हमारे देश के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए NEET UG परीक्षा पास करना अनिवार्य है, और कई दूसरे देशों में भी भारतीय छात्रों को प्रवेश देने के लिए नीट के क्वालीफाइंग स्कोर की आवश्यकता होती है। इस बीच, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी परीक्षा में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है, जिनकी तैयारी भी शुरू हो गई है। अब नीट यूजी परीक्षा में अटेम्प्ट लिमिट को कम किया जा रहा है, यानी छात्रों को परीक्षा देने के लिए अनगिनत अवसर नहीं मिलेंगे जैसे पहले मिलते थे।
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नीट के लिए कितने अवसर मिलेंगे?
नई योजना के मुताबिक, नीट यूजी परीक्षा को जेईई मेन की तरह आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत, छात्रों को नीट यूजी परीक्षा देने के लिए अधिकतम 4 अवसर मिलेंगे। इससे छात्रों को अपनी तैयारी को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पहले जब अटेंप्ट लिमिट नहीं थी, कई छात्र 7-8 बार नीट की परीक्षा देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। यह बदलाव छात्रों की संख्या में भी कमी का कारण बनेगा।
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साल में कितनी बार होगी नीट परीक्षा?
बता दें नीट यूजी परीक्षा अभी साल में एक बार ही आयोजित होती है और इसमें कोई बदलाव का निर्णय अभी नहीं लिया गया है। जबकि, जेईई मेन परीक्षा साल में दो बार होती है और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों को 3 साल में 6 बार परीक्षा देने का मौका मिलता है। 2024 में लगभग 24 लाख छात्रों ने जेईई मेन परीक्षा दी थी। एनटीए में सुधार से संबंधित एक उच्चस्तरीय समिति ने अपनी सिफारिशें सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी हैं, लेकिन अभी तक इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है।
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परीक्षा केंद्रों में भी होगा बदलाव
इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों में भी बड़ा बदलाव किया जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, समिति ने परीक्षा से संबंधित आउटसोर्सिंग को पूरी तरह से समाप्त करने पर विचार किया है। इसके साथ ही, केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों को स्थाई परीक्षा केंद्रों के रूप में विकसित करने की सिफारिश की गई है। वर्तमान में, हर जिले में एक नवोदय विद्यालय और कई जिलों में केंद्रीय विद्यालय भी हैं। इसके अलावा, अन्य सरकारी संस्थानों को भी इस प्रक्रिया में शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
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बदल सकता है परीक्षा का मोड
इसके अलावा, परीक्षा के मोड में भी बदलाव हो सकता है। जानकारी के अनुसार, समिति ने सभी परीक्षाओं को हाइब्रिड मोड में आयोजित करने की सिफारिश की है, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि भविष्य में नीट यूजी परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में आयोजित की जा सकती है। इसके तहत, प्रश्न पत्र ऑनलाइन दिया जाएगा, जबकि उत्तर ओएमआर शीट पर पेन से भरने होंगे। इससे परीक्षा के लीक होने की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
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