भारत सरकार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में निधि तिवारी को नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी के रूप में हुई है, जो पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थीं। उनकी नियुक्ति से यह साफ हो गया है कि पीएम मोदी की हर बैठक, इवेंट और दौरे की जानकारी सबसे पहले निधि के पास होगी।
इस वजह से हुआ निधि तिवारी का चयन
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निधि तिवारी वाराणसी, जो पीएम मोदी का लोकसभा क्षेत्र है, की निवासी हैं। उनका पीएम मोदी से विशेष जुड़ाव है, जो उनके कार्यों और जिम्मेदारियों को और भी अहम बनाता है। इसके अलावा, निधि ने 2013 में UPSC (Union Public Service Commission) परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी, जिससे उन्होंने अपनी क्षमताओं का लोहा भी मनवाया था।
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विदेश मंत्रालय में सुरक्षा मामलों पर किया काम
निधि तिवारी ने अपने करियर की शुरुआत विदेश मंत्रालय (MEA) में की थी, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर कार्य किया। उनके कार्यक्षेत्र में विदेश नीति, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के महत्वपूर्ण मामले शामिल थे। पीएम मोदी के निजी सचिव के रूप में उनकी जिम्मेदारी अब और भी बड़ी हो गई है। उनका प्रमुख कार्य प्रधानमंत्री के कार्यों का समन्वय करना और विभिन्न विभागों के बीच तालमेल बैठाना होगा।
अब इन भूमिकाओं को निभाएंगी निधि तिवारी
निधि तिवारी की मुख्य जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोजाना कार्यों का संचालन करना होगा। इसके साथ ही, वह विभिन्न सरकारी विभागों के साथ समन्वय करने और प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। पीएम मोदी की हर बैठक, इवेंट, और दौरे की जानकारी सबसे पहले निधि के पास होगी, और यह जिम्मेदारी उन्हें उनकी विशेषताएं और कामकाजी दक्षता के आधार पर दी गई है।
निधि तिवारी का परिचय
2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी निधि तिवारी को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव नियुक्त किया गया है। 6 जनवरी 2023 से वे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। निधि तिवारी का संबंध वाराणसी के महमूरगंज से है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है। उन्होंने 2013 में UPSC (सिविल सेवा परीक्षा) में 96वीं रैंक प्राप्त की थी।
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UPSC की सफलता और कार्य अनुभव
निधि तिवारी ने UPSC परीक्षा में सफल होने से पहले वाराणसी में सहायक आयुक्त (वाणिज्यिक कर) के रूप में काम किया था। उनकी मेहनत और सफलता ने उन्हें एक बेहतरीन अधिकारी बना दिया।
विदेश मंत्रालय में कार्य अनुभव
प्रधानमंत्री कार्यालय में शामिल होने से पहले निधि तिवारी विदेश मंत्रालय (MEA) में कार्यरत थीं। यहां वे अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और निशस्त्रीकरण मामलों के डिपार्टमेंट में काम कर चुकी हैं। उनकी अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की विशेषज्ञता ने उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका दिया। वे विशेष रूप से 'विदेश और सुरक्षा' कार्यक्षेत्र में एक्सपर्ट थीं, और यहां वे सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करती थीं।
जी20 अध्यक्षता में भूमिका
निधि तिवारी ने विदेश मामलों, परमाणु ऊर्जा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर काम किया है। उनका विदेश नीति में गहरा अनुभव था, जिसकी वजह से उन्हें भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिला।