जीतू पटवारी गिरफ्तार, बीजेपी कार्यालय घेराव के दौरान कांग्रेसियों पर चलाई वॉटर कैनन

भोपाल में बीजेपी कार्यालय का घेराव करने जा रहे जीतू पटवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन का प्रयोग किया गया। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी पर ED की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया।

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Sandeep Kumar
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BHOPAL. भोपाल में बीजेपी कार्यालय का घेराव करने जा रहे जीतू पटवारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन का प्रयोग किया गया। नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ED की कार्रवाई और न्यायालय से राहत मिलने पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया।

कांग्रेस का आरोप है कि गांधी परिवार को BJP ने फंसाया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और बीजेपी कार्यालय की ओर कूच किया। रास्ते में पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोक लिया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका

नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार किया। कांग्रेस नेतृत्व को इससे बड़ी राहत मिली। फैसले के बाद भोपाल में कांग्रेसी बीजेपी कार्यालय का घेराव करने निकले। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक लिया।

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पटवारी की पुलिस से बहस

प्रदर्शन के दौरान बैरिकेडिंग पर चढ़ रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का प्रयोग किया। कई कार्यकर्ता वॉटर कैनन के प्रेशर से गिरकर चोटिल हुए। जीतू पटवारी और भोपाल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से बहस हुई। पुलिस ने धक्का-मुक्की कर कार्यकर्ताओं को बसों में बैठाया। पीसीसी चीफ पटवारी के इशारे पर कांग्रेसियों ने पुलिस की बस का घेराव किया।

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ED की चार्जशीट को मान्य नहीं

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED की चार्जशीट को मान्य नहीं किया। कोर्ट ने कहा कि चार्जशीट किसी FIR पर आधारित नहीं थी। धारा 3 और 4 के तहत आरोप तभी देखे जा सकते हैं जब FIR वैध हो। अदालत ने ED की शिकायत पर कार्रवाई शुरू करने से इनकार किया। कोर्ट ने कहा कि ED की दलीलें कानून के अनुरूप नहीं थीं। इस कारण सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ चार्जशीट खारिज कर दी गई।

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4 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी

👉 कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और उनके समर्थक बीजेपी कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और वॉटर कैनन का प्रयोग किया। प्रदर्शन के दौरान कई कार्यकर्ता घायल हुए। पटवारी को गिरफ्तार कर लिया गया।

👉  यह मामला 2012 से चल रहा है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने AJL और यंग इंडियन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि यंग इंडियन को AJL का 90 करोड़ का ऋण अवैध तरीके से दिया गया। इससे उन्हें लाभ हुआ।

👉 दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED की चार्जशीट को मान्य नहीं किया। यह चार्जशीट किसी FIR पर आधारित नहीं थी। कोर्ट ने ED की दलीलों को कानून के अनुरूप नहीं माना और चार्जशीट खारिज कर दी।

👉 अदालत के फैसले के बाद कांग्रेस ने इसे अपनी जीत के रूप में देखा और प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि भाजपा ने गांधी परिवार को फंसाने के लिए यह मामला उठाया है।

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला 

नेशनल हेराल्ड मामला 2012 से सुर्खियों में है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने AJL और यंग इंडियन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि AJL का 90 करोड़ रुपए का ऋण यंग इंडियन को सौंपकर अवैध लाभ लिया गया। ED ने इसे धनशोधन का मामला बनाते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य को नामजद किया।

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