/sootr/media/media_files/2025/08/14/vehicle-aadhar-linking-2025-08-14-23-17-40.jpg)
Photograph: (THESOOTR)
भारत में अब वाहन मालिकों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। सरकार ने वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस के डेटा को आधार से लिंक करने का आदेश जारी किया है।
इस नए बदलाव के साथ, गाड़ी के मालिकों को अब अपनी गाड़ी को आधार से लिंक करना होगा। इसके लिए सरकार ने ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है। अब आपको आरटीओ (RTO) कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अपने मोबाइल फोन से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
इस लिंकिंग प्रक्रिया के तहत, सरकार ने एक मैसेज भेजने की शुरुआत की है। इसमें सभी रजिस्टर्ड वाहन मालिकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने वाहन के लिए आधार ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया के तहत अपना मोबाइल नंबर अपडेट करें। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी और इससे वाहन मालिकों को अपनी जानकारी अपडेट करने में आसानी होगी।
कैसे करें वाहन और आधार लिंकिंग
वाहन और आधार को लिंक करने की प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है। सबसे पहले आपको परिवहन मंत्रालय (MoRTH) के आधिकारिक पोर्टल parivahan.gov.in पर जाना होगा। इसके बाद आपको दो विकल्प दिखाई देंगे, एक "वाहन" और दूसरा "सारथी"। आपको दोनों विकल्पों में से एक का चयन करना होगा।
ये खबर भी पढ़ें...
ऑपरेशन सिंदूर में शामिल जवानों को किया जाएगा सम्मानित, 36 वायु सैनिकों को मिलेगा वीरता पुरस्कार
वाहन लिंकिंग प्रक्रिया...
- सबसे पहले, parivahan.gov.in पर जाएं।
- "आधार से मोबाइल नंबर लिंक करें" का विकल्प चुनें।
- अब, अपना वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और इंजन नंबर भरें।
- रजिस्ट्रेशन की तारीख और वैलिडिटी भरें।
- वेरिफिकेशन कोड डालें और प्रोसेस को पूरा करें।
इसके बाद, एक कंफर्मेशन पेज खुलेगा जिसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपकी जानकारी सही है और अपडेट हो चुकी है।
सारथी पोर्टल पर लिंकिंग का तरीका
सारथी पोर्टल पर लिंकिंग करते वक्त आपको सबसे पहले अपना ड्राइविंग लाइसेंस (DL) नंबर भरना होगा। इसके बाद, अपनी जन्मतिथि, राज्य और कैप्चा कोड भरकर सब्मिट करना होगा। इसके बाद, सिस्टम आपको एक पुष्टि पेज दिखाएगा जिसमें आपकी सभी जानकारी की पुष्टि होगी।
ये खबर भी पढ़ें...
महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के डायरेक्टर और असिस्टेंट डायरेक्टर को HC का नोटिस
गाड़ी-आधार लिंक इसलिए जरूरी
यदि कोई वाहन मालिक अपनी जानकारी अपडेट नहीं करता और गाड़ी नंबर को आधार से लिंक नहीं करता है, तो उसे भारी चालान का सामना करना पड़ सकता है। सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि वाहनों और ड्राइविंग लाइसेंस धारकों के डेटा को एकजुट किया जा सके और किसी भी गलत जानकारी या धोखाधड़ी को रोका जा सके।
क्यों है यह लिंकिंग प्रक्रिया महत्वपूर्ण?
यह प्रक्रिया इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे ना केवल सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता आएगी, बल्कि अपराधियों के खिलाफ भी कार्रवाई करना आसान होगा। इसके जरिए, प्रत्येक वाहन मालिक के पास एक यूनिक पहचान होगी, जो किसी भी धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी।
ये खबर भी पढ़ें...
MP में जन औषधि केंद्रों में घोटाला : निजी ब्रांड की महंगी दवाएं बेचने के आरोप में 57 केंद्र बंद
किस्तों में होगी राशि की जमा
इसके अलावा, हजारी राशि के तहत, एक नई प्रक्रिया के तहत हर वर्ष की पहली किस्त में करीब एक लाख रुपए की राशि जमा की जाएगी। यह राशि पिछले साल की तुलना में ज्यादा होगी और इसको सरकार के बैंक खाते में जमा करना होगा।
चालान से बचने के उपाय
चालान के भारी बोझ से बचने के लिए यह जरूरी है कि सभी वाहन मालिक अपनी गाड़ी को आधार से लिंक करवा लें। यह सुनिश्चित करेगा कि उनके वाहन पर कोई भी गलत जानकारी नहीं है और वे किसी भी प्रकार के गलत चालान से बच सकेंगे।
ये खबर भी पढ़ें...
सीएम मोहन यादव के संदेश का हर जिले में होगा लाइव प्रसारण, किए गए खास इंतजाम
ऑनलाइन प्रक्रिया की प्रमुख सुविधाएं...
- आरटीओ कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं।
- आधार से गाड़ी को लिंक करने का सरल तरीका।
- सभी वाहन मालिकों के लिए ऑनलाइन लिंकिंग की सुविधा।
- प्रोसेस के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं।
ऑनलाइन लिंकिंग प्रक्रिया | सड़क परिवहन मंत्रालय | Driving License
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स औरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩