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छत्तीसगढ़ सरकार जल्द ही पूर्व सरकार के किए गए एक और काम का हिसाब जनता के सामने रख सकती है। इस योजना को खेल एवं युवा कल्याण विभाग की तरफ से संचालित किया जा रहा था।जिसके तहत कांग्रेस सरकार ने प्रदेश भर में राजीव युवा मितान क्लब का गठन कराया था। जिसे 3 महीने में 25 हजार यानी सालाना 1 लाख रु दिए जाते थे। ऐसा कर प्रदेश भर में 13 हजार 242 क्लब बने। जिन्हें 2 साल में एक अरब 32 करोड़ रुपए दिए गए।
अब सरकार जिला कलेक्टर्स के जरिए क्लबो से यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट मांग रही है। इस प्रक्रिया में क्लबों के जरिए बड़ी अनियमितता सामने निकल कर आ रही है। हालांकि अभी केवल 85% ही जांच पूरा हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि कलेक्टर्स जल्द ही जांच पूरी कर सरकार को रिपोर्ट सौपेंगे। इसके बाद एक और गड़बड़ी का खुलासा होगा। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विमल चोपड़ा का आरोप है कि कांग्रेस राजीव युवा मितान क्लब के जरिए युवा कांग्रेस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उपकृत कर रही थी। सारा पैसा सभाओं में भीड़ बुलाने और पार्टी करने में खर्च होता था।
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क्लबों के संचालकों की रिपोर्ट मंगाई
शासन के इस फैसले को लेकर कांग्रेस सत्ता में रहे जनप्रतिनिधियों के बीच खलबली मची है कि कांग्रेस की सरकार द्वारा युवाओं को जोड़ने के लिए लांच किए गए क्लब के पैसे का हिसाब कैसे होगा। विभागीय जानकारी के अनुसार सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के नाम पर बिना आयोजन के भी फर्जी रिपोर्ट प्रस्तुत कर पैसे निकालने की शिकायतें थी। कलेक्टरों को क्लबों के संचालकों की रिपोर्ट मंगाई गई है। जांच में पूरा मामला खुलासा होगा कि कितनी राशि के बंदरबांट हुआ है।
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प्रदेशभर में एक अरब 32 करोड़ रुपए जारी
राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक के नाम से 27 दिसंबर 2023 को जारी आदेश में सभी जिलों की जानकारी दी गई है। इस 2 साल में कोरिया-मनेन्द्रगढ-भरतपुर-चिरमिरी जिले को चार करोड़ 28 लाख, सूरजपुर को चार करोड़ 97 लाख, सरगुजा 497 को लाख, जशपुर को 459 लाख, बलरामपुर को 481 लाख, कबीरधाम को 492 लाख, राजनांदगांव खैरागढ़-छुई-गण्डई।
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मोहला-मानपुर अंबागढ़ चौकी को 889 लाख, बालोद को 463 लाख, बेमेतरा को 450 लाख, दुर्ग को 610 लाख, बीजापुर को 179 लाख, बस्तर को 483 लाख, कोण्डागांव को 395 लाख, कांकेर को 471 लाख, दंतेवाड़ा को 164 लाख, नारायणपुर को 94 लाख 75 हजार, सुकमा को 162 लाख, महासमुंद को 582 लाख, धमतरी को 420 लाख, गरियाबंद को 347 लाख, बलौदाबाजार को 340 लाख, रायपुर को 693 लाख, गौरेला पेड्रा मरवाही को 170 लाख, रायगढ़ को 847 लाख, मुंगेली को 383 लाख, जांजगीर को 714 लाख, कोरबा को 562 लाख, बिलासपुर को 641 लाख रुपए जारी किए गए है।
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दबाव बनाकर निकाले गए पैसे
राजीव युवा मितान क्लब को लेकर निकायों में विवाद रहा है। प्रत्येक वार्ड में युवा अध्यक्ष सहित समिति बनाई गई। इसमें समिति के सचिव पर दबाव डालकर राशि निकालने की भी जानकारी सामने आई थी। विधानसभा चुनाव के पहले इस फंड को लेकर चर्चा सरेआम होती रही। भले ही युवा मितान के नाम से क्लब बनाया गया, लेकिन पूरा संचालन नेताओं के वरदहस्त से होता रहा। इस राशि को चुनाव में भी खर्च करने की शिकायत मिली है। सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य शासन ने जारी राशि के व्यय पर रोक लगाई है। साथ ही अब तक खर्च किए गए राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र मांगा लिया है।
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