वक्फ कानून पर बंगाल में तनाव: यूसुफ पठान की पोस्ट पर भाजपा ने लगाया आरोप

11 और 12 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध में हिंसा भड़की। TMC सांसद यूसुफ पठान के चाय पीते हुए फोटो पोस्ट पर विवाद उठ गया। भाजपा ने इसे हिंदुओं के कत्लेआम का मजा लेने के रूप में देखा।

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Jitendra Shrivastava
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waqf-law-violence Photograph: (thesootr)

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11-12 अप्रैल 2025 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और अन्य जिलों में वक्फ कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, वाहनों में आग लगाई और दुकानों तथा घरों में तोड़फोड़ की। हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 

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वक्फ कानून पर बंगाल में विरोध 

वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना, हुगली और मालदा जिलों में इस कानून के खिलाफ लोगों ने सड़कों पर उतकर अपना विरोध जताया। इन प्रदर्शनों के दौरान पुलिस से झड़पें भी हुईं और कई स्थानों पर सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया।

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वक्फ कानून क्या है? 

वक्फ कानून एक धार्मिक ट्रस्ट व्यवस्था से जुड़ा हुआ है, जो मुस्लिम समुदाय के धार्मिक और सामाजिक उद्देश्यों के लिए संपत्ति को दान करने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है। इस कानून के अंतर्गत वक्फ संपत्तियों का नियंत्रण और प्रबंधन राज्य द्वारा किया जाता है, जिससे मुस्लिम समुदाय के लिए एक विशेष प्रकार की संपत्ति प्रणाली बनाई जाती है।

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हिंसा की चपेट में आए जिले...

1. मुर्शिदाबाद 

मुर्शिदाबाद में हिंसा की शुरुआत हुई थी, जहां प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतकर पुलिस के साथ संघर्ष किया। यहां के कई क्षेत्रों में सार्वजनिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और बाजारों में लूटपाट की खबरें आईं।

2. नॉर्थ 24 परगना, हुगली और मालदा 

इन जिलों में भी प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और विरोध किया। यहां की स्थिति भी बहुत गंभीर हो गई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने केंद्रीय बलों की तैनाती की आवश्यकता समझी।

यूसुफ पठान का चाय पीते हुए फोटो पोस्ट 

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इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने चाय पीते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जो विवाद का कारण बन गई। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि पठान को हिंदुओं के कत्लेआम का मजा लेते हुए चाय की चुस्की लेना शोभा नहीं देता। 

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केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती 

हिंसाग्रस्त इलाकों में स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए केंद्र सरकार ने 1600 जवानों को तैनात किया है, जिसमें 300 BSF जवान भी शामिल हैं। राज्य सरकार ने इंटरनेट सेवा को भी कुछ इलाकों में बंद कर दिया है और धारा 144 लागू की है।

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ममता बनर्जी की अपील 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि वक्फ कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने राजनीतिक दलों से हिंसा न करने की अपील की और कहा कि हर किसी की जान कीमती है। 

भाजपा और विपक्ष की प्रतिक्रिया 

भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य के सीमावर्ती जिलों में सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (AFSPA) लागू करने की मांग की है। उनका आरोप है कि इन इलाकों में हिंदुओं पर लगातार सांप्रदायिक हमले हो रहे हैं। वहीं, विपक्ष ने इस हिंसा की जांच NIA से कराने की मांग की है।

 

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