भोपाल. गिरीश गौतम ने बतौर विधानसभा स्पीकर एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बात की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार और विपक्ष दोनों की तरफ से सहयोग मिला है। इस अवसर पर उन्होंने आगामी विधानसभा सत्र में होने जा रहे बदलावों का भी जिक्र किया। इस सत्र में प्रश्नकाल की व्यवस्था में कुछ बदलाव होने वाले हैं। अब प्रश्नकाल के दौरान विधायक केवल प्रश्न पर ही बोल पाएंगे, अन्य विषय को नहीं उठा सकेंगे।
ये बदलाव हुआ: विधानसभा स्पीकर ने बताया कि प्रश्नकाल में विधायक खड़े होकर पूरा प्रश्न पढ़ते हैं, फिर उसका उत्तर पढ़ते हैं। इसमें सदन का काफी समय चला जाता है। इसके बाद विधायक कहते हैं कि मैं इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हूं। इसलिए मध्यप्रदेश की विधानसभा अब ऐसा नहीं होगा। अब कोई भी विधायक सदन में प्रश्न-उत्तर नहीं पढ़ेगा। विधायक को पूरी तैयार के साथ प्रश्नकाल में आना होगा। अपना सवाल पॉइंट टू पॉइंट पूछना होगा, जिससे संबंधित मंत्री को भी जवाब देने में सहूलियत होगी।
विधायकों की ब्रीफिंग होगी: इस सत्र में जितने विधायकों ने प्रश्न लगाए हैं, उन्हें नई व्यवस्था में कैसे प्रश्न पूछना है और मंत्री कैसे जवाब देंगे, इसके लिए विधायकों की ब्रीफिंग की जाएगी। गौतम के मुताबिक, इससे प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा बनाई जाने वाली भूमिका में नष्ट होने वाले समय को खराब होने से बचाया जा सकेगा। पुरानी व्यवस्था में मंत्री अपने उत्तर की तैयारी करके आते थे। उसी तरह विधायकों को भी तैयारी करके आना होगा। विधानसभा समितियों के स्वरूप को भी बदला गया है।