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भारत में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और संस्थानों के प्रदर्शन को परखने के लिए हर साल NIRF (National Institutional Ranking Framework) रैंकिंग जारी की जाती है।
छात्रों और अभिभावकों के लिए यह रैंकिंग बेहद अहम होती है क्योंकि इसके ज़रिए उन्हें सही कॉलेज चुनने में मदद मिलती है। साल 2025 की NIRF रैंकिंग अब जारी हो चुकी है और एक बार फिर delhi university (DU) के कॉलेजों ने टॉप लिस्ट पर कब्जा जमाया है।
पिछले साल की तरह इस बार भी हिंदू कॉलेज (Education news) ने अपनी जगह बरकरार रखी है और देश का नंबर-1 कॉलेज बना है। वहीं, मिरांडा हाउस दूसरे और हंसराज कॉलेज तीसरे स्थान पर रहा। आइए जानते हैं इस साल के टॉप 10 कॉलेज और रैंकिंग के पीछे की पूरी कहानी।
🌟 भारत के टॉप 10 कॉलेज (NIRF Ranking 2025)
हिंदू कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
मिरांडा हाउस (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
हंसराज कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
किरोड़ीमल कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
सेंट स्टीफंस कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
रामकृष्ण मिशन विवेकानंद कॉलेज, कोलकाता
आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
सेंट जेवियर कॉलेज, कोलकाता
पीएसजीआर कृष्णम्मल महिला कॉलेज, कोयंबटूर
पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर
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📊 पिछले साल से इस साल तक का बदलाव
साल 2024 की रैंकिंग में हिंदू कॉलेज, मिरांडा हाउस और सेंट स्टीफंस कॉलेज (top education news) टॉप 3 में थे। लेकिन 2025 में तस्वीर थोड़ी बदली। इस बार हंसराज कॉलेज तीसरे और किरोड़ीमल कॉलेज चौथे नंबर पर पहुंच गया। वहीं, लोयोला कॉलेज (चेन्नई) और लेडी श्रीराम कॉलेज (दिल्ली) टॉप 10 से बाहर हो गए।
🏆 रैंकिंग तय करने के क्राइटेरिया🏆शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया (Teaching & Learning Resources) रिसर्च और प्रोफेशनल प्रैक्टिस ग्रेजुएशन आउटकम (Placements & Higher Studies) आउटरीच और इन्क्लूसिविटी (Inclusivity) प्रतिष्ठा और धारणा (Perception) हर पैरामीटर को अलग-अलग वेटेज दी जाती है और संस्थानों को उनके स्कोर के आधार पर रैंक दी जाती है। | |
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🎓 क्यों खास है हिंदू कॉलेज की जीत?
हिंदू कॉलेज ने लगातार दूसरे साल पहला स्थान हासिल कर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इस कॉलेज को बेहतर शिक्षण गुणवत्ता, उच्च रिसर्च आउटपुट और शानदार प्लेसमेंट रिकॉर्ड की वजह से शीर्ष पर रखा गया है।
मिरांडा हाउस और हंसराज कॉलेज भी लंबे समय से छात्रों की पहली पसंद रहे हैं। वहीं, कोलकाता और कोयंबटूर के कॉलेजों की एंट्री से यह साफ है कि दिल्ली से बाहर भी अब कई संस्थान राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
🗣️ शिक्षा मंत्री का बयान
रैंकिंग जारी करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में और सुधार की ज़रूरत है। उन्होंने "वन नेशन वन डेटा पोर्टल" का ज़िक्र करते हुए बताया कि दिसंबर तक यह पोर्टल पब्लिक डोमेन में आएगा। इससे रैंकिंग और भी पारदर्शी होगी और ज्यादा संस्थानों को जोड़ा जा सकेगा।
मंत्री ने यह भी कहा कि स्टार्टअप्स और एंटरप्रेन्योरशिप को शिक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा बनाया जाएगा ताकि देश आने वाले 25 वर्षों में बड़ी छलांग लगा सके।
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🔮 छात्रों के लिए क्या मायने रखती है NIRF रैंकिंग?
सही कॉलेज चुनने में मदद करती है।
संस्थानों की शिक्षा, रिसर्च और प्लेसमेंट की वास्तविक तस्वीर सामने लाती है।
छात्रों को यह समझने का मौका मिलता है कि कौन-सा कॉलेज उनकी जरूरत और सपनों के मुताबिक है।
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