भागीरथपुरा कांड : आठ माह से लटकी फाइल पर अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया का एक्शन

भागीरथपुरा में दूषित पानी से 9 मौतें और सैकड़ों लोग बीमार हुए। नर्मदा लाइन प्रोजेक्ट की फाइल आठ महीने से पड़ी थी। कांड के बाद फाइल दो दिनों में दौड़ी।

author-image
Rahul Dave
New Update
bhageerathpura incident

IAS Rohit sisonia

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

INDORE. इंदौर के भागीरथपुरा में दूषित पानी से 9 मौतें हुई और सैकड़ों लोग बीमार हुए है। नर्मदा लाइन प्रोजेक्ट की फाइल पिछले आठ महीनों से अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया की टेबल पर पड़ी थी। कांड के बाद फाइल महज दो दिनों में दौड़ी। रोहित सिसोनिया ने निविदा पर हस्ताक्षर किए और सवा दो करोड़ रुपए के टेंडर की प्रक्रिया पूरी की। काम शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए।

मेज पर अटकी रही फाइल

इस प्रोजेक्ट की फाइल 12 नवंबर 2024 को तैयार की गई थी। इसके बाद 30 जुलाई 2025 को टेंडर निकाला गया। इसके बाद सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद भी फाइल कई महीनों तक अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया की मेज पर अटकी रही। किसी ठोस कार्रवाई की शुरुआत नहीं हुई।

भागीरथपुरा कांड में अबतक 9 की मौत, जिम्मेदारी तय करने में पुराना खेल, बड़े अफसर बचे, बाकी निपटे

घटना के बाद हरकत में आए 

इस बीच भागीरथपुरा में दूषित पानी की आपूर्ति जारी रही। हालात भयावह हो गए, जब तीन दिनों में नौ लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए। घटना के बाद प्रशासन और नगर निगम हरकत में आया। 

भोपाल में 87 शराब दुकानों के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया का आज आखिरी दिन

ठेकेदार को वर्क आर्डर जारी

30 दिसंबर 2025 को अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया ने उसी टेंडर पर हस्ताक्षर किए, जो आठ महीने से लंबित था। अगले ही दिन टेंडर खोला गया। ठेकेदार को वर्क ऑर्डर जारी करने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई।

बिना कारण ही आगे नहीं बढ़ाई फाइल

 जिस काम को लेकर पहले जल्दी करो जैसे निर्देश दिए गए थे। वह फाइल महीनों तक बिना कारण आगे नहीं बढ़ाई गई। लेकिन जैसे ही जनहानि हुई और मामला सुर्खियों में आया, तो तत्काल काम हो गया। आरोप है कि यदि समय रहते नर्मदा लाइन का काम शुरू किया जाता, तो निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

मध्यप्रदेश: भागीरथपुरा कांड:स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, CMHO ने नहीं लिया संज्ञान

इस ठेकेदार को मिला टेंडर

यह सवा दो करोड़ रुपए का टेंडर प्रमोद नामक ठेकेदार को मिला है। ठेके के तहत पूरे क्षेत्र में नर्मदा जल लाइन बिछाने का काम जल्द पूरा किया जाना है। नगर निगम का दावा है कि काम जल्द शुरू होगा। क्षेत्रवासियों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।

भागीरथपुरा में दूषित जल से अब तक 8 मौतें,  100 से ज्यादा अभी भी अस्पताल में भर्ती, सीएम का सख्त एक्शन

क्या बोले अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया

 इस पूरे मामले में अपर आयुक्त आईएएस रोहित सिसोनिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैंने ढाई माह पहले ही चार्ज लिया है जलप्रदाय का। अभी-अभी चार्ज आया है इस पूरी प्रक्रिया को समझने की कोशिश कर रहा हूं। पहले से जो फाइलें पेंडिंग है उसको कम्पलीट कर रहा हूं। 

तीसरा बहुत लेट स्वीकृति मिली है वह हाउफुल कंडिशन है जो आखिरी में लगता है। इसके संबंध में वित्तीय निविदा खुली थी। वह मैंने 26 तारीख को ही स्वीकृति दे दी थी और यह घटना परसो की है। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बेबुनियाद हैं।

मध्यप्रदेश इंदौर दूषित पानी टेंडर प्रक्रिया आईएएस रोहित सिसोनिया
Advertisment