अरुण तिवारी, RAIPUR. नक्सलियों (Naxalites) के कहर से अपने नेताओं को बचाने के लिए सरकार ने बातचीत का नया ऑफर दिया है। सरकार ने नक्सलियों को वीडियो कॉल पर बात करने का ऑफर दिया है। सरकार का कहना है कि यदि नक्सली एक टेबल पर बैठकर उनके साथ बात नहीं कर सकते तो वीडियो कॉल पर ही बात कर लें। सरकार उनसे ये जानना चाहती है कि आखिर बीजेपी नेताओं को चुन चुन कर क्यों मारा जा रहा है।
एक साल में 10 BJP नेताओं की बेरहमी से हत्या
Naxalite जिले बीजेपी नेताओं के लिए काल बन गए हैं। नक्सली चुनचुन कर BJP नेताओं को निशाना बना रहे हैं। पिछले 10 दिनों में 2 और एक साल में 10 बीजेपी नेताओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई। नई सरकार ने इस सिलसिले को रोकने के लिए नक्सलियों को बातचीत का खुला ऑफर दिया है। सरकार ने कहा है कि यदि नक्सली सरकार के साथ टेबल पर नहीं बैठना चाहते तो उनके नेता वीडियो कॉल पर ही बात कर लें। विकास कामों से उनको दिक्कत क्या है।
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आखिर BJP नेताओं से परेशानी क्या है
सरकार नक्सलियों से ये जानना चाहती है कि आखिर उनको बीजेपी नेताओं से परेशानी क्या है। सरकार बीजेपी की हो या कांग्रेस की, मारे जा रहे हैं सिर्फ बीजेपी नेता। सरकार जानना चाहती है कि नक्सली उनके नेताओं के साथ कौन सी रंजिश पाले हुए हैं।
38 नेताओं को एक्स श्रेणी की सुरक्षा
बस्तर संभाग के सातों जिलों सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, जगदलपुर, कोंडागांव और कांकेर के बीजेपी नेताओं को केंद्र सरकार ने सुरक्षा दी है। 4 नेताओं को वाय श्रेणी और 38 नेताओं को एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। हाल ही में इन नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार पर उनके नेताओं का ही भरोसा नहीं रहा। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है।
सरकार के लिए नक्सली बने चुनौती
हाल ही में सरकार ने एक फैसला और किया है। एनआईए की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में एसआईए यानी स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम बनाई जा रही है। ये टीम नक्सलियों के मामलों को देखेगी। इसमें 74 पुलिस अफसर तैनात किए जा रहे हैं। यानी इतना तो साफ है कि सरकार के लिए नक्सली बड़ी चुनौती बने हुए हैं।