INDORE. झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना के तेज रफ्तार डंपर से सोमवार सुबह हुए एक्सीडेंट केस में जिला खनिज अधिकारी जुवान सिंह (जेएस) भिड़े की भारी लापरवाही सामने आई है।
इस कांड के बाद उनके खिलाफ लंबी-चौड़ी रिपोर्ट बन गई है और सस्पेंड के लिए संभागायुक्त दीपक सिंह के पास पहुंच गई है। सस्पेंड के लिए किसी भी समय आदेश जारी हो जाएगा।
कलेक्टर के साथ यह घटना हुई
कलेक्टर मीना निवास से कलेक्टोरेट में टीएल मीटिंग के लिए निकल रही थी, इसी दिन 15 अगस्त की तैयारियों की भी समीक्षा बैठक थी। लेकिन जैसे ही बंगले से उनकी कार निकली, एक डंपर ने टक्कर मार दी। खुशकिस्मत रही कि उन्हें और गार्ड व ड्राइवर को कोई चोट नहीं पहुंची।
इस पर तत्काल पुलिस एसपी पदम विलोचन शुक्ला को फोन किया गया, उन्होंने टीम भेजी और खुद भी मौके पर आए और डंपर चालक को पकड़ लिया गया। इसके बाद 15 मिनट बाद ही कलेक्टर मीना ने हिम्मत दिखाई और ड्यूटी पर कलेक्टोरेट पहुंच गई और मीटिंग ली।
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अब भिड़े ने क्या कांड किया
डंपर चालक ने बताया कि वह अलीराजपुर से रेत लेकर आया और कहीं डालकर वापस लौट रहा था, घटना के वक्त डंपर खाली था। डंपर रेत कारोबारी शांतिलाल बसेर का है। रेत के लिए अवैध गोदाम रणपुर में बने हुए हैं और ऐसे कई डंपर चलते हैं। डंपर वाले के पास किसी तरह की रायल्टी व अन्य वैध दस्तावेज नहीं थे यानी रेत परिवहन अवैध था।
बसेर के कई और डंपर इसी तरह रेत का अवैध परिवहन करते हैं। इस पर कलेक्टर ने चालक से मिली जानकारी के आधार पर माइनिंग आफिसर भिड़े को कार्रवाई के लिए कॉल किया। लेकिन भिड़े ने फोन ही नहीं उठाया। ना ही वह समय पर कलेक्टर की टीएल मीटिंग में गए।
भिड़े दोपहर 1 बजे पहुंचे और देरी से आने का कोई कारण नहीं बता सके। फिर कलेक्टर ने उन पर डंपर चालक से मिली जानकारी पर कार्रवाई के लिए कहा। लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और यह उल्टा कह दिया कि डंपर तो खाली था इसमें कोई कार्रवाई नहीं बनती है।
इस पर एसडीएम, तहसीलदार की टीम बनाकर कार्रवाई की गई, जब मौके पर टीम रणापुर पहुंची तो वहां कई डंपर खड़े मिले, अवैध गोदाम मिला और इसमें आदिवासी की जमीन पर गलत कब्जा जैसी कई अनियमितताएं थी। जिस पर 11 लाख की पेनल्टी की कार्रवाई हुई। लेकिन भिड़े और खनिज विभाग द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया।
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कलेक्टर ने भिड़े के लिए यह भेजा पत्र
इसके बाद कलेक्टर ने खनिज विभाग के कामों को भी जांचा और रिपोर्ट बुलाई, पुलिस विभाग ने भी बताया कि लगातार अवैध रेत परिवहन के डंपर आ रहे हैं, लेकिन इस पर खनिज विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। वहीं पुलिस को यह कार्रवाई के अधिकार नहीं है. विभाग को बताते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं होती है।
यह भी पाया गया कि जनवरी 2025 में जब से भिड़े धार से ट्रांसफर होकर झाबुआ आए तभी से खनिज विभाग की कार्रवाई सुस्त है और अवैध खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है। भिड़े अक्सर इंदौर में रहते हैं और टीएल मीटिंग में भी कई बार नहीं आते हैं और ना ही प्रशासनिक आदेशों का पालन करते हैं। इन सभी मुद्दों पर कलेक्टर ने विस्तृत रिपोर्ट बनाकर संभागायुक्त दीपक सिंह के पास भिड़े पर कार्रवाई के लिए अनुशंसा के साथ भेज दी है।
आईएएस नेहा मीना | जेएस भिड़े | IAS नेहा मीना का एक्सीडेंट
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