संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के लंदन विला में डिपो मैनेजर पुष्पेंद्र मित्तल के घर हुई डकैती ( robbery ) मामले में कोर्ट ने पुलिस की लगी पुनर्विचार याचिका को मंजूर करते हुए आरोपी सोमला भील की जमानत रद्द कर दी है। दो दिन पहले ही कमजोर दलीलों के चलते उसे कोर्ट ने जमानत दे दी थी। इसके चलते बाणगंगा टीआई नीरज बिरथरे का साथ ही जांच अधिकारी एसआई कमल किशोर को हटा दिया गया था। वहीं पुलिस के लिए अब चुनौती उसे ढूंढकर गिरफ्तार करना है। इसके लिए धार-झाबुआ इलाकों में छापेमारी करना पड़ेगी।
पुलिस की लापरवाही से मिली थी robbery के आरोपी को जमानत
डकैती (robbery) के मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। इसी कारण आरोपी सोमला को दूसरी सुनवाई में ही जमानत मिल गई थी। इस मामले में यह बात आई ही नहीं थी कि यह लूट का केस नहीं डकैती का केस है और इसमें अभी फरियादी से आरोपी की शिनाख्ती व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।
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कोर्ट में इन आधारों पर जमानत की रद्द
- आरोपी सोमला के खिलाफ लंदन विला की ही डकैती नहीं है, उसके खिलाफ पुराने 18 गंभीर मामले दर्ज हैं।
- फरियादी पुष्पेंद्र और उसकी पत्नी का सोमला से आमना-सामना नहीं कराया गया है। पुष्पेंद्र ही पहचान कर बताएंगे कि डकैत यह था या नहीं? अभी तक कार्रवाई हुई नहीं है।
- यदि सोमला ही आरोपी है, तो उसके साथियों को उसी निशानदेही से पकड़ा जा सकता है। इसके लिए उसी कस्टडी बहुत जरूरी है।
- जब सोमला सहित आरोपी पकड़ाएंगे तभी लूटे गए माल की बरामदगी संभव है। इसके लिए भी सोमला की कस्टडी जरूरी है।
23 फरवरी को हुई थी डकैती
इंदौर में 23 फरवरी की अलसुबह यह डकैती हुई थी। लंदन विला में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) के डिपो मैनेजर पुष्पेंद्र के घर हथियार बंद बदमाश घुसे। परिवार को बंधक बनाया। चाकू दिखाकर बोले थे- सभी चुपचाप सो जाओ। इसके बाद जेवर, महंगा कैमरा और नकदी लूटी। लुटेरों ने भागते समय परिवार को एक कमरे में बंद कर दिया। फिर मैनेजर की कार लेकर फरार हो गए थे। यह पूरी घटना घर के सीसीटीवी में कैद हुई थी। डकैती के आठ दिन बाद 1 मार्च को कई डकैतियों में शामिल रहे सोमला को उठाया। फिर इंदौर लाकर यह दावा किया कि इसी की गैंग ने लंदन विला में डाका डाला था।
आरोपी की जमानत ने पुलिस की कराई थी किरकिरी
पुलिस रिमांड के बाद आरोपी को 5 मार्च को फिर से अदालत में पेश किया गया था। यहां कोर्ट ने सही दलील और साक्ष्य सामने नहीं आने पर सोमला को जमानत दे दी। इसी पुलिस बुरी तरह फंस गई और सवाल उठे कि जिस डकैती में पुलिस ने मास्टर माइंड को ही पकड़ना बता दिया था, वह इतनी आसानी से कैसे छूट गया? बाकी गैंग कहां है, यह तक पता नहीं कर पा रही है?