भगवान बिरसा मुंडा का नाम गलत लिखने पर आदिवासी समाज में आक्रोश, किया पुतला दहन

रतलाम जिले में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जारी पत्र में नाम गलत लिख दिया। इससे गुस्साए आदिवासी समाज ने पुतला दहन किया। विभाग ने गलती स्वीकार की, लेकिन आदिवासी संगठनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की।

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Jitendra Shrivastava
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Photograph: (thesootr)

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आमीन हुसैन@RATLAM.

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर एक गंभीर लापरवाही सामने आई। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जारी पत्र में भगवान बिरसा मुंडा का नाम "बिरसा गुंडा" लिख दिया गया। इस गलती पर आदिवासी संगठनों ने कार्यालय के बाहर विभागीय अधिकारियों का पुतला जलाया। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस मामले को लेकर विभाग ने माफी भी मांगी है।

नाम गलत लिखने पर आक्रोश

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रतलाम जिले में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जारी एक पत्र में उनकी नाम की जगह "बिरसा गुंडा" लिखा गया। जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, आदिवासी समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया। आदिवासी संगठनों ने इसे गंभीर अपमान माना और विरोध प्रदर्शन शुरू किया।

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प्रदर्शन और पुतला दहन

आदिवासी समाज के लोग विभागीय कार्यालय के बाहर जमा हुए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों का पुतला जलाकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने इस कृत्य को आदिवासी अस्मिता का अपमान बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना था कि भगवान बिरसा मुंडा एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे और उनके नाम का गलत उल्लेख अस्वीकार्य है।

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विभाग ने मांगी माफी 

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जनजातीय विभाग की सहायक आयुक्त रंजना सिंह ने मामले पर माफी मांगी और इसे टाइपिंग एरर (typing error) बताया। उन्होंने यह भी बताया कि पत्र को बिना ध्यान दिए आगे भेज दिया गया था।

उन्होंने इस गलती को सुधारते हुए संबंधित कर्मचारी को नोटिस जारी किया और विभागीय सुधार की प्रक्रिया शुरू की। हालांकि, आदिवासी समाज इस गलती को टाइपिस्ट की गलती नहीं, बल्कि अधिकारियों की लापरवाही मानते हुए सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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आदिवासी संगठनों ने की मांग

आदिवासी संगठनों ने कहा कि यदि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे। संगठन ने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि उन अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड किया जाए जिन्होंने इस कृत्य को अंजाम दिया। इसके अलावा, इस मामले में गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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भगवान बिरसा मुंडा का महत्व

भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी समाज के महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका नाम आदिवासी समुदाय के लिए सम्मान का प्रतीक है और उनकी जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। उनके योगदान को ना केवल आदिवासी समाज बल्कि समूचे भारत ने सराहा है। इसलिए, उनका नाम गलत लिखना उनके योगदान के प्रति अनादर माना गया।

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