शहद हो रही कड़वी , आलू-मिर्ची की वजह से मर रहीं मधुमक्खियां

छत्तीसगढ़ में जशपुर की शहद प्रसिद्ध है। जशपुर नाम से ही यहां कि शहद हाथों- हाथ बिक जाती थी। अब हालात पहले जैसे नहीं रहे। जशपुर की शहद की क्वालिटी अब खराब बताई जाने लगी है।

author-image
Marut raj
New Update
Effect of pesticides on honey production the sootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

Effect of pesticides on honey production : शहद अपनी मिठास खोती जा रही है। इतना ही नहीं शहद में कड़वापन भी आने लगा है। दिन प्रतिदिन गिरती जा रही क्वालिटी का असर ये हुआ कि किसानों ने शहद संग्रहण का काम ही छोड़ दिया। शहद प्रसंसकरण केंद्र पर ताले लटक रहे हैं। लाखों की मशीने जंग खा रही हैं। यह सब हुआ है आलू और मिर्च की फसल की वजह से।  

नक्सलियों ने किया प्रेशर IED ब्लास्ट, फोर्स ने 3 आतंकी मार गिराए

कीटनाशकों से भीगे फूलों बैठकर मधुमक्खियां मर रहीं

छत्तीसगढ़ में जशपुर की शहद प्रसिद्ध है। जशपुर नाम से ही यहां कि शहद हाथों- हाथ बिक जाती थी। अब हालात पहले जैसे नहीं रहे। जशपुर की शहद की क्वालिटी अब खराब बताई जाने लगी है। इसकी वजह है आलू और मिर्च की फसल।

दरअसल, जशपुर के किसान आलू व मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर करने लगे हैं। इन फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों और खाद का उपयोग बड़ी मात्रा में किया जा रहा है। कीटनाशकों से भीगे फूलों बैठकर मधुमक्खियां मर रही हैं। शहद का बड़ी मुश्किल से उत्पादन हो पा रहा है। जो उत्पादन होता भी है तो उसमें कड़वापन है।

IIIT-NIT में टॉपर्स को सबसे ज्यादा तो दूर उल्टा बहुत कम मिल रहा पैकेज

शहद प्रसंस्करण केंद्र पर लगा ताला

जशपुर के नजदीक पनचक्की में शहद प्रसंस्करण केंद्र पर पिछले पांच साल से ताला लगा हुआ है। किसानों ने शहद का काम छोड़ दिया है। नतीजा, कच्चा माल लेकर अब कोई प्रसंस्करण केंद्र आता ही नहीं है। एक समय ऐसा था कि यहां पर करीब 24 स्वसहायता समूहों के जरिए लोग शहद लेकर आते थे। 

420 निकली बेटी... प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही माता-पिता से लाखों लूटा

शहद की क्वालिटी खराब आ रही थी

पनचक्की स्थित प्रसंस्करण केंद्र के मैनेजर आशीष यदुवंशी का कहना है कि शहद की क्वालिटी ठीक नहीं आ रही थी। इसलिए प्रसंस्करण बंद करना पड़ा था। अभी भी क्वालिटी में सुधार नहीं आया है। हालांकि, उनका कहना है कि मशीनें खराब नहीं हुई हैं। जब संग्राहक बेहतर क्वालिटी के शहद लेकर पहुंचेंगे तो फिर से इसे शुरू किया जा सकता है।

25 फीट नीचे खाई में गिरी तेज रफ्तार कार, 2 SECL अफसरों की मौत

FAQ

जशपुर के शहद की गुणवत्ता खराब होने का कारण क्या है?
जशपुर के शहद की गुणवत्ता खराब होने का मुख्य कारण आलू और मिर्च की फसल की बढ़ती खेती है। इन फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों और खाद का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है, जिससे मधुमक्खियां मर रही हैं और शहद में कड़वापन आ रहा है।
जशपुर के शहद प्रसंस्करण केंद्र पर ताला क्यों लगा है ?
शहद प्रसंस्करण केंद्र पर ताला लगा है क्योंकि किसानों ने शहद संग्रहण का काम छोड़ दिया है। शहद का उत्पादन कम हो गया है और जो उत्पादन हो रहा है, उसकी गुणवत्ता बहुत खराब है, इसलिए अब कच्चा माल प्रसंस्करण केंद्र पर नहीं आ रहा है।
जशपुर के किसानों ने शहद का काम क्यों छोड़ दिया ?
जशपुर के किसानों ने शहद का काम इसलिए छोड़ दिया क्योंकि शहद की गुणवत्ता गिर रही थी और उसमें कड़वापन आ गया था। इसके साथ ही कीटनाशकों से मधुमक्खियां मर रही थीं, जिससे शहद का उत्पादन बहुत कम हो गया था।

 

cg news in hindi शहद हुआ अमानक साबित Jashpur News jashpur news in hindi cg news hindi cg news hindi cg news live छत्तीसगढ़ जशपुर न्यूज CG News honey जशपुर न्यूज cg news live news