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मध्य प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र में इस बार शोर, आरोप-प्रत्यारोप या तल्खी नहीं, बल्कि राजनीति की ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसकी आज के दौर में कल्पना मुश्किल मानी जाती है।
संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का भाषण सत्ता और विपक्ष की सीमाओं को लांघता हुआ राजनीतिक सौजन्यता, स्वीकार्यता और परिपक्वता का उदाहरण बन गया।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए कहा, मैं आज कसम खाकर आया हूं कि निगेटिव बात नहीं करूंगा, सिर्फ पॉजिटिव बात करूंगा। इसके बाद उन्होंने जो कहा, वह आज की आक्रामक राजनीति के बीच सधा हुआ, संतुलित और साहसी वक्तव्य बन गया।
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दिग्विजय सिंह के काम की तारीफ
कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के 10 वर्षीय कार्यकाल (1993 से 2003) को याद करते हुए उनकी योजनाओं और फैसलों की जमकर तारीफ की। बात चाहे संजय गांधी थर्मल पॉवर प्लांट की हो या इंदौर आईआईएम की। विजयवर्गीय ने दिग्विजय को इनके निर्माण का पूरा श्रेय दिया। साथ यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह से उनकी अच्छी दोस्ती थी।
अब इसके जवाब में दिग्विजय सिंह ने विजयवर्गीय के भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय ने जवाब में लिखा कि 'बहुत- बहुत धन्यवाद कलाकार जी। आज के राजनीतिक प्रतिशोध के वातावरण में आपने जो मेरे बारे में कहा है, वह आम राजनेता कभी भी नहीं कह सकता।
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पढ़िए विजयवर्गीय का पूरा भाषण
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, दिग्विजय सिंह की महिमा अपरम्पार है। वे 1993 से लेकर 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। बहुत सारी बातें हैं, उनके लिए कहने को...पॉजिटिव भी और निगेटिव भी। मैं आज कसम खाकर आया हूं कि निगेटिव मुझे नहीं बोलना है। आज सिर्फ पॉजिटिव चर्चा करूंगा।
विजयवर्गीय ने कहा, संजय गांधी थर्मल पॉवर प्लांट उनकी (दिग्विजय सिंह) की कल्पना से बना था। बाणसागर परियोजना को बहुत गति देने का काम भी उन्होंने किया। कोलार जल परियोजना उसमें भी उनकी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका रही। मुझे कहते हुए गर्व है कि उस समय अर्जुन सिंह मानव संसाधन मंत्री थे।
इंदौर में आईआईएम (आईआईएम इंदौर) लाने के लिए दिग्विजय सिंह ने प्रयास किए थे। हम सब लोगों के प्रयास से वहां आईआईएम भी आया और आईआईटी भी आया। इंदौर पहला शहर है, जहां आईआईटी भी है और आईआईएम भी है। उसमें अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह और हमारे मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का बहुत बड़ा योगदान रहा।
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ये रिकॉर्ड में जाना चाहिए
विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस विधायक डॉ.राजेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आज दिग्विजय सिंह के बारे में बड़ी वार्ता हुई। उन्होंने पूछा कि ये विधानसभा के रिकॉर्ड में तो बना रहेगा ना? हम बाद में चर्चा कर सकते हैं। इसके जवाब में विजयवर्गीय ने कहा कि ये मैं ऑन रिकॉर्ड बोल रहा हूं।
ये रिकॉर्ड में आना चाहिए। मैं ​इसे लोकतंत्र का पवित्र मंदिर मान रहा हूं। मंदिर जैसे आदमी झूठ नहीं बोलता, वैसे ही आज किसी भी व्यक्ति को झूठ नहीं बोलना चाहिए। जो सच्चाई है, उसे स्वीकार्य करना चाहिए। विजयवर्गीय ने कहा, आज यदि मध्यप्रदेश इतना आगे बढ़ा है तो उसमें कितने लोगों का योगदान है।
ऐसे ही मैं दिग्विजय सिंह की भी तारीफ करूंगा। राजनीतिक सौजन्यता क्या होती है, ये हमने उनसे सीखा है। मुझे याद आता है, हमारे जबलपुर के कार्यकर्ता थे ओंकार तिवारी। उन्हें अटैक आया। मैंने दिग्विजय सिंह जी को फोन किया। मेरी बड़ी मित्रता थी।
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उन्होंने तत्काल हेलिकॉप्टर मंगवाकर ​ओंकार तिवारी को दिल्ली भेजने की व्यवस्था की। ये गुण दिग्विजय सिंह का है। कोई भी व्यक्ति हो, चाहे विरोधी भी हो, उनके दरवाजे पर पहुंच जाए, वे पूरी मदद करते।
दिग्विजय सिंह ने कहा
विजयवर्गीय के इस भाषण पर दिग्विजय सिंह ने कहा, कैलाश विजयवर्गीय ने जो कहा उसके लिए साहस चाहिए और केवल खुले विचारों वाला व्यक्ति ही कह सकता है। काश आपकी और हमारी पार्टी में कुछ और लोग भी ऐसे होते। जय सिया राम...!
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