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Photograph: (the sootr)
छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों का जाल फैला हुआ है। बड़े पैमाने पर यह फ्रॉड कंपनियां लोगों को चूना लगा रही हैं। लोगों को लालच देकर ये चिटफंड कंपनियां उनकी कमाई हड़प रही हैं। छत्तीसगढ़ में ऐसी 4 दर्जन चिटफंड कंपनियां हैं जो पूरे प्रदेश में फैली हुई हैं।
पुलिस को 48 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकायत मिली है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इन कंपनियों ने लोगों से कितने की ठगी की है। अब तक इन कंपनियों के 150 संचालक पकड़ में आए हैं। अब इन कंपनियों की संपत्ति की कुर्की भी शुरु हो गई है। आइए हम आपको बताते हैं इन कंपनियों के नाम ताकि आप इनसे सतर्क रहें।
चिटफंड की चीटिंग :
चिटफंड कंपनियां एक ऐसा खतरा हैं जो थोड़ा सा लालच देकर लोगों की बड़ी कमाई हड़प लेती हैं। छत्तीसगढ़ में यह धंधा जोरों पर है। यहां पर चार दर्जन यानी 48 चिटफंड कंपनियां लोगों को चूना लगा रही हैं। इन कंपनियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस को शिकायत मिली है।
अब पुलिस ये पड़ताल कर रही है कि इन चिटफंड कंपनियों ने लोगों से कितने की चीटिंग की है। पुलिस अब तक इनके 147 संचालकों और 118 अन्य लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। पुलिस ने इन कंपनियों की संपत्ति की कुर्की कर उसकी नीलामी भी शुरु कर दी है।
पुलिस कार्रवाई में अबतक दो कंपनियों की संपत्ति की नीलामी से 2 करोड़ 15 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मिली है। बाकी कंपनियों की संपत्ति की कुर्की प्रक्रियाधीन है। यह पैसा ठगे हुए लोगों वापस लौटाया जाएगा।
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ये हैं छत्तीसगढ़ की चिटफंड कंपनियां :
- अभिप्सा प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड
- एलि ग्लोबल माइक्रो फायनेंस एसोसिएशन
- अर्थतत्व को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड
- अहद इंटरप्राइजेज
- असफाक उल्ला ग्रुप
- अफशा प्रापर्टी प्रायवेट लिमिटेड - आगाज इंफामल्टी सर्विसेस
- अनमोल इंडिया कंपनी
- बीएसआर हल्थ वेंचर
- बीएन गोल्ड
- भूमि देक्कान एंड एग्री टेक लिमि.
- फ्लोरा कंपनी
- फाइन इंडिया कंपनी
- जीएन गोल्ड
- जीएलपी डेवलपर्स लिमि
- गरिमा रियल स्टेट अलाई कंपनी
- गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी
- ग्रीन लेज प्रोजेक्ट एंड डेवलपर्स लिमिटेड
- हिमालय रीयलिंग एण्ड फर्म स्टेट इंडिया लिमि.
- जेएसबी कंपनी
- लाइनस एग्रो कंपनी
- मेगा माल्ड इंडिया लिमि आईकोर सर्विस लिमि
- एनआईसीसीएल
- पीएसआईएल
- पीआईएसआईएल मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड
- पेट्रान मिनरल्स लिमि
- रोशनी फाउंडेशन
- आरबी कंपनी – स्पर्श एंटरप्राइज प्रायवेट लिमिटेड
- आरोही–ऋण इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया लिमि.
- आरआरके पब्लिक बाजार प्रा.लि.
- शुभ निवेश
- शिव विथ जर्नी ग्रुप
- श्रीराम रियल स्टेट एंड बिजनेस साल्यूशन लिमि.
- सहारा इंडिया
- स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंसियल लिमि
- स्पर्श एडवाइजर्स एण्ड आर.एच. ग्रुप
- साई प्रकाश प्रॉपर्टी लिमि.
- साई प्रसाद कंपनी
- साई प्रसाद फूड लिमि.
- साई दीप फूड्यर कंपनी
- सतगुरु साई सिविल कन्स्ट्रक्शन लिमि.
- सैटिन क्रेडिट फेयर नेटवर्क लिमि.
- सनसाइन इन्फाबिल्ड कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- टेन बिलियन कंपनी
- विश्वमित्र इंटरनेशनल लिमि.
- विनायक हॉउस कंपनी
- वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
- याल्को बचत व साख सहकारी समिति मर्यादित
- जिरोदा शुगर मार्केट
द सूत्र यह पूरी सूची इसलिए दिखा रहा है ताकि आप इन चिटफंड कंपनियों से सतर्क रहें और अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा इनके हवाले न करें।
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कैसे बचें चिटफंड धोखाधड़ी से?
चिटफंड कंपनियों से बचने के लिए सबसे पहली बात है कि आप किसी भी कंपनी में पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी जानकारी लें।
कानूनी प्रमाण पत्र की जांच करें: यह सुनिश्चित करें कि कंपनी के पास नियामक प्राधिकरण से प्रमाण पत्र है।
भारी लाभ के वादों से सतर्क रहें: अगर कोई कंपनी बहुत अधिक ब्याज दर या मुनाफे का वादा करती है, तो वह शक के घेरे में है।
ग्राहक अनुभव और समीक्षाएं: निवेश से पहले कंपनी के पिछले ग्राहकों के अनुभवों का मूल्यांकन करें।
फर्जी दस्तावेजों से बचें: फर्जी दस्तावेजों और वादों से बचने के लिए किसी भी दस्तावेज को अच्छे से जांच लें।