संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर निगम निगम ( Indore Municipal Corporation) के चर्चित 150 करोड़ के बिल घोटाले में फरार चल रहे दस हजार रूपए के इनामी इंजीनियर अभय राठौर (Engineer Abhay Rathore) का एक और कारनामा सामने आया है। उसके घर पर नगर निगम की छापामार कार्रवाई में चार टैंकर मिले हैं, साथ ही चार इंच का अवैध नल कनेक्शन पाया गया।
नि: शुक्ल जल वितरण के हैं टैंकर
नगर निगम द्वारा चलाए जाने वाले नि: शुक्ल जल वितरण के 20-30 हजार लीटर के चार टैंकर मिले हैं। इस पर लिखा भी हुआ है कि इंदौर नगर निगम नि: शुल्क जल वितरण। यानि इन टैंकरों को अभय राठौर द्वारा अवैध रूप से अपने कब्जे में लेकर चलाकर अवैध कमाई की जा रही थी। वह एक समय टैंकर व्यवस्था का प्रभारी भी रहा है। निगमायुक्त शिवम वर्मा को इस संबंध में शिकायत मिली थी, जिसके बाद अपर आयुक्त व आईएएस अभिलाष मिश्रा द्वारा टीम भेजकर यह कार्रवाई कराई गई, जिसमें यह खुलासा हुआ। टीम ने इन टैंकरों को क्रेन के जरिए उठाकर अपने कब्जे में ले लिया है।
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चार इंच का अवैध नल कनेक्शन
महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Mayor Pushyamitra Bhargava) के निर्देश पर हाल ही में निगम ने अवैध नल कनेक्शन को वैध कराने की लिए मुहिम चलाई और ऐसा नहीं करने वालों पर कार्रवाई भी की, लेकिन वह अपने ही अधिकारियों को देखना भूल गए। शिकायत के बाद अभय राठौर के घर पर चार इंच का अवैध नल कनेक्शन पाया गया, आवासीय में केवल आधा इंच का कनेक्शन मिलता है। एक बड़ी टंकी उसने बनवा रखी थी जिसमें पानी का स्टोरेज था।
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टैंकर भुगतान के 7 करोड़ रुपए भी फर्जी कंपनियों के
नगर निगम द्वारा फर्जी कंपनियों पर की गई कार्रवाई में यह सामने आया था किंग कंस्ट्रक्शन कंपनी जो मोहम्मद जाकिर की है (पुलिस रिमांड में हैं) इसका सात करोड़ रुपए का टैंकर से जल वितरण का बिल था, इसमें से वह दो करोड़ रुपए ले भी चुका था। आईएएस अभिलाष मिश्रा ने इसके बाद बाकी पांच करोड़ का भुगतान रोक दिया था।
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राठौर और सिद्दकी अब भी फरार, मुरलीधरन की हुई गिरफ्तारी
इंदौर निगम बिल घोटाला ( Indore Corporation Bill Scam ) मामले में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। मस्टर कर्मी कर्मचारी आवक-जावक शाखा लेखा विभाग के मुरलीधरन कर्ता को गिरफ्तार किया गया है। जांच कमेटी ने भी इसे संलिप्त पाया था। इसके पहले पुलिस पांचों फर्म के ठेकेदारों में से राहुल वढेरा, रेणु वढेरा, मोहम्मद जाकिर, मोहम्मद साजिद को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं निगम के सब इंजीनयर उदय भदौरिया, इंट्री ऑपरेटर चेतन भदौरिया, कैशियर राजकुमार साल्वी को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। साल्वी की भी दो फर्म गुरूकृपा इंटरप्राइजेस और निशान क्रिएशन भी सामने आ चुकी है, लेकिन अभी भी राठौर को पुलिस नहीं पकड़ सकी है। वहीं सिद्दकी हाईकोर्ट में सात दिन में सरेंडर करने का वादा करने के बाद भी पेश नहीं हुआ है और ना ही सामने आया है। उधर निगम ने ईश्वर और क्रिस्टल कंपनी के दो ठेकेदारों पर और केस दर्ज किया है, यह भी इस गैंग में शामिल है। इसमें ईश्वर के मौसम व्यास और क्रिस्टल के इमरान पर पुलिस ने 5-5 हजार रुपए के ईनाम घोषित किए हुए हैं। यह दोनों भी फरार है।