BHOPAL. राजधानी भोपाल में तालाबों को दूषित करने के मामले में एनजीटी की कार्रवाई लगातार जारी है। मंगलवार (30 जनवरी) को भी नगर निगम के राजस्व अमले ने एलबीएस अस्पताल के एडमिन ब्लॉक का एक कमरा सील कर दिया। अस्पताल में ये कार्रवाई तालाबों में सीवेज छोड़ने के मामले में की गई। तालाबों में सीवेज छोड़ने की वजह से तालाब पूरी तरह से दूषित हो रहे है। एलबीएस अस्पताल के साथ-साथ 14 से ज्यादा अस्पताल, 3 लैब और 1 बैंक के पर भी कार्रवाई की जाएगी। NGT ने निगम पर 121 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था, निगम ये जुर्माना अस्पतालों से ही वसूल रहा है।
निगम जिम्मेदारी छोड़ अस्पतालों से वसूलने पहुंचा जुर्माना
दरअसल अस्पतालों की इस लेन के पीछे नवाब सिद्दीक हसन और मुंशी हुसैन खां तालाब हैं। काफी समय से इन अस्पतालों का सीवेज सीधे तालाबों में जा रहा था। इस मामले में एनजीटी ने नगर निगम को दोषी मानते हुए पिछले साल 121 करोड़ की पेनाल्टी लगाई थी। निगम ने इन अस्पतालों और संस्थानों को नोटिस जारी किया। निगम अधिकारियों का गंदे हुए उनसे सीवेज शुल्क की तर्क है कि जिनके सीवेज से तालाब वसूली की जा रही है। चार महीने से इनको कई नोटिस दिए गए।
किस पर कितना सीवेज शुल्क बकाया
संस्थान बकाया रुपए
- एलबीएस हॉस्पिटल- 35,48,000
- भोपाल केयर हॉस्पिटल - 12,85,000
- एबीएम मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल- 12,85,000
- सिल्वर लाइन हॉस्पिटल- 9,68,300
- यूनिक हॉस्पिटल- 6,42,600
- पारस हॉस्पिटल- 5,10,400
- हाईटेक केयर एंड लेजर सेंटर- 4,84,000
- हमीदिया मल्टी केयर हॉस्पिटल- 4,84,000
- शुभम हॉस्पिटल- 4,84,000
- सेंट्रल हॉस्पिटल- 4,84,000
- सिटी केयर हॉस्पिटल- 4,84,000
- संजीवनी डे-केयर- 4,84,000
- बालाजी चिल्ड्रन हॉस्पिटल- 4,84,100
- ईशकृपा एंडोस्कोपी लेब- 3,17,000
- इंडियन बैंक- 9,5000
- डॉ. टेकवाल नोज नेक सेंटर- 47,500
- आम क्लीनिक- 47,500
- शिल्पा डोडानी- 47,500
- पारस पेथोलोंजी लेब- 17,500