भारत में चुनावी प्रक्रिया के बाद राजनीतिक दलों के वित्तीय हालात पर अक्सर चर्चा होती है। 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, बीजेपी, टीडीपी, सीपीएम, एलजेपी और कुछ अन्य प्रमुख दलों के पार्टी फंड में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। इन दलों के पास चुनाव के पहले से कहीं अधिक फंड जमा हुआ था। चुनाव आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, कुल 22 प्रमुख दलों ने 11,326 करोड़ रुपए जुटाए और 14,848 करोड़ रुपये खर्च किए। इनमें बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।
दलों का चुनावी खर्च और राजस्व
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 लोकसभा चुनावों के दौरान 22 प्रमुख राजनीतिक दलों ने 7,416 करोड़ रुपये जुटाए और 3,861.6 करोड़ रुपये खर्च किए। बीजेपी के पास 5,921.8 करोड़ रुपए का प्रारंभिक शेष था, जो चुनाव के बाद 10,107.2 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। यह 4,185 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्शाता है।
ये खबरें भी पढ़ें...
जन्मदिन विशेषः सीएम मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान के 5 फैसले पलटे
‘छावा’ की स्पेशल स्क्रीनिंग: पीएम मोदी सांसदों के संग 26 मार्च को ऐतिहासिक फिल्म
बीजेपी का भारी खर्च
बीजेपी ने चुनाव के दौरान 1,738 करोड़ रुपये खर्च किए, जो अन्य दलों की तुलना में सबसे अधिक था। इन खर्चों में मीडिया विज्ञापन, प्रचार सामग्री, स्टार प्रचारकों के यात्रा खर्च, और अन्य प्रचार गतिविधियां शामिल थीं।
किन दलों ने फंड में वृद्धि की?
बीजेपी के अलावा टीडीपी, सीपीएम, एलजेपी, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) जैसे दलों के पास भी चुनाव के बाद फंड में वृद्धि हुई। इन दलों के फंड में चुनाव के बाद 31% का इज़ाफा हुआ है।
ये खबरें भी पढ़ें...
इन कर्मचारियों को नहीं मिलेगा 8वें वेतन आयोग का लाभ, इनमें आप तो नहीं? देखें लिस्ट
जज वर्मा केश कांड: इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई पर बेमियादी हड़ताल, वकील कर रहे विरोध
2024 चुनाव में कुल खर्च
लोकसभा चुनाव में कुल 1,595 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें से 480 उम्मीदवारों को सफलता मिली। इन चुनावों के दौरान, 22 दलों ने मीडिया पर 992.4 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि सोशल मीडिया प्रचार पर अतिरिक्त 196.2 करोड़ रुपये खर्च किए गए।