लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बस एक रात दूर हैं। मध्य प्रदेश में एग्जिट पोल भाजपा को 28 से 29 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। अब नतीजे क्या होते हैं ये तो 4 जून को ही पता चलेगा।
इस बीच मध्य प्रदेश के पास एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाने का मौका है जो सालों तक याद किया जाएगा। मध्य प्रदेश के तीन कद्दावर नेता- शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और शंकर लालवानी लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले सांसद बन सकते हैं।
क्या शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और शंकर लालवानी सबसे ज्यादा मतों से चुनाव जीतने वाले सांसद बनते हैं, ये जानने से पहले जानते हैं अभी किसके नाम है यह अनोखा रिकॉर्ड ( highest win margin in lok sabha )-
लोकसभा में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड
लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे ज्यादा मार्जिन से जीत हासिल करने का रिकॉर्ड सीआर पाटिल के नाम है ( c r patil highest win margin in lok sabha )। उन्होंने 2019 में ही गुजरात की नवसारी लोकसभा सीट पर 6,89,699 मतों से जीत दर्ज की थी।
सीआर पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया था। सी आर पाटिल को कुल 9,72,739 वोट मिले थे। नवसारी के 74.37 मतदाताओं ने सीआर पाटिल को वोट दिया था। उनके विपक्षी कांग्रेस के धर्मेश भाई पटेल को 2,83,071 वोट मिल पाए थे।
इस बार भी सीआर पाटिल नवसारी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में है।
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शिव, शंकर या विष्णु तोड़ेंगे रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश में इस बार तीन दिग्गज नेताओं के पास लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी मार्जिन से जीत दर्ज करने का मौका है। खजुराहो में वीडी शर्मा और इंदौर में शंकर लालवानी के सामने मुख्य विपक्षी चुनौती ही नहीं है। विदिशा में शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता रिकॉर्ड बना सकती है।
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शिवराज सिंह चौहान (विदिशा लोकसभा सीट)
विदिशा लोकसभा सीट 1989 से लगातार भाजपा के कब्जे में रही है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा से चुनावी मैदान में उतरे हैं। वे पहले भी 4 बार विदिशा से ही सांसद रह चुके हैं।
इस क्षेत्र में शिवराज सिंह चौहान की अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके सामने कांग्रेस ने 77 वर्षीय भानू प्रताप शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था। ऐसा माना जा रहा था कि कांग्रेस इस सीट पर पहले ही हार मान चुके हैं।
विदिशा लोकसभा सीट पर कुल 19,45,404 मतदाता हैं। यहां 74.48 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतलब कुल 14,49,010 लोगों ने वोट डाले हैं। शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता को देखते हुए वे सबसे ज्यादा मार्जिन से जीतकर सांसद बनने वाले नेता बन सकते हैं।
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शंकर लालवानी (इंदौर लोकसभा सीट)
इंदौर लोकसभा सीट पर इस बार एकतरफा मुकाबला देखने को मिला। भाजपा के शंकर लालवानी वैसे ही एक चर्चित चेहरा हैं। उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव 5,47,754 वोटों से जीता था। इस बार उनके सामने कोई चुनौती ही नहीं थी।
कांग्रेस पार्टी ने इंदौर सीट से अक्षय बम को टिकट दी थी। उन्होंने 29 अप्रैल को अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का कोई उम्मीदवार ही नहीं था। यहां मुकाबला शंकर लालवानी और नोटा के बीच था।
इंदौर लोकसभा सीट पर कुल 25,26,803 मतदाता हैं। इनमें से 15,58,341 ने वोटिंग की थी। वोटिंग परसेंट 61.67 प्रतिशत रहा था। एकतरफा हुए चुनाव के कारण शंकर लालवानी की सबसे ज्यादा मतों से जीत दर्ज करने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
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वीडी शर्मा (खजुराहो लोकसभा सीट)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे ज्यादा मार्जिन से जीत दर्ज करने वाले सांसद बन सकते हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में खजुराहो से ही 4,92,382 मतों से जीत दर्ज की थी।
इस बार वीडी शर्मा के सामने इंडिया गठबंधन ने समाजवादी पार्टी की मीरा यादव को चुनावी मैदान में उतारा था। उनका नामांकन पर्चा रद्द हो गया था। ऐसे में इंडी गठबंधन का यहां कोई प्रत्याशी नहीं था। हालांकि अलायंस ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से प्रत्याशी आर. बी. प्रजापति को समर्थन देने का ऐलान किया था। वे पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। खजुराहो में बसपा ने भी कमलेश कुमार को टिकट दिया था।
खजुराहो लोकसभा सीट पर कुल 19,97,483 मतदाता हैं। यहां वोटिंग परसेंट कम रहा था। 11,37,867 मतदाताओं ने वोटिंग की थी। खजुराहो में वोटिंग परसेंट 56.97 प्रतिशत रहा था। खजुराहो सीट पर वीडी शर्मा के लिए कोई कड़ी टक्कर नहीं थी। ऐसे में जीत दर्ज करने के साथ-साथ, वे लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड भी बना सकते हैं।
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