपूर्ण सुधार बिना पानी के शौचालय का होगा। यह शौचालय हवा के दबाव से खुद को साफ करेंगे और गंदगी सीधे पटरी पर गिरने की बजाय एक बॉक्स में गिरेंगी। यह न केवल पर्यावरण के लिहाज से अच्छा होगा, बल्कि ट्रेन के भीतर सफाई की स्थिति भी बेहतर होगी।

भारतीय रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस टॉयलेट देश दुनिया न्यूज नया इंजन ट्रेनों की गति